अमेरिका को कुछ ही महीनों में अपना नया राष्ट्रपति मिल जाएगा. 5 नवंबर को वोटिंग होनी है और फिर परिणाम आ जाएंगे और जनवरी में नए राष्ट्रपति शपथ लेंगे. फिलहाल चुनाव प्रचार का अंतिम दौर चल रहा है. डेमोक्रैट की उम्मीदवार उपराष्ट्रपति कमला हैरिस लगातार सभाएं कर रही हैं और लोगों तक अपनी बात पहुंचा रही हैं. उधर, रिपब्लिकन उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. वे अपने भाषणों में डेमोक्रैटिक सरकार की नाकामियां गिना रहे हैं और सवाल खड़ा कर रहे हैं कि कैसे और क्यों कमला हैरिस की सरकार यदि बनती है तो अलग होगी.
US presidential elections 2024: अमेरिका को कुछ ही महीनों में अपना नया राष्ट्रपति मिल जाएगा. 5 नवंबर को वोटिंग होनी है और फिर परिणाम (US election results 2024) आ जाएंगे और जनवरी में नए राष्ट्रपति (USPresidential oath) शपथ लेंगे. फिलहाल चुनाव प्रचार का अंतिम दौर चल रहा है. डेमोक्रैट की उम्मीदवार उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (Democratic party candidate Kamala Harris) लगातार सभाएं कर रही हैं और लोगों तक अपनी बात पहुंचा रही हैं. उधर, रिपब्लिकन उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Republican Party candidate Donald Trump) भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. वे अपने भाषणों में डेमोक्रैटिक सरकार की नाकामियां गिना रहे हैं और सवाल खड़ा कर रहे हैं कि कैसे और क्यों कमला हैरिस की सरकार यदि बनती है तो अलग होगी.
कमला हैरिस के सामने बड़ा सवाल
कमला हैरिस को इस सवाल से लगातार जूझना पड़ रहा है. अमेरिका में जो बाइडेन की वर्तमान सरकार से कई जगह लोगों को नाराजगी दिख रही है. अंतरराष्ट्रीय मंचों पर राष्ट्रपति जो बाइडेन की नाकामी की चर्चा हो रही है. कमला हैरिस को इस सवाल से कई परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन कमला हैरिस ने कहीं से कम नहीं पड़ रही हैं.
कांटे की टक्कर का हो रहा चुनाव
कमला हैरिसा लगातार लोगों के बीच अपनी अलग पहचान बनाने में सफल हो रही हैं. उन्होंने चुनाव प्रचार में लोगों को अपनी सरकार आने पर अपनी प्राथमिकताओं के बारे में स्पष्ट रूप से बताया है और लोग उनकी बात से सहमत हो रहे हैं. ऐसा इसलिए कहा जा सकता है कि क्योंकि तमाम पोल सर्वे जो अमेरिका में हो रहे हैं उसमें कमला हैरिस मामूली बढ़त बनाए हुए हैं. कमला हैरिस लोगों के बीच अपनी अलग विचारधारा के लिए पॉपुलर हो रही हैं.
ट्रंप के आरोपों का कमला हैरिस ने दिया जवाब
कमला हैरिस ने मंगलवार को एक चुनावी सभा में लोगों को इसी सवाल का जवाब विस्तार से दिया. कमला हैरिस वर्तमान में राष्ट्रपति जो बाइडेन सरकार में उपराष्ट्रपति की भूमिका में हैं. इसलिए सरकार की कामयाबी और नाकामयाबी दोनों का जवाब देना होगा. इसलिए लगातार और बार बार उठ रहे इस सवाल का जवाब उन्होंने लोगों के बीच दिया.
चुनाव जीतीं तो कैसे अलग होगा हैरिस प्रशासन
हैरिस ने कहा कि मैं अपने अनुभव और विचार ओवल ऑफिस में लाऊंगी, मेरा राष्ट्रपति पद अलग होगा, क्योंकि हमारे सामने आने वाली चुनौतियां अलग हैं.”
हैरिस ने कहा कि जब बिडेन और उन्होंने जनवरी 2021 में कार्यालय में प्रवेश किया, तो एक राष्ट्र के रूप में सर्वोच्च प्राथमिकता COVID-19 महामारी से निपटना और “अर्थव्यवस्था को बचाना” थी. उन्होंने कहा कि अब हमारी सबसे बड़ी चुनौती लागत कम करना है – लागत जो महामारी से पहले भी बढ़ रही थी, और वे अभी भी बहुत अधिक हैं. मैं इसे करके रहूंगी.
ट्रंप पर हमला
डोनाल्ड ट्रंप की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, “हमारे पूर्वजों ने संघर्ष, बलिदान और अपने जीवन का बलिदान केवल इसलिए नहीं दिया कि हम हमारी मौलिक स्वतंत्रता को खो दें. उन्होंने ऐसा केवल हमें किसी अन्य ‘तानाशाह’ की इच्छा के आगे झुकते देखने के लिए नहीं किया.”
बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने बाइडेन प्रशासन पर काफी हमले किए. कई मुद्दों पर बाइडेन प्रशासन की नाकामी का आरोप लगाते हुए ट्रंप ने कई बार कमला हैरिस पर भी हमले किए हैं.
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