ऐश्वर्या राय और अभिषेक बच्चन इन दिनों अपने तलाक की अफवाहों को लेकर काफी सुर्खियों…
Day: December 1, 2024
अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदाना की फिल्म पुष्पा-2 की रिलीज से पहले एक गाना रिलीज कर फिल्म के लिए एक्साइटमेंट बढ़ा दी है.
काल भैरव मंदिर से महिला सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर का एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में महिला को मंदिर के अंदर केक काटते हुए देखा जा सकता है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. (पीयूष अचार्य की रिपोर्ट)
प्रियंका ने कहा कि उनका पहला काम मलयालम सीखना है. उन्होंने कहा, ‘‘कल, ऐसी ही एक बैठक में, भीड़ में से किसी ने कहा कि मैं फिर कब आऊंगी. इसलिए, मैं वादा करती हूं कि मैं इतनी बार आऊंगी कि आप मुझसे ऊब जाएंगे. कृपया मुझे देखने की आदत डाल लें.’’
गैर-प्रवासियों से विवाह करने वाली कश्मीरी पंडित युवतियों के प्रवासी दर्जे में कोई बदलाव नहीं: कोर्ट
सीमा कौल और विशालनी कौल ने 2018 में तब उच्च न्यायालय का रुख किया था, जब कश्मीरी प्रवासियों के लिए प्रधानमंत्री पैकेज के तहत आपदा प्रबंधन राहत, पुनर्वास और पुनर्निर्माण विभाग में विधि सहायक के पद पर अनंतिम चयन पर रोक लगा दी गई थी कि गैर-प्रवासी व्यक्तियों से विवाह करने की वजह से उन्होंने अपना प्रवासी दर्जा खो दिया है.
Realme अपने स्मार्टफोन्स में बैटरी के मामले में नया रिकॉर्ड सेट करने की तैयारी में है। रियलमी कथित तौर पर 8000mAh बैटरी वाले फोन पर काम कर रही है। अपकमिंग Realme GT 8 Pro में यह बैटरी दे सकती है। कंपनी तीन विकल्प पर काम कर रही है। 7000mAh बैटरी के साथ 120W फास्ट चार्जिंग, 7500mAh बैटरी के साथ 100W फास्ट चार्जिंग या फिर 8000mAh बैटरी के साथ 80W फास्ट चार्जिंग।
मोहन भागवत ने जनसंख्या वृद्धि के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि मनुष्य के जन्म दर को 1 नहीं रखा जा सकता और इसलिए कम से कम 2 या 3 बच्चों का जन्म होना चाहिए. जनसंख्या वृद्धि दर को सही बनाए रखना देश के भविष्य के लिए जरूरी है.
प्रियंका चोपड़ा की मां मधु चोपड़ा में एक इंटरव्यू में खुलकर बात की है. जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने प्रियंका की लाइफ के लिए कुछ ऐसे फैसले लिए जिसके लिए वो आज तक पछता रही हैं. आज भी उनको इस बात का दुख है कि उन्होंने ऐसा क्यों किया.
ढाका के बंगबंधु एवेन्यू में अवामी लीग की रैली पर ग्रेनेड हमले के बाद दो मामले – एक हत्या का और दूसरा विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत दर्ज किए गए थे. इस हमले में 24 लोग मारे गए और लगभग 300 लोग घायल हुए.
आतिशी ने पत्र में लिखा, ‘‘जब तक मार्शल तैनात नहीं हुए थे तो बसों में यात्रा के दौरान महिलाओं को हर दिन परेशानी झेलनी पड़ती थी. कई महिलाओं को सुरक्षा का डर था और कई महिलाओं को उत्पीड़न या छेड़छाड़ का सामना करना पड़ा. बसों में 10,000 से अधिक मार्शल की तैनाती ने इस माहौल को बदला.’’