ऐसा 44 साल में पहली बार हुआ है जब चीन ने समुद्र के ऊपर अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल वायुमंडलीय परीक्षण सफलतापूर्वक किया.
चीन ने प्रशांत महासागर में बुधवार को एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का परीक्षण किया है. चीनी रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी. मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल पर प्रतिरूपी आयुध (डमी वारहेड) लगाया था, जिसे समुद्र के एक निर्दिष्ट क्षेत्र में गिराया गया.
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस प्रक्षेपण से हथियारों के प्रदर्शन और सैन्य प्रशिक्षण की प्रभावशीलता की जांच की गई तथा वांछित लक्ष्य हासिल किए गए.
बयान में कहा गया कि मिसाइल समुद्र के निर्दिष्ट क्षेत्र में ही गिरी. इसमें बताया गया कि वार्षिक प्रशिक्षण की एक नियमित व्यवस्था के तहत ही यह परीक्षण किया गया और संबंधित देशों को पहले ही इस बारे में जानकारी दे दी गई थी.
बयान में कहा गया, ‘हमारी वार्षिक प्रशिक्षण योजना की एक नियमित व्यवस्था के तहत ही यह परीक्षण किया गया. यह अंतरराष्ट्रीय कानून और अभ्यास के अनुरूप है और किसी भी देश या लक्ष्य के खिलाफ नहीं है.”
ऐसा 44 साल में पहली बार हुआ है जब चीन ने समुद्र के ऊपर अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल वायुमंडलीय परीक्षण सफलतापूर्वक किया.
चीनी अखबार ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ में प्रकाशित खबर के अनुसार, चीन ने मई 1980 में अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल डीएफ-5 का परीक्षण किया था.
खबर में बताया गया कि यह नयी मिसाइल अमेरिका की मुख्य भूमि तक पहुंच सकती है.
उत्तर कोरिया ने इस महीने की शुरुआत में जापान सागर या पूर्वी सागर की ओर छोटी दूरी तक हमला करने वाली कई बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था.
चीन परमाणु हथियारों का ‘पहले इस्तेमाल न करने’ की नीति पर कायम है.
NDTV India – Latest
More Stories
अंगना में सैया स्विमिंग पूल बनवाइहा..शादी की रस्मों के बीच दूल्हा-दुल्हन के इस वीडियो को देख लोगों ने ली मौज, बोले- सब रेडी है
बूट्स लवर के लिए शानदार मौका! हैवी डिस्काउंट पर इन स्टाइलिश बूट्स के साथ अपग्रेड करें अपनी विंटर वॉर्डरोब
370, इलेक्टोरल बॉन्ड, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय फैसले और ट्रोल पर पूर्व CJI चंद्रचूड़ के मन में क्या?