Terrorist attack in Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर आतंकवादियों ने सेना के वाहन पर हमला किया है। कश्मीर में पुंछ क्षेत्र में यह हमला हुआ है। आतंकियों के हमले के बाद सेना ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। माना जा रहा है कि हमला करने के बाद आतंकी भागने में सफल रहे। हालांकि, अभी तक आधिकारिक रूप से किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं मिली है।
पिछले दो सालों से पीर पंजाल क्षेत्र में आतंकियों की गतिविधियां सबसे तेज हुई हैं। दो सालों में तीन दर्जन के आसपास हमारे सैनिक अपनी जान गंवा बैठे हैं। यह क्षेत्र 2003 से काफी शांत हो चुका था लेकिन आतंकियों ने दो सालों में अपनी एक्टिविटीज तेज कर दी हैं।
आतंकवादी हुए बेखौफ, सरकारी दावे खोखले
सेना के वाहनों पर पुंछ में शुक्रवार को आतंकवादियों ने अचानक से हमला बोल दिया। इसके बाद जवानों ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि शुरुआती गोलीबारी के बाद आतंकवादी भागने में सफल रहे जिसमें पास की पहाड़ी से चलाई गई गोलियां भी शामिल थीं।
सेना के जिस काफिले पर हमला हुआ उसमें कई गाड़ियां शामिल हैं। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी सहित हाई रैंकिंग अधिकारी बार-बार होने वाले आतंकी हमलों से निपटने के लिए रणनीति बनाने के लिए पुंछ में हैं।
दूसरा आतंकी हमला
पुंछ क्षेत्र में तीन हफ्तों के भीरत यह सेना पर हुआ दूसरा आतंकी हमला है। पिछले दिनों राजौरी के डेरा की गली में सेना के दो वाहनों पर हमला किया गया था। इस हमले में चार सैनिक मारे गए थे और पांच घायल हो गए थे। डेरा की गली से करीब चालीस किलोमीटर दूर यह हमला हुआ है।
पीर पंजाल में दो साल से हमारे तीन दर्जन सैनिक हुए शहीद
पीर पंजाल क्षेत्र राजौरी और पुंछ 2003 से आतंकवाद से मुक्त थे लेकिन अक्टूबर 2021 से बड़े हमले फिर से शुरू हो गए हैं। पिछले सात महीनों में इस क्षेत्र में अधिकारियों और कमांडो सहित 20 सैनिक मारे गए हैं। पिछले दो वर्षों में इन क्षेत्रों में कार्रवाई में 35 से अधिक सैनिक मारे गए हैं।
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