कांग्रेस ने हाल ही में घोषणा की कि RJD के साथ उनका गठबंधन जारी रहेगा, लेकिन तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया. चुनाव से ठीक पहले तेजस्वी ने कई प्रमुख सवालों के जवाब
बिहार में वक्फ बोर्ड (संशोधन) बिल 2024 को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने इस बिल के खिलाफ चल रहे आंदोलन को अपना समर्थन दिया है और इसे अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ एक साजिश करार दिया है. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने केंद्र की एनडीए सरकार पर जमकर हमला बोला और बिल को असंवैधानिक बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की.
तेजस्वी पटना के गर्दनीबाग में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) द्वारा आयोजित एक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह वक्फ बोर्ड बिल असंवैधानिक है और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने की कोशिश है. केंद्र सरकार को बेरोजगारी और नौकरी पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन इसके बजाय वे समाज को बांटने का काम कर रहे हैं. एनआरसी हो या वक्फ बोर्ड बिल, ये सब समाज में विभाजन पैदा करने की साजिश है. बिहार की जनता बहुत समझदार है और वह सरकार की इन चालों को अच्छी तरह समझती है.
टोपी पहनने पर तेजस्वी का जवाब
हाल ही में एक इफ्तार समारोह में तेजस्वी यादव ने तिलक और टोपी दोनों पहने थे, जिस पर सवाल उठाए गए. इस पर उन्होंने कहा, “हम गंगा-जमुना तहजीब में विश्वास रखते हैं. मैं खुद की शादी ईसाई परिवार में हुई है. मुझे इस तरह के धार्मिक और जातिगत विभाजन में विश्वास नहीं है क्योंकि हम सबको साथ लेकर चलने में यकीन रखते हैं.”
कांग्रेस के साथ गठबंधन और CM दावेदारी पर क्या बोले तेजस्वी
कांग्रेस ने हाल ही में घोषणा की कि RJD के साथ उनका गठबंधन जारी रहेगा, लेकिन तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया. इस पर तेजस्वी ने कहा, “जब स्थिति आएगी, तब इस पर चर्चा करेंगे. कांग्रेस हमारे गठबंधन सहयोगी हैं, और हम सही समय पर बात करेंगे.” जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस का तेजस्वी को सीएम उम्मीदवार न घोषित करना उनके लिए चिंता का विषय है, तो उन्होंने जवाब दिया, “यह उनका नजरिया है, वे सही समय पर फैसला लेंगे. हमारा पहला लक्ष्य बिहार में एनडीए को हराना है.”
मुख्यमंत्री बनने की संभावना और प्राथमिकताएं
जब तेजस्वी से पूछा गया कि क्या वे खुद को बिहार के भविष्य के मुख्यमंत्री के रूप में देखते हैं, तो उन्होंने कहा, “मेरे पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक यह चाहते हैं. यह सब बिहार की जनता के आशीर्वाद पर निर्भर करता है. मेरा पहला लक्ष्य यहां की जनविरोधी सरकार को बदलना है. ” उन्होंने यह भी बताया कि अगर वे मुख्यमंत्री बनते हैं, तो उनकी पहली प्राथमिकता शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और जनकल्याण होगी. तेजस्वी ने कहा, “बिहार में बहुत कुछ करने की जरूरत है. “
राष्ट्रीय गान विवाद और नीतीश कुमार पर सवाल
हाल ही में राष्ट्रीय गान को लेकर हुए विवाद पर तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री बीमार हैं, लेकिन विपक्षी पार्टी के रूप में मेरा कर्तव्य है कि मैं जनता के हित में उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठाऊं.”
2025 चुनाव के लिए RJD का एजेंडा
2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर RJD का एजेंडा पूछे जाने पर तेजस्वी ने कहा, “हम विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे. बिहार में कई ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है.” उन्होंने यह भी बताया कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो बेरोजगारी, गरीबी, निवेश, तकनीक और AI जैसे क्षेत्रों पर ध्यान दिया जाएगा. इसके अलावा, महिलाओं के लिए 2500 रुपये मासिक भत्ता, 500 रुपये में एलपीजी सिलेंडर और अन्य कल्याणकारी योजनाएं शुरू की जाएंगी.
भ्रष्टाचार के आरोपों पर तेजस्वी का जवाब
अपने परिवार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर तेजस्वी ने कहा, “वे मुझे निशाना बना रहे हैं. वे कह रहे हैं कि मैंने 4 साल की उम्र में इन घोटालों में हिस्सा लिया. इससे ज्यादा हास्यास्पद क्या हो सकता है?”
बीजेपी और जेडीयू पर निशाना
तेजस्वी ने हाल ही में कहा था कि बीजेपी, जेडीयू, RJD और कांग्रेस को अकेले चुनाव लड़ना चाहिए, ताकि बीजेपी और जेडीयू को उनकी असली ताकत का अंदाजा हो. इस पर उन्होंने कहा, “मैंने कहा था कि अटल बिहारी वाजपेयी हमेशा बिहार में बीजेपी की सरकार चाहते थे. जेडीयू तो बीजेपी की कठपुतली पार्टी है.” बिहार में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वक्फ बोर्ड बिल को लेकर सियासी घमासान तेज होता जा रहा है. RJD और विपक्षी दलों का यह आंदोलन क्या रंग लाता है, यह आने वाले दिनों में साफ होगा.
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