कंगना रनोट अपनी फिल्म इमरजेंसी को लेकर चर्चा में हैं। फिल्म 17 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। वहीं, एक्ट्रेस अपने बयानों को लेकर भी सुर्खियों में बनी रहती हैं। इसी बीच कंगना ने हिंदी सिनेमा के डायरेक्टर्स को लेकर बात की है। उन्होंने कहा- हिंदी फिल्मों में जिस तरह से फिमेल्स आर्टिस्ट को प्रेजेंट करते हैं, वो मुझे अच्छा नहीं लगता। ‘फिल्म क्वीन के बाद महिला प्रधान फिल्मों पर फोकस हुआ’ कंगना रनोट ने अजीत भारती को दिए इंटरव्यू में कहा- ‘मैं एक फीमेल आर्टिस्ट के तौर पर दूसरे लेवल पर जाना चाहती थी। मैं जब भी ऐसी लड़कियों से मिलती थी जो हमेशा नकली पलकों और हील्स में दिखाई देती हैं। मुझे यही लगता था कि मैं नकली पलकें, बोटोक्स वगैरह से बेहतर की हकदार हूं, मैं ऐसी इंसान नहीं हूं। साल 2014 में मेरी फिल्म क्वीन रिलीज हुई और मेरी फिल्म महिला प्रधान फिल्म थी। इस फिल्म के बाद से ही हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में महिला प्रधान फिल्मों पर काफी फोकस किया गया। ‘महिलाओं को सिर्फ 10-15 मिनट का रोल मिलता है’ अगर आप टॉप के पांच डायरेक्टर्स को देखें, तो उनकी फिल्मों में महिलाओं का रोल इतना ही होता है कि वो उनमें तैयार ही हो रही होती हैं। एक्ट्रेस को मुश्किल से पांच मिनट का रोल मिलता हैं। मुझे बड़ी फिल्मों में काम करने के लिए बहुत से ऑफर मिले। लेकिन, उनमें रोल मुश्किल से 10-15 मिनट का होता है, और वो भी ऐसा जिसमें एक्ट्रेस को सिर्फ मेक-अप करने का रोल प्ले करना है। वह महिलाओं को अच्छे रोल में नहीं दिखाते। ‘महिलाओं को सही तरह से प्रजेंट नहीं किया जाता’ कंगना ने संजय लीला भंसाली का नाम लिए बिना कहा- ‘एक और बड़े डायरेक्टर का एग्जाम्पल है। उन्होंने हीरामंडी, बाजीराव मस्तानी जैसी फिल्मों से वेश्याओं की एक पूरी दुनिया बना दी है। लड़कियां और भी तो काम करती हैं ना। ये बहुत ज्यादा परेशान करने वाला है। मेरा मतलब सेक्स वर्कर्स को नीचा दिखाना नहीं है, क्योंकि मैंने भी फिल्म रज्जो में एक सेक्स वर्कर का किरदार निभाया है।’ मुझे फिल्म पद्मावत ऑफर हुई थी- कंगना कंगना ने कहा- ‘मुझे फिल्म पद्मावत में रानी पद्मावती का किरदार ऑफर किया गया था। मैंने डायरेक्टर से पूछा कि अगर मुझे फिल्म की स्क्रिप्ट मिल जाए तो अच्छा रहेगा। इसके जवाब में उन्होंने मुझसे कहा- ‘मैं अपनी फिल्म की स्क्रिप्ट कभी नहीं देता।’ फिर मैंने उनसे पूछा, ‘तो हीरोइन की भूमिका क्या है?’ उन्होंने कहा, ‘हीरो हीरोइन को आईने में तैयार होते हुए देखता है और हैरान हो जाता है, यही रोल एक्ट्रेस को प्ले करना होता है।’ सही में पूरी फिल्म में एक्ट्रेस सिर्फ तैयार हो रही हैं- कंगना कंगना ने आगे कहा- ‘जब मैंने सच में फिल्म देखी, तो मुझे एहसास हुआ कि एक्ट्रेस सही में पूरी फिल्म में सिर्फ तैयार हो रही हैं। डायरेक्टर ने सही ही कहा था। डायरेक्टर और फिल्म की एक्ट्रेस का नाम न लेने पर कंगना ने कहा- मैं ऐसे लोगों के नाम बोलकर उनपर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहती।’ मंडी से सांसद है कंगना रनोट कंगना रनोट हिमाचल के मंडी लोकसभा सीट पर पिछले साल हुए चुनाव में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ी थीं। उन्होंने हिमाचल के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे और कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह को हराया था। 17 जनवरी को रिलीज हुई फिल्म इमरजेंसी कंगना की फिल्म इमरजेंसी 1975 से 1977 के 21 महीने की अवधि पर आधारित है। जब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में खतरों का हवाला देते हुए पूरे देश में इमरजेंसी की घोषणा की थी। फिल्म में कंगना पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के किरदार में नजर आई हैं। फिल्म 17 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है।बॉलीवुड | दैनिक भास्कर
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