November 24, 2024
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को चुनाव, झारखंड में 2 फेज में होगी वोटिंग; 47 विधानसभा और 2 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव का भी ऐलान

महाराष्ट्र में 20 नवंबर को चुनाव, झारखंड में 2 फेज में होगी वोटिंग; 47 विधानसभा और 2 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव का भी ऐलान​

महाराष्ट्र विधानसभा में 288 सीटें हैं. यहां एक ही फेज में 20 नवंबर को वोटिंग होगी. वहीं, झारखंड में 2 फेज में 13 नवंबर और 20 नवंबर को वोटिंग होगी. 23 नवंबर को रिजल्ट आएंगे. महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर 2024 को, वहीं झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को खत्म हो रहा है.

महाराष्ट्र विधानसभा में 288 सीटें हैं. यहां एक ही फेज में 20 नवंबर को वोटिंग होगी. वहीं, झारखंड में 2 फेज में 13 नवंबर और 20 नवंबर को वोटिंग होगी. 23 नवंबर को रिजल्ट आएंगे. महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर 2024 को, वहीं झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को खत्म हो रहा है.

भारत के चुनाव आयोग ने मंगलवार (15 अक्टूबर) को महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों 2024 की तारीखों का ऐलान कर दिया. महाराष्ट्र में 20 नवंबर को वोटिंग होगी. जबकि झारखंड में दो फेज में चुनाव होंगे. पहले फेज की वोटिंग 13 नवंबर को होगी. दूसरे फेज की वोटिंग 20 नवंबर को होगी. दोनों राज्यों के नतीजें 23 नवंबर को आएंगे. चुनाव आयोग ने इसके साथ ही 13 राज्यों की 48 विधानसभा सीटों और 2 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव का ऐलान भी किया है.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का पूरा शेड्यूल?
महाराष्ट्र विधानसभा में सिंगल फेज में 20 नवंबर को वोटिंग होगी. गजट नोटिफिकेशन 22 अक्टूबर को निकाला जाएगा. नामांकन 29 अक्टूबर से किए जा सकेंगे. 30 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी. 4 नवंबर तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे. नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.

झारखंड चुनाव का पूरा शेड्यूल
झारखंड में पहले फेज की वोटिंग 13 नवंबर को और 20 नवंबर को दूसरे फेज की वोटिंग होनी है. पहले फेज की गजट नोटिफिकेशन की तारीख 18 अक्टूबर 2024 है. दूसरे फेज के नोटिफिकेशन की तारीख 22 अक्टूबर है. पहले फेज के नॉमिनेशन की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर को है. दूसरे फेज की नॉमिनेशन की आखिरी तारीख 29 अक्टूबर को है. पहले फेज के नॉमिनेशन की जांच की आखिरी तारीख 28 अक्टूबर और दूसरे फेज के नॉमिनेशन की जांच की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर है. पहले फेज के कैंडिडेट 30 अक्टूबर तक नॉमिनेशन वापस ले सकेंगे. जबकि दूसरे फेज के कैंडिडेट 1 नवंबर को अपना नामांकन वापस ले सकते हैं. चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.

Jharkhand to vote in two phases – on 13th November and 20th November. Counting of votes on 23rd November.#JharkhandElection2024 pic.twitter.com/JlCJRgHLD2

— ANI (@ANI) October 15, 2024

किन विधानसभा और लोकसभा सीटों पर है उपचुनाव?
उत्तर प्रदेश की 9, राजस्थान की 7, पश्चिम बंगाल की 6, असम की 5, बिहार की 4, पंजाब की 4, कर्नाटक की 3, केरल की 2, मध्य प्रदेश की 2, सिक्किम की 2, गुजरात की 1, उत्तराखंड की 1 और छत्तीसगढ़ की 1 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. इसके साथ ही केरल की वायनाड सीट और महाराष्ट्र की नांदेड़ सीट पर भी उपचुनाव होने हैं. पहले उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना था. लेकिन अभी मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की डेट अनाउंस नहीं हुई है.
48 विधानसभा सीटों में से 12 सीटें BJP के पास हैं. कांग्रेस के पास 11 सीटें, सपा के पास 6 और TMC के पास 5 सीटें हैं. इसके अलावा अन्य के पास 14 सीटें हैं.

कब होना है उपचुनाव?
47 विधानसभा सीटों और केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे. वायनाड सीट राहुल गांधी के इस्तीफे के कारण खाली हुई है. राहुल गांधी अभी रायबरेली से सांसद हैं. वहीं, उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट और महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट पर 20 नवंबर को उपचुनाव होंगे. महाराष्ट्र की नांदेड़ सीट कांग्रेस सांसद वसंतराव चव्हाण के निधन के कारण खाली हुई है. उपचुनाव के नतीजे भी 23 नवंबर को आएंगे.

