अमिताभ बच्चन का स्टारडम देखकर कौन ये कह सकता है कि कभी उन्हें भी दर दर भटकना पड़ता था तब जाकर एक फिल्म में काम करने का मौका मिलता है.
अमिताभ बच्चन का स्टारडम देखकर कौन ये कह सकता है कि कभी उन्हें भी दर दर भटकना पड़ता था तब जाकर एक फिल्म में काम करने का मौका मिलता है. उनकी कामयाबी की लकीर इतन बड़ी हो चुकी है कि उसके पीछे का संघर्ष कम ही सुनने या जानने को मिलता है. हकीकत ये है कि अमिताभ बच्चन ने अपने शुरुआती दिनों में खूब संघर्ष किया है. ऐसे दिन भी देखे हैं जब हीरो के कहने पर उनका रोल छोटा कर दिया जाता था. डायलॉग काट दिए जाते थे. ऐसा समय भी देखा है जब फिल्मों से उन्हें बाहर कर दिया जाता था या उनका मजाक उड़ाया जाता था. एक फिल्म तो ऐसी भी थी जिसकी काफी शूटिंग होने के बाद अमिताभ बच्चन को फिल्म से बाहर कर दिया गया.
पांच रील की शूटिंग के बाद हुए बाहर
ये किस्सा अरूणा इरानी ने एक रियलिटी शो में सुनाया. अरूणा इरानी ने बताया कि वो महमूद के साथ किसी फिल्म की शूटिंग कर रही थीं. उस समय अमिताभ बच्चन वहां पहुंचे. वो महमूद के साथ स्टूडियो के अंदर गए. जहां फिल्म मेकर कुंदर कुमार मौजूद थे. अरूणा इरानी के मुताबिक थोड़ी देर बाद अमिताभ बच्चन जब बाहर आए तब उनके चेहरे पर मायूसी और उदासी साफ दिखाई दे रही थी. सबने उनसे पूछा क्या हुआ है. तब उन्होंने बताया कि फिल्म की पांच रील वो शूट कर चुके हैं. उसके बाद उन्हें फिल्म से बाहर किया जा रहा है. इतना ही नहीं मेकर्स ने उनसे कहा कि वो खुद ये चिट्ठी लिखकर दें कि अपनी मर्जी से फिल्म छोड़ रहे हैं.
ये थी वो फिल्म
जिस फिल्म अमिताभ बच्चन को बाहर किया गया उस फिल्म का नाम था दुनिया का मेला. जिसमें संजय खान को हीरो लिया गया था. फिल्म के मेकर्स का तर्क था कि अमिताभ बच्चन के नाम से कोई डिस्ट्रिब्यूटर फिल्म नहीं खरीद रहा था. इसलिए उन्हें फिल्म से बाहर कर दिया गया. ये फिल्म साल 1974 में रिलीज हुई थी. इसके अगले ही साल जंजीर मूवी रिलीज हुई. जिसने अमिताभ बच्चन की किस्मत ही बदल दी.
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