Bihar Political crisis: पूरे देश में मौसम तो सर्द है लेकिन बिहार में इस हांड कंपकंपाती ठंड में भी राजनीतिक पारा चढ़ता जा रहा है। पिछले 48 घंटों में बिहार पर ही देश की निगाहें हैं। एक बार फिर बिहार लोकसभा देश का चुनावी भविष्य तय करने जा रहा है। एनडीए से लेकर इंडिया ब्लॉक सभी सक्रिय हो चुके हैं। माना जा रहा है कि बिहार में एक बार फिर सत्ता परिवर्तन हो सकता है। हालांकि, मुख्यमंत्री का चेहरा बदले जाने का कोई संकेत नहीं है।
राजद प्रवक्ता मनोज झा बोले-नीतीश जी भ्रम दूर करिए
बिहार में मचे घमासान के बीच राजद प्रवक्ता प्रो.मनोज झा ने कहा कहा कि उनसे ‘अनुरोध’ है कि अपने रुख को लेकर भ्रम दूर करें। राजद सांसद ने कहा कि आज शाम तक गठबंधन को लेकर भ्रम दूर करना बिहार के मुख्यमंत्री पर निर्भर है। मनोज झा ने कहा: वह (नीतीश कुमार) गठबंधन के प्रमुख हैं। मैं सीएम (नीतीश कुमार) से आज शाम तक इस भ्रम को सुलझाने का अनुरोध करता हूं, राजद ने कभी ऐसा ‘खेला’ नहीं किया है।
तो क्या स्वयं फंस गए हैं नीतीश कुमार
भाजपा जहां बिहार में राजनीतिक बदलाव को नीतीश कुमार की घरवापसी की बात कह रही है लेकिन राजनीतिक सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार की पार्टी में ही बिघटन हो चुका है। पार्टी प्रमुख पद से हटाए गए ललन सिंह का खेमा राजद का साथ छोड़ने के खिलाफ है तो संजय झा और अशोक चौधरी के नेतृत्व वाला एक समूह भाजपा के साथ गठबंधन पर जोर दे रहा है।
नीतीश कुमार और आरजेडी में इसलिए तो नहीं बढ़ी तल्खी
CM नीतीश और तेजस्वी में पिछले की दिनों से सबकुछ ठीक नहीं होने के संकेत मिल रहे। दोनों के बीच तल्खी की कई वजह बताई जा रही हैं। पहला-नीतीश का राजनीति में परिवारवाद वाला बयान, दूसरा-नीतीश कुमार का बिहार में राहुल गांधी की न्याय यात्रा में शामिल नहीं होना। तीसरा कार्पूरी ठाकुर को भारत रत्न का ऐलान पर नीतीश कुमार का पीएम मोदी का धन्यवाद देना…चौथा- बीजेपी नेताओं का नीतीश को छोड़कर तेजस्वी पर हमला करना। पांचवा- बिहार में राजनीतिक समीकरण बिगड़ने का जीतनराम मांझी का वो बयान जिसमें उन्होंने कहा कि अब खेला होबे। सुशील कुमार मोदी ने भी इशारों में नीतीश कुमार के लिए दरवाजा खोलने की बात कह दी है।
बीजेपी कर सकती है नीतीश कुमार को सीएम की कुर्सी ऑफर
BJP के नेता सुशील कुमार मोदी ने इशारों ही इशारों में नीतीश कुमार के लिए दरवाजे खोल दिए हैं। दिल्ली में अमित शाह की अगुवाई में बिहार के नेताओं की मीटिंग हो रही है। माथापच्ची इस बात हो रही है कि नीतीश कुमार को सीएम की कुर्सी ऑफर की जाए नहीं। कुछ नेताओं का मानना है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए सीएम की कुर्सी बीजेपी को अपने पास रखनी चाहिए लेकिन इसके लिए नीतीश तैयार होंगे या नहीं यह बड़ा सवाल है।
JDU की रैली कैंसिल
जेडीयू ने पार्टी के सभी विधायकों को पटना बुला लिया है। जेडीयू ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। 28 जनवरी को पटना में होने वाली जेडीयू की बड़ी रैली भी कैंसिल कर दी गई है।
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