उपचुनाव का पूरा शेड्यूल
47 विधानसभा सीटों और केरल की वायनाड लोकसभा सीट के लिए गजट नोटिफिकेश की तारीख 18 अक्टूबर है. 25 अक्टूबर से नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे. 30 अक्टूबर तक नामांकन वापस लिए जा सकते हैं. जबकि उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट और महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा सीट के लिए गजट नोटिफिकेश की तारीख 22 अक्टूबर रखी गई है. 29 अक्टूबर से नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे. 4 नवंबर तक नामांकन वापस लिए जा सकते हैं. 47 विधानसभा सीटों और केरल की वायनाड लोकसभा सीट के लिए 13 नवंबर को वोटिंग होगी. केदारनाथ विधानसभा सीट और नांदेड़ लोकसभा सीट के लिए 29 नवंबर को उपचुनाव कराए जाएंगे.

मौजूदा महाराष्ट्र विधानसभा की स्थिति
महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं. बहुमत का आंकड़ा 145 है. मौजूदा महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर 2024 तक खत्म हो रहा है. अभी महाराष्ट्र विधानसभा में BJP के 103 विधायक हैं. शिवसेना के 37, NCP के 39 विधायक हैं. इसके साथ ही छोटे दलों से 9 सदस्य और 13 निर्दलीय भी विधानसभा में हैं. BJP की अगुवाई वाले गठबंधन को महायुति कहा जाता है.

कांग्रेस, शरद पवार गुट और उद्धव ठाकरे का गठबंधन महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष में है. कांग्रेस के 37, शिवसेना UBT के 37, NCP (शरद चंद्र पवार) के 13 विधायक हैं. एक स्वंतत्र सदस्य भी गठबंधन का हिस्सा है. वहीं, भारतीय शेतकरी कामगार पक्ष के एक विधायक हैं. महाराष्ट्र की विधानसभा में इसके साथ ही MIM के 2, समाजवादी पार्टी के 2 और CPI(M) के 1 विधायक हैं.

कैसा रहा था 2019 का महाराष्ट्र चुनाव?
2019 में महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को एक ही फेज में वोटिंग कराई गई थी. वोटिंग पर्सेंट 61.4% रहा था. गठबंधन में चुनाव लड़ रही BJP ने 105 सीटें और शिवसेना ने 56 सीटें जीती थी. गठबंधन से NCP को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं थी. हालांकि, CM पद को लेकर विवाद हुआ और BJP-शिवसेना का 25 साल का गठबंधन टूट गया.

फिर शुरू हुआ सियासी ड्रामा
23 नवंबर 2019 को सुबह-सुबह देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. हालांकि, सियासी उथल-पुथल के बीच फ्लोर टेस्ट से पहले ही 26 नवंबर 2019 को दोनों ने इस्तीफा दे दिया. बाद में 28 नवंबर को उद्धव ठाकरे ने NCP और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना रही. इस गठबंधन को महाविकास अघाड़ी कहा गया. फिर शिवसेना में बगावत हुई. पार्टी के दो गुट हो गए. चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे के गुट को असली शिवसेना माना. एकनाथ शिंदे ने BJP के साथ गठबंधन करके सरकार बना ली. देवेंद्र फडणवीस डिप्टी CM बने. इसके बाद उद्धव ठाकरे की महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई. जुलाई 2023 में NCP में टूट हुई. अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार से बगावत कर दी और शिंदे-BJP सरकार में शामिल हो गए. उन्हें दूसरा डिप्टी CM बनाया गया. बाद में चुनाव आयोग ने भी अजित पवार के गुट को असली NCP माना.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने अपॉइंट किए ऑब्जर्वर
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अशोक गहलोत, सचिन पायलट और अन्य बड़े नेताओं को ऑब्जर्वर यानी पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. इसके अलावा कांग्रेस ने क्षेत्रों के हिसाब से भी अन्य कई नेताओं को नियुक्त किया है.

किसे मिली कहां की जिम्मेदारी?
मुंबई और कोंकण के लिए अशोक गहलोत और डॉ. जी. परमेश्वर ऑब्जर्वर बनाए गए हैं. विदर्भ (अमरावती और नागपुर) के लिए भूपेश बघेल, चरणजीत सिंह चन्नी और उमंग सिंघार ऑब्जर्वर बनाए गए हैं. मराठवाड़ा में सचिन पायलट, उत्तम कुमार रेड्डी ऑब्जर्वर हैं. जबकि पश्चिमी महाराष्ट्र की जिम्मेदारी टी.एस. सिंहदेव, एम.बी. पाटिल को दी गई है. उत्तर महाराष्ट्र की बात करें तो यहां डॉ. सैयद नसीर हुसैन और डी.अनसूया सीताक्का को ऑब्जर्वर बनाया गया है. राज्य चुनाव वरिष्ठ समन्वयक के रूप में पार्टी ने मुकुल वासनिक और अविनाश पांडे को चुना है.

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