देव दिवाली का पर्व पूरे भारत में हर्षोल्लास से मनाया जाता है, लेकिन काशी में इसका विशेष महत्व होता है. इस दिन घाटों पर दीप जलाए जाते हैं और गंगा नदी (Ganga) की आरती की जाती है, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं.
Dev Diwali 2024 : इस साल देव दीवाली का पर्व 15 नवंबर 2024 को मनाया जाएगा, जो कार्तिक मास की पूर्णिमा (kartik Purnima) को आता है. इसे त्रिपुरारी पूर्णिमा या कार्तिक पूर्णिमा भी कहा जाता है. देव दिवाली का पर्व पूरे भारत में हर्षोल्लास से मनाया जाता है, लेकिन काशी में इसका विशेष महत्व होता है. इस दिन घाटों पर दीप जलाए जाते हैं और गंगा नदी (Ganga) की आरती की जाती है, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं.
इस बार देव दिवाली पर विशेष ज्योतिषीय संयोग बन रहे हैं, जो कई राशियों पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं. इस दिन चंद्रमा वृषभ राशि में स्थित है और गुरु के साथ मिलकर गजकेसरी योग का निर्माण कर रहा है, जो शुभ फलदायी माना जाता है. इसके अलावा, शनि कुंभ राशि में रहकर राजयोग बना रहा है, वहीं मंगल कर्क राशि में स्थित होकर मीन राशि में राहु के साथ नवपंचम राजयोग का निर्माण कर रहा है. ये दुर्लभ योग कुछ राशियों के लिए विशेष लाभकारी हो सकते हैं. आइए जानते हैं कि इन राजयोगों का किन राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा और उन्हें किस प्रकार का लाभ मिल सकता है.
वृषभ राशि: नए अवसरों की प्राप्ति
वृषभ राशि के जातकों के लिए इस देव दिवाली का समय काफी अनुकूल है. चंद्रमा और गुरु की युति से बने गजकेसरी योग के प्रभाव से आपके लिए नए अवसरों की प्राप्ति हो सकती है. खासतौर पर कार्यक्षेत्र में उन्नति के संकेत मिल रहे हैं. यदि आप किसी नए प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं या नौकरी में प्रमोशन की उम्मीद कर रहे हैं तो यह समय आपके लिए शुभ साबित हो सकता है. आर्थिक रूप से भी यह योग लाभकारी सिद्ध होगा. नए निवेश के लिए भी यह समय अच्छा है, जिससे भविष्य में अच्छे लाभ मिलने की संभावनाएं हैं. इसके साथ ही परिवार और रिश्तों में भी सकारात्मकता बनी रहेगी और कोई अच्छा समाचार मिल सकता है.
मिथुन राशि: भाग्य का साथ मिलेगा
मिथुन राशि के जातकों के लिए इस देव दिवाली पर शनि और गुरु का संयोग विशेष रूप से भाग्य वृद्धि का संकेत दे रहा है. कुंभ राशि में स्थित शनि का प्रभाव आपकी किस्मत को मजबूत बना सकता है. इस समय आपका भाग्य आपके साथ है और आपके रुके हुए कार्य तेजी से पूरे हो सकते हैं. यदि आप किसी शिक्षा या करियर से जुड़े महत्वपूर्ण निर्णय लेना चाह रहे हैं तो यह समय अनुकूल है. आर्थिक लाभ की संभावनाएं भी बन रही हैं, जिससे आपके आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा. इसके साथ ही आपको कुछ नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं जो आपके करियर को ऊंचाइयों पर ले जाएंगे.
कुंभ राशि: संतान सुख और सफलता का योग
कुंभ राशि के जातकों के लिए देव दिवाली का पर्व संतान सुख और सफलता का संकेत दे रहा है. इस राशि में स्थित शनि और गजकेसरी योग का प्रभाव आपके जीवन में खुशियों का संचार करेगा. अगर आप संतान से जुड़े किसी शुभ समाचार की प्रतीक्षा कर रहे हैं तो इस समय आपके लिए सकारात्मक संकेत हैं. इसके साथ ही करियर में भी नई ऊंचाइयां प्राप्त हो सकती हैं. आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और आप धन लाभ का अनुभव कर सकते हैं. नौकरी या व्यवसाय में तरक्की के योग बन रहे हैं. इसके अलावा आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा जिससे आप नए कार्यों में सफलता प्राप्त करेंगे.
अन्य राशियों पर प्रभाव
हालांकि इन तीन राशियों के लिए देव दिवाली का यह संयोग विशेष रूप से लाभकारी है, लेकिन अन्य राशियों पर भी इसका कुछ न कुछ सकारात्मक प्रभाव रहेगा. सभी राशियों के लोग इस शुभ संयोग का लाभ उठाने के लिए देव दिवाली के दिन पूजा-पाठ, दीपदान और धार्मिक अनुष्ठान कर सकते हैं. माना जाता है कि इस दिन गंगा स्नान और भगवान शिव की पूजा करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है और पापों का क्षय होता है.
देव दिवाली पर धार्मिक अनुष्ठानों का महत्व
देव दिवाली पर पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व है. लोग गंगा, यमुना और अन्य पवित्र नदियों में स्नान करके अपने पापों से मुक्ति पाने की कामना करते हैं. इस दिन दान-पुण्य करने से भी विशेष फल की प्राप्ति होती है. घरों और मंदिरों में दीप जलाने से सुख-समृद्धि आती है और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है.
इस प्रकार देव दीवाली का यह पर्व न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि ज्योतिषीय दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है. इस दिन बनने वाले शुभ योगों का लाभ उठाकर राशियों के जातक अपने जीवन में नई खुशियां और समृद्धि ला सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
NDTV India – Latest
More Stories
हर बार फीका निकल रहा है तरबजू तो डाइटीशियन की यह ट्रिक काम कर जाएगी, फिर हर बार शहद सा मीठा निकलेगा Watermelon
Irritable Bowel Syndrome: आप IBS से हैं पीड़ित, किसी टेस्ट से नहीं बल्कि इस तरह घर पर लगाएं पता
कब है वरूथिनी एकादशी, जानिए वैशाख माह में रखे जाने वाले इस व्रत की पूजा विधि और महत्व