मुंबई पुलिस के रिटायर्ड एसीपी अविनाश ने बताया कि उस दौर में पहले एक्सटॉर्शन के लिए ऐसे ही धमकी दी जाती थी. लेकिन एक्सटॉर्शन मांगने या लेने का तरीका अलग होता था. एक्सटॉर्शन भी अलग-अलग तरीके से की जाती थी.
बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर गुरुवार की रात हुए हमले ने एक बार फिर बॉलीवुड सितारों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं. साथ ही इस हमले ने उस दौर की भी याद दिला दी है जब मुंबई में अंडरवर्ल्ड का खौफ था और आए दिन बॉलुवड से जुड़ी हस्तियों को धमकियां दी जाती थीं. उस दौर में फिल्मी हस्तियां कितनी असुरक्षित थीं और किस कदर अंडरवर्ल्ड बॉलीवुड पर हावी था, इसे लेकर NDTV ने मुंबई पुलिस में एसीपी के पद पर रहे अविनाश धर्माधिकारी से खास बातचीत की. आपको बता दें अविनाश धर्माधिकारी ने उस दौर में इस तरह के कई मामलों की जांच में भी शामिल रहे थे.
NDTV से खास बातचीत में अविनाश धर्माधिकारी ने बताया कि 1993 से धमाके से पहले दाउद इब्राहिम की इमेज देश विरोधी नहीं थी. उस दौर में बॉलीवुड के कई अभिनेता दाऊद इब्राहिम के साथ को ज्यादा अच्छा मानते थे. लेकिन 1993 में दाऊद का नाम जैसे ही मुंबई धमाके में आया था उसके बाद से ही बॉलीवुड के अभिनेता दाऊद से दूरी बनाने लगे थे. मैंने खुद उस समय शाहरुख खान से पूछताछ की थी.
बॉलीवुड पर अंडरवर्ल्ड ने काफी पैसा लगाया था उसे लेकर भी बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड के बीच झगड़ा शुरू हुआ था. बॉलीवुड के काफी एक्टर्स पर हमला हुआ और काफी को हमने अटैक होने से बचाया भी है. मैंने खुद राजकुमार संतोषी के ऊपर होने वाले अटैक को फेल किया था. माधुरी दीक्षित पर भी थ्रेड था हमनें उसे भी न्यूट्रिलाइज किया था.
पहले एक्सटॉर्शन के लिए भी मिली थी धमकी
मुंबई पुलिस के रिटायर्ड एसीपी अविनाश ने बताया कि उस दौर में पहले एक्सटॉर्शन के लिए ऐसे ही धमकी दी जाती थी. लेकिन एक्सटॉर्शन मांगने या लेने का तरीका अलग होता था. एक्सटॉर्शन भी अलग-अलग तरीके से की जाती थी. उस दौर में बॉलीवुड एक्टर्स को धमकी मिलती थी. ये धमकियां उन्हें अंडरवर्ल्ड से आपसी मतभेद के कारण भी मिलती थी क्योंकि वो आपसी मतभेद के कारण भी होते थे.उस दौर में अंडरवर्ल्ड जानबूझकर भी पैसे उगाही करते थे. बॉलीवुड में अंडरवर्ल्ड की दखल भी बढ़ गई थी. उस दौर में बॉलीवुड के अंदर अंडरवर्ल्ड की इतनी दखल थी कि किस फिल्म में कौन एक्टर या एक्ट्रेर्स रहेगा, ये भी अंडरवर्ल्ड तय करता था.
12वीं में साथ पढ़ते थे माधुरी के साथ
उन्होंने कहा कि मैं 12वीं में था तो हम (मैं और माधुरी दीक्षित) दोनों साथ थे.हम जेबी नगर में भी साथ ही रहते थे. हम एक ही बस से ट्रैवल करते थे. उस समय वो सेलिब्रिटी नहीं थीं. 12वीं के बाद उन्होंने कॉलेज छोड़ दिया था. माधुरी दीक्षित को अलग तरीके का थ्रेट था. दाऊद इब्राहिम का भाई था अनीश. उसको बॉलीवुड के एक्टर्स में काफी रुचि थी. वो ऐसे एक्ट्रेस को जानबूझकर करके फोन करता था. उस समय हमने माधुरी दीक्षित की सेफ्टी पर लगाया था. उस समय एक शब्द काफी चलन में था जो था एमडी. एमडी थ्रेट परसेप्शन पर हमने काफी काम किया था. हमें बाद में पता चला था कि एमडी थ्रेड सिर्फ माधुरी दीक्षित के लिए यूज किया गय था. हालांकि, हमने बाद में उस थ्रेड परसेप्शन को न्यूट्रिलाइज कर लिया था. हमने फिल्म इंडस्ट्री के कई लोगों की जान भी बचाई है.
बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे
आप देखिए कि बाबा सिद्दीकी की बॉलीवुड से अच्छे संबंध थे. सलमान खान और संजय दत्त से उनके अच्छे संबंध थे. सलमान खान पर मानसिक दवाब बढ़ाने के लिए बिश्नोई गिरोह ने उनके ऊपर अटैक किया. बाबा सिद्दिकी की हत्या के बाद बिश्नोई गैंग ने मुंबई में कई लोगों को थ्रेट देने की कोशिश की थी लेकिन मुंबई पुलिस ने ऐसा होने नहीं दिया है. आज की तारीख में मुंबई पुलिस की इंटेलिजेंस काफी अच्छी है. मुंबई को आज गैंगस्टर का खतरा उतना नहीं है जितना आतंकवाद का है.
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