जाकिर हुसैन का निधन 8 दिसंबर की रात को हो गया था. सोमवार सुबह उनके परिवार ने इसकी पुष्टि की. परिवार के मुताबिक हुसैन इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस से पीड़ित थे.
तबला वादक और पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन का अंतिम संस्कार गुरुवार को अमेरिका में किया जा रहा है. न्यूज एजेंसी PTI ने पारिवारिक सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी दी. रिपोर्ट के मुताबिक, जाकिर हुसैन को गुरुवार (19 दिसंबर) को सैन फ्रांसिस्को में ही दफनाया जाएगा. भारतीय समयानुसार जाकिर हुसैन आज रात 10:30 बजे सुपुर्द-ए-खाक होंगे.
जाकिर हुसैन का निधन 8 दिसंबर की रात को हो गया था. सोमवार सुबह उनके परिवार ने इसकी पुष्टि की. परिवार के मुताबिक हुसैन इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस से पीड़ित थे. परिवार ने बताया कि वे पिछले दो हफ्ते से सैन फ्रांसिस्को के अस्पताल में भर्ती थे. हालत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में एडमिट किया गया था. वहीं, उन्होंने आखिरी सांस ली.
जाकिर का जन्म 9 मार्च 1951 को मुंबई में हुआ था. उस्ताद जाकिर हुसैन को 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से नवाजा गया था. जाकिर हुसैन को 3 ग्रैमी अवॉर्ड भी मिल चुके थे. जाकिर के पिता अल्लाह रक्खा भी तबला वादक थे.
जाकिर हुसैन ने सिर्फ 11 साल की उम्र में अमेरिका में पहला कॉन्सर्ट किया था. 1973 में उन्होंने अपना पहला एल्बम ‘लिविंग इन द मैटेरियल वर्ल्ड’ लॉन्च किया था.
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