कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि पूर्व प्रधानमंत्री सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनका एक स्मारक बन सके.
Day: December 28, 2024
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का आज दिल्ली के निगमबोध घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. उधर, गृह मंत्रालय ने कहा है कि उनके स्मारक के लिए केंद्र सरकार जमीन मुहैया कराएगी.
पश्चिम विक्षोभ के कारण मैदानी इलाकों में जमकर बारिश हो रही है तो पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी जारी है. मौसम विभाग के मुताबिक, आज भी यह दौर जारी रहेगा.
Pakistan Afghanistan Conflict : सूत्रों की मानें तो पाकिस्तानी सेना की कुछ टुकड़ियां अफगान सीमा पर पहुंच चुकी हैं, जबकि अफगान तालिबान मीर अली सीमा के पास आ गया है. हालांकि अभी तक गोलीबारी की कोई खबर नहीं है, लेकिन दोनों तरफ से तैनाती बढ़ा दी गई है, जिससे हालात काफी नाजुक बने हुए हैं.
Pakistan Afghanistan Conflict : सूत्रों की मानें तो पाकिस्तानी सेना की कुछ टुकड़ियां अफगान सीमा पर पहुंच चुकी हैं, जबकि अफगान तालिबान मीर अली सीमा के पास आ गया है. हालांकि अभी तक गोलीबारी की कोई खबर नहीं है, लेकिन दोनों तरफ से तैनाती बढ़ा दी गई है, जिससे हालात काफी नाजुक बने हुए हैं.
Pakistan Afghanistan Conflict : सूत्रों की मानें तो पाकिस्तानी सेना की कुछ टुकड़ियां अफगान सीमा पर पहुंच चुकी हैं, जबकि अफगान तालिबान मीर अली सीमा के पास आ गया है. हालांकि अभी तक गोलीबारी की कोई खबर नहीं है, लेकिन दोनों तरफ से तैनाती बढ़ा दी गई है, जिससे हालात काफी नाजुक बने हुए हैं.
मौसम विभाग ने बताया कि श्रीनगर में बृहस्पतिवार रात न्यूनतम तापमान शून्य से 7.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जो पिछली रात के शून्य से सात डिग्री सेल्सियस नीचे से थोड़ा कम है.
मौसम विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध 2009 से 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार दिसंबर में कुल 42.8 मिमी वर्षा हुई है, जो पिछले 15 वर्षों में इस महीने की सबसे अधिक वर्षा है.
संभल में हाल ही में खुदाई के दौरान ‘मृत्यु का कूप’ मिला है. एक ऐसा कूप जिसे लोग पुण्य और इतिहास दोनों के लिए खोद रहे हैं. वैसे, इस कूप के बगल में एक मंदिर होने का दावा किया गया है. अब ये दावा कितना पक्का है, ये तो खुदाई पूरी होने के बाद ही पता चलेगा.
मनमोहन के पिता गुरमुख सिंह कपड़ा व्यापारी थे और उनकी मां अमृत कौर गृहिणी थीं. उनके दोस्त उन्हें ‘मोहना’ कहकर बुलाते थे. यह गांव राजधानी इस्लामाबाद से लगभग 100 किमी दक्षिण पश्चिम में स्थित है और सिंह के जन्म के समय यह झेलम जिले का हिस्सा था.