फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि लगातार हो रहे हमलों को देखकर तो ऐसा लग रहा है कि कोई जानबूझकर राज्य की नई सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने घाटी (कश्मीर) में बीते कुछ दिनों से लगातार हो रहे आतंकी हमलों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने शनिवार को कहा कि मुझे लगता है कि ये हमले स्थानीय सरकार को अस्थिर करने के इरादे से किए जा रहे हैं. मेरा मानना है कि केंद्र सरकार को इन हमलों की स्वतंत्र जांच करनी चाहिए. साथ ही फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आतंकियों को मारने की जगह उन्हें पकड़कर ये पूछताछ करना चाहिए कि आखिर इन हमलों के पीछे कौन हैं.
बीजेपी ने फारूख अब्दुल्ला को दिया जवाब
बीजेपी ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला के इस बयान से लगता है कि सत्ता में आने बाद उन्हें एहसास हो रहा है कि जम्मू-कश्मीर में कैसे विदेशी शक्तियां सक्रिय हैं. हम तो फारूक अब्दुल्ला से सिर्फ इतना कहना चाहते हैं कि उन्हें और जम्मू-कश्मीर की सरकार को केंद्र सरकार के साथ मिलकर इन ताकतों को खत्म करने की दिशा में काम करना चाहिए.
श्रीनगर में भी हुआ मुठभेड़
जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में शनिवार सुबह से सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है. अनंतनाग जिले के हलकन गली में मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया है. आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू करने के बाद यह मुठभेड़ हुई. इससे पहले श्रीनगर के खानयार में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई.
एक या दो आतंकवादी किसी मकान में छिपे होने की आशंका के बाद सुरक्षाबलों ने खुफिया इनपुट के आधार पर सर्च ऑपरेशन (Search Operation) शुरू किया था. जैसे ही सुरक्षाबल संदिग्ध इलाके की तरफ पहुंचे वहां छिपे आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी.जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने भी गोलियां चलानी शुरू कर दीं. बता दें कि शुक्रवार को आतंकियों ने बांदीपोरा में जवानों के शिविर पर हमला किया था.
सुरक्षाबलों-आतंकियों में मुठभेड़
श्रीनगर के खानयार में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच रुक-रुककर गोलीबारी हुई. जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ महीनों में आतंकी घटनाएं काफी ज्यादा बढ़ गई हैं. कभी सेना के जवानों तो कभी प्रवासी मजदूरों को निशाना बनाया जा रहा है. वहीं सुरक्षाबल भी आतंकियों के सफाए के लिए लगातार सर्च ऑपरेशन चलाने में जुटे हैं. आतंकी अक्सर ही घुसपैठ की कोशिश में लगे रहते हैं. लेकिन सुरक्षाबल उनके मंसूबों को लगातार नाकाम कर रहे हैं.
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