सुबियांतो ने भारत और इंडोनेशिया के प्राचीन सभ्यतागत संबंधों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘हमारी भाषा का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा संस्कृत से आता है. हमारे नाम, इंडोनेशिया के कई नाम वास्तव में संस्कृत नाम हैं.
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो ने कहा है कि उनके देश के भारत के साथ गहरे सभ्यतागत संबंध हैं और कई इंडोनेशियाई लोगों के नाम संस्कृत में हैं. इसके साथ ही उन्होंने जोर दिया कि उनका ‘डीएनए’ भारतीय है. सुबियांतो रविवार को कर्तव्य पथ पर आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे.
सुबियांतो ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित रात्रिभोज में यह बात कही. इंडोनेशियाई राष्ट्रपति ने भारत के साथ अपने देश के सांस्कृतिक संबंधों का भी उल्लेख किया और कहा कि जब भी वह भारतीय संगीत सुनते हैं तो उनके पैर थिरकने लगते हैं.
सुबियांतो ने कहा कि वह कुछ दिनों के लिए भारत आए थे, लेकिन उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व, कार्यक्रमों और गरीबी उन्मूलन की प्रतिबद्धता से बहुत कुछ सीखा.
पीएम मोदी से बहुत कुछ सीखा
सुबियांतो ने प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘‘हाशिए पर पड़े लोगों की मदद करने और समाज के सबसे कमजोर तबके की सहायता करने की आपकी (प्रधानमंत्री मोदी की) प्रतिबद्धता हमारे लिए प्रेरणा है…क्यों न एक अच्छे उदाहरण का अनुसरण किया जाए. खासकर तब जब आपके सामने कई अच्छे उदाहरण हों.”
भारत से गहरा संबंध
सुबियांतो ने भारत और इंडोनेशिया के प्राचीन सभ्यतागत संबंधों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘हमारी भाषा का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा संस्कृत से आता है. हमारे नाम, इंडोनेशिया के कई नाम वास्तव में संस्कृत नाम हैं. हमारे दैनिक जीवन में प्राचीन भारतीय सभ्यता का प्रभाव बहुत मजबूत है. मुझे लगता है कि यह हमारी आनुवंशिकी का भी हिस्सा है.”
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति को यह बताना चाहूंगा कि – कुछ सप्ताह पहले, मैंने अपना आनुवंशिक अनुक्रमण परीक्षण और डीएनए परीक्षण कराया, और उन्होंने मुझे बताया कि मेरा डीएनए भारतीय है.”
सुबियांतो के इस टिप्पणी के बाद उनके बगल में बैठे प्रधानमंत्री मोदी और उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ हंसने लगे. कार्यक्रम में इंडोनेशियाई प्रतिनिधिमंडल ने हिंदी फिल्म का सुपरहिट गाना ”कुछ-कुछ होता है” भी गाया.
इंडोनेशियाई राष्ट्रपति ने कहा कि वह भारत और इंडोनेशिया के बीच सहयोग और संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए कृतसंकल्प हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘ स्वास्थ्य, फार्मास्यूटिकल्स, शिक्षा, संस्कृति, क्षमता निर्माण, रक्षा, सुरक्षा, डिजिटल सहयोग, समुद्री सुरक्षा के अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्रों में हमारे बीच घनिष्ठ समझ विकसित हुई है और हम अपने सभी महत्वपूर्ण समझौतों और आम सहमति को क्रियान्वित करना चाहेंगे.” सुबियांतो ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच कई बैठकें हुईं और कई मुद्दों पर ठोस समझौते और आम सहमति बनी है.
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