आयुष्मान योजना, बीमा कंपनियों के हित को देख कर, मोदी केयर, अमेरिकी ओबामा केयर की नकल पर और आरोग्य सेतु, डेटा इकट्ठा करने वाली कम्पनियों को बैठे बिठाए डेटा उपलब्ध कराने के लिये लायी गयी थी। सरकार यही बात दे कि इन योजनाओं का कितना लाभ जनता को मिला है।
ब्लाॅग/मेहमान
महान कूटनीतिक चाण्यक्य भी कहा करते रहे कि देश की दिशा तय करने से पहले शिक्षा नीति तय करनी जरूरी होती है क्योंकि बाल मन को जो शिक्षा दी जाएगी उसी से तो देश की दिशा तय होगी।
शायद इसी सोच के साथ हमारे पूर्वजों, विभूतियों, आजादी के दिवानों ने देश की शिक्षा की दिशा तय करने का कुछ पैमाना बनाया।
आज भी बेटियों के पैदा होने पर सोहर नहीं होता, मायके से नाऊराजा बधईया लेकर नहीं आते, शर्मा की दुलहिन को मिलने वाले नेग में भी यह कहकर कटौती कर दी जाती है
सुनील मनोहर गावस्कर के लिए 6 मार्च का दिन बहुत बड़ा दिन है। इसी दिन उन्हें 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना टेस्ट क्रिकेट कैरियर शुरू करने का मौका मिला था। देखते ही देखते 50 साल बीत गए। इस दौरान क्रिकेट काफी कुछ बदल गया।
चमोली जल प्रलय की वजह सिर्फ एक है और वह है सरकारों की हठवादिता। केंद्र में सरकार चाहे कांग्रेसनीत रही हो या भाजपानीत। सभी ने प्रकृति के साथ छेड़छाड़ किया। वैज्ञानिकों के सुझाव तक को अमान्य कर दिया। इसका सबसे पहले प्रभाव 2013 में दिखा था जब पवित्र केदारनाथ में जल प्रलय आया था।