Trump Oath Ceremony: डोनाल्ड ट्रंप का शपथ ग्रहण समारोह: अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली को भी ट्रंप की टीम ने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा है.
Year: 2025
आत्महत्या का मामला रविवार का है. लड़की ने बेंगलुरु के कुंडलाहल्ली मेट्रो स्टेशन के पास स्थित राधा होमटेल नाम के होटल के रूम में खुदकुशी की. लड़की को उसके चाचा ने कथित तौर पर ब्लैकमेल करते हुए होटल में मिलने के लिए बुलाया था.
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी का दावा, रिसर्च का नकाब पहन कर हिंडनबर्ग कर रहा था यह काम
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा है कि हिंडनबर्ग रिसर्च एक संदेहास्पद संस्था था. उन्होंने एनडीटीवी के कार्यक्रम मुकाबला में कहा कि रिसर्च हिंडनबर्ग का मुखौटा था. उसका असली काम भारत में अस्थिरता पैदा करना था.
Saif Ali Khan News : केयरटेकर ने बताया कि हमलावर एक लंबा पतला हेक्सा ब्लेड लेकर सैफ अली खान की तरफ दौड़ा. हाथापाई के दौरान उसने उन पर ब्लेड से हमला करने की कोशिश की.
भारत में टाइगर रिजर्वों के प्रबंधन पर पूरे देश में एक समान नीति चाहते हैं. नीति में बाघ अभयारण्यों के अंदर वाहनों की आवाजाही के पहलू को भी शामिल किया जाना चाहिए.
महाकुंभ से इंजीनियर बाबा अभय सिंह की कहानी वायरल हो रही है. अब उनके पिता करन ग्रेवाल ने NDTV से कहा, “हम चाहते हैं कि अभय सिंह घर लौट आए. लेकिन, हम ये भी जानते हैं कि इतना कुछ हासिल करने के बाद अभय सिंह के लिए आध्यात्म का रास्ता छोड़कर घर लौटना मुमकिन नहीं है.”
तीसरी तिमाही में कंपनी का ऑपरेशंस से रेवेन्यू सात प्रतिशत से अधिक बढ़कर लगभग 41,764 करोड़ रुपये का है। इस रेवेन्यू में फाइनेंशियल सर्विसेज और मैन्युफैक्चरिंग वर्टिकल्स की हिस्सेदारी लगभग 27.8 प्रतिशत और लगभग 15.5 प्रतिशत की रही है। भारत और यूरोप में कंपनी ने वर्ष-दर-वर्ष आधार पर डबल डिजिट में ग्रोथ हासिल की है।
इस इलेक्ट्रिक SUV में 49 kWh और 61 kWh के दो बैटरी वेरिएंट हैं। eVitara में सिंगल-स्पीड ड्राइव ट्रांसमिशन दिया गया है। इसकी रेंज लगभग 500 किलोमीटर की हो सकती है। देश में व्हीकल्स की कुल सेल्स में EV की हिस्सेदारी 10 प्रतिशत से कम की है। अमेरिका और चीन के बाद दुनिया में भारत तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट है।
SEBI के पूर्व एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर जेएन गुप्ता ने कहा कि हिंडनबर्ग मामले में सबसे अजीब बात यह रही है कि एक अनजान आदमी की संस्था की रिपोर्ट पर भारत के राजनीतिक दलों ने किस तरह से प्रतिक्रिया दी. इन लोगों ने न कंपनी पर विश्वास किया, न SEBI पर भरोसा दिखाया. बैंकर पर भी यकीन नहीं रखा.
अरावली फोरम के प्रमुख रजत सेठी का कहना कि हिंडनबर्ग जैसी साजिश पर विपक्ष को जिम्मेदारी से पेश आना चाहिए. विपक्ष को विदेशी संस्थाओं की रिपोर्ट से अधिक अपने देश में SEBI और सुप्रीम कोर्ट जैसी संस्थाओं पर अधिक भरोसा करना चाहिए.