November 22, 2024
BJP

नीतिन गडकरी ने वैक्सीन की कमी पर खोली मोदी सरकार की पोल, सरकार के दबाव के बाद देने लगे सफाई

Nitin Gadkari का सुझाव आते ही विपक्ष को हथियार मिल गया। विपक्ष ने इस बयान को आधार बनाकर केंद्र सरकार को घेरना शुरू कर दिया। कांग्रेस ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अपनी सरकार को अगर यह सुझाव देते तो देश का भला होता। उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तो पहले ही यही सुझाव केंद्र को दे चुके हैं।

मुंबई। वैक्सीन की किल्लत को दूर करने के लिए केंद्र सरकार को दिए गए नीतिन गडकरी (Nitin Gadkari) के बयान ने भूचाल ला दिया है। केंद्रीय मंत्री द्वारा मोदी सरकार की पोल खोलने के बाद विपक्ष की घेराबंदी तेज हो गई। सकते में आई सरकार ने अपने मंत्री पर दबाव बनाया तो फिर वह खुद सफाई देने लगे। केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी ने कहा कि स्वदेशी जागरण मंच के कार्यक्रम में वैक्सीन का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए जो राय मैंने दी थी, उसके पहले ही केंद्र सरकार इस दिशा में प्रयास शुरू कर दी थी। केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री ने मुझे बताया कि पहले ही 12 कंपनियों को वैक्सीन बनाने की इजाजत दे दी गई है। गडकरी ने ट्वीट कर कहा-‘कांफ्रेंस में शामिल होने के दौरान मुझे सरकार के प्रयासों के बारे में जानकारी नहीं थी।’

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गडकरी के किस बयान पर मची है खलबली

दरअसल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आनुषांगिक संगठन स्वदेशी जागरण मंच के एक कांफ्रेंस में मंगलवार को केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने वैक्सीन की किल्लत को दूर करने के उपाय सुझाए थे। गडकरी ने कहा था कि देश में वैक्सीन बनाने के लिए अन्य कंपनियों को भी लाइसेंस मिलने चाहिए, ताकि प्रोडक्शन को बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा था कि जब डिमांड बढ़ती है तो सप्लाई की दिक्कतें आती है। ऐसे में संबंधित मंत्रालय के मंत्री को देश की अन्य कंपनियों को वैक्सीन बनाने का लाइसेंस देने पर ध्यान देना चाहिए।

गडकरी ने कहा कि देश के करीब करीब हर एक राज्य में ऐसे लैब मौजूद हैं जिनके पास वैक्सीन बनाने की क्षमता है। अगर ऐसी कंपनियों को लाइसेंस दिया जाए और लैब्स को फार्मूला दे दिया जाए तो 15 दिनों के भीतर नतीजे दिख सकते हैं। इस तरह हर राज्य अपनी प्रोडक्शन क्षमता बढ़ाएगा तो फिर हम देश में वैक्सीन की जरूरतों को पूरा करने के बाद एक्सपोर्ट भी कर सकते हैं।

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लेकिन गडकरी के बयान को हथियार बनाकर सरकार को घेरा

गडकरी (Nitin Gadkari) का सुझाव आते ही विपक्ष को हथियार मिल गया। विपक्ष ने इस बयान को आधार बनाकर केंद्र सरकार को घेरना शुरू कर दिया। कांग्रेस ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अपनी सरकार को अगर यह सुझाव देते तो देश का भला होता। उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तो पहले ही यही सुझाव केंद्र को दे चुके हैं।

सरकार पर विपक्ष की घेराबंदी के बाद गडकरी ने दी सफाई

वैक्सीन उत्पादन बढ़ाने के सुझाव पर उठे विवाद के बाद नीतिन गडकरी ने सफाई जारी की है। उन्होंने कहा कि कांफ्रेंस में जाने के पहले मुझे सरकार के प्रयासों के बारे में जानकारी नहीं थी। मैंने जो सुझाव दिए, उस पर पहले ही केंद्रीय उर्वरक व रसायन मंत्रालय काम कर रहा है। केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री मनसुख मांडवीय ने उनको (Nitin Gadkari) जानकारी दी है कि केंद्र सरकार ने 12 कंपनियों को वैक्सीन प्रोडक्शन के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
गडकरी ने ट्वीट किया-मैं मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए प्रयासों से अनभिज्ञ था। इसलिए कल सुझाव दे दिया। लेकिन मुझे गर्व है और मंत्री व उनके सहयोगियों को इसके लिए बधाई देता हूं।

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