Haryana Chunav Result Day: हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election 2024) के लिए मंगलवार यानी आज मतगणना होगी. राज्य की सत्ता पर काबिज बीजेपी को भरोसा है कि वह लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए सत्ता बरकरार रखने में कामयाब होगी. वहीं, एग्जिट पोल के अनुमान के मुताबिक कांग्रेस 10 साल बाद सत्ता में वापसी करती दिख रही है. हालांकि, हरियाणा के चुनावी अखाड़े में किसकी जीत होगी, ये तो चुनावी नतीजों से ही साफ हो पाएगा.
सुबह 8 बजे से शुरू होने वाली वोटों की गिनती को लेकर सुरक्षा व्यवस्था समेत सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने बताया कि मतगणना स्थलों पर तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. राज्य के 22 जिलों के 90 विधानसभा क्षेत्रों में 93 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं.बादशाहपुर, गुरुग्राम और पटौदी विधानसभा सीटों के लिए दो-दो मतगणना केंद्र बनाए गए हैं, शेष 87 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए एक-एक मतगणना केंद्र स्थापित किया गया है. मतगणना प्रक्रिया की निगरानी के लिए निर्वाचन आयोग ने 90 मतगणना पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं. हरियाणा की 90 सीट पर 464 निर्दलीय और 101 महिलाओं सहित कुल 1,031 उम्मीदवार मैदान में हैं. इन सीटों पर पांच अक्टूबर को एक ही चरण में मतदान हुआ था.सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती की जाएगी, उसके 30 मिनट बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के मतों की गिनती की होगी. सीईओ ने कहा कि मतगणना के प्रत्येक चरण की सटीक जानकारी समय पर अपलोड की जाएगी.हरियाणा पुलिस के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि मतगणना के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है और हर केंद्र पर पर्याप्त पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है. कपूर ने कहा कि इन केंद्रों के आसपास यातायात को प्रबंधित करने के लिए यातायात को दूसरे मार्ग से भेजने की योजना भी तैयार की गई है.इस चुनाव में मुख्य पार्टियां बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो)-बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और जननायक जनता पार्टी (जजपा)-आजाद समाज पार्टी (आसपा) हैं. ज्यादातर सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है. कई एग्जिट पोल ने हरियाणा में कांग्रेस की जीत का अनुमान जताया है, जहां 67.90 प्रतिशत मतदान हुआ.एग्जिट पोल के नतीजों को खारिज करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दावा किया है कि उनकी पार्टी भाजपा आठ अक्टूबर को पूर्ण बहुमत के साथ तीसरी बार सरकार बनाएगी. इधर, कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पूर्ण बहुमत मिलने का विश्वास जताया है. हुड्डा को कांग्रेस के जीतने पर मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है.इनेलो-बसपा गठबंधन ने भी दावा किया है कि नतीजे घोषित होने के बाद वह अगली सरकार बनाएगा, जबकि जजपा नेता दुष्यंत चौटाला ने विश्वास जताया है कि उनके गठबंधन को जीत मिलेगी. हरियाणा में अपने बलबूते चुनाव लड़ने वाली आप के प्रमुख अरविंद केजरीवाल दावा करते रहे हैं कि उनकी पार्टी के समर्थन के बिना हरियाणा में कोई सरकार नहीं बन सकती.सत्तारूढ़ बीजेपी का कहना है कि सत्ता में उसकी वापसी सुशासन, पारदर्शी प्रशासन, समान विकास, योग्यता के आधार पर नौकरी, किसानों, गरीबों और कमजोरों सहित सभी वर्गों के लिए कल्याणकारी पहल के अपने रिकॉर्ड के दम पर होगी. हालांकि, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने भाजपा नीत सरकार को विफल करार दिया है और किसानों, बेरोजगारी, अग्निवीर, महंगाई, कानून-व्यवस्था और अन्य मुद्दों पर उसे निशाना बनाया है.चुनावी मुकाबले में उतरे प्रमुख उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री सैनी (लाडवा), विपक्ष के नेता हुड्डा (गढ़ी सांपला-किलोई), इनेलो के अभय चौटाला (ऐलनाबाद), जजपा के दुष्यंत चौटाला (उचाना कलां), भाजपा के अनिल विज (अंबाला कैंट), कैप्टन अभिमन्यु (नारनौंद), ओ पी धनखड़ (बादली), आप के अनुराग ढांडा (कलायत) और कांग्रेस की विनेश फोगाट (जुलाना) हैं.वर्ष 2019 में भाजपा ने जजपा के समर्थन से सरकार बनाई थी, जबकि अधिकतर निर्दलीय विधायकों ने भी समर्थन दिया था. हालांकि, इस साल मार्च में मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद जजपा का भाजपा के साथ गठबंधन खत्म हो गया है.
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