प्रदर्शनकारियों पर दागे जा रहे आंसू गैस के गोले, सड़कों पर सेना का कड़ा पहरा… पाकिस्तान में इन दिनों कुछ यही हालात देखने को मिल रहे हैं. पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के कार्यकर्ता इन दिनों सड़कों पर उतरकर कोहराम मचा रहे हैं. एससीओ समिट (SCO Summit) से पहले बिगड़े हालात से निपटने के लिए पाक सरकार ने इस्लामाबाद को सेना के हवाले कर दिया है. इधर, अमेरिका ने पाकिस्तान में मौजूद अपने नागरिकों को विरोध प्रदर्शनों से दूर रहने की सलाह दी है.
इस्लामाबाद सेना के हवाले: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इस समय जेल में बंद हैं, लेकिन बाहर उनकी पार्टी के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सड़कों पर कोहराम मचा रहे हैं. इन विरोध प्रदर्शनों को राकेने के लिए इस्लामाबाद में सेना के जवानों को उतारा गया है. शनिवार को सेना के जवानों को विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों पर आंसू गैस के गोले दागते हुए देखा गया. सेना की तैनाती तब की गई है जब खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर के नेतृत्व में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के समर्थक प्रदर्शन में भाग लेने के लिए डी-चौक पर पहुंचे गए हैं.पाकिस्तान में SCO Summit: इमरान खान की पार्टी ने विरोध प्रदर्शन का एकदम सटीक समय चुना है. दरअसल, पाकिस्तान में कुछ दिनों बाद शंघाई सहयोग संगठन (SCO Summit) का शिखर सम्मेलन होने जा रहा है. एससीओ समिट में कई देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. इंटरनेशनल मीडिया की नजर इस समय पाकिस्तान पर ही है. ऐसे में इमरान खान की पार्टी के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर अपनी आवाज उठाना चाहते हैं. पाकिस्तान 15-16 अक्टूबर को एससीओ शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. इसलिए कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना के जवान 5-17 अक्टूबर तक शहर में रहेंगे.PTI समर्थकों की ये है मांग: सड़कों पर उतरे पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थक पिछले काफी समय से इमरान खान की रिहाई की मांग कर रहे हैं. क्रिकेटर से राजनीतिक नेता बने इमरान खान ने सरकार के आह्वान के बावजूद प्रदर्शन को स्थगित करने से इनकार कर दिया. खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार मुहम्मद अली सैफ ने ‘जियो न्यूज’ को बताया कि राजधानी में खान की पार्टी के प्रदर्शन से निपटने के लिए सेना की टुकड़ियों को तैनात किया गया है.खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा का तत्काल सत्र: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के विरोध के कारण अराजकता के बीच रविवार को खैबर पख्तूनख्वा (केपी) विधानसभा का एक तत्काल सत्र बुलाया गया है. एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, बैठक 7 अक्टूबर को होनी थी, लेकिन इस्लामाबाद में कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद इसे रविवार को तय किया गया है. खैबर पख्तूनख्वा सरकार के प्रवक्ता बैरिस्टर सैफ ने एक बयान में कहा कि केपी हाउस को घेर लिया गया है और अली अमीन गंडापुर को कैद कर लिया गया है. बैरिस्टर सैफ ने कहा कि केपी हाउस की घेराबंदी उनकी ‘सफलता’ का प्रमाण है.अमेरिका ने अपने नागरिकों को किया अलर्ट: पाकिस्तान में अमेरिकी दूतावास और वाणिज्य दूतावासों ने शुक्रवार (स्थानीय समय) को देश में अमेरिकी नागरिकों को 4-7 अक्टूबर तक पाकिस्तान के विभिन्न स्थानों पर संभावित विरोध प्रदर्शनों को लेकर अलर्ट किया है. बयान में अमेरिकी नागरिकों को किसी भी बड़ी सभा से बचने और अपडेट के लिए स्थानीय मीडिया पर नजर रखने की सलाह दी गई है. बयान में कहा गया है, ‘एहतियाती सुरक्षा उपस्थिति, चौकियों की बढ़ी हुई संख्या और क्षेत्र में स्थानीय मोबाइल और इंटरनेट नेटवर्क से जुड़े व्यवधानों के साथ-साथ बड़ी भीड़ और ट्रैफिक जाम की आशंका है. ये समस्याएं 7 अक्टूबर के बाद भी जारी रह सकती है. ऐसे में लोगों को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है.
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