Manmohan Singh Death And Funeral: मनमोहन सिंह अब यादों में ही रहेंगे. उनका 92 साल की उम्र में निधन हो गया. राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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Manmohan Singh Death: मनमोहन सिंह खुद को एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर और फाइनेंस मिनिस्टर कहते थे. हालांकि, दोनों ही पदों पर उनके किए काम भारत हमेशा याद रखेगा. जानिए, कैसे बने थे वो पीएम…
Manmohan Singh Last Press Conference As PM: मनमोहन सिंह के कार्यकाल में उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे. हालांकि, खुद मनमोहन सिंह पर विपक्ष ने भी कभी भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगाए. देखिए, मनमोहन सिंह ने आरोपों पर क्या कहा था…
Manmohan Singh Biggest Achievements: मनमोहन सिंह नहीं रहे. भारत के इस सपूत ने अपने काम से देश को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया. जानिए उनके किए 4 सबसे बड़े काम…
मनमोहन सिंह पर कई किताबें लिखी गईं हैं. उनकी बेटी ने भी एक किताब लिखी है. इसमें उन्होंने अपने पिता के बारे में विस्तार से बताया है. जानिए ऐसा ही एक किस्सा…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है.
मनमोहन सिंह को ‘एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ बताने वाली संजय बारू की किताब आई, तो पीएमओ ने भी नाराजगी जाहिर की थी और इसे पद का दुरुपयोग और व्यावसायिक लाभ कमाने की मंशा करार दिया था.
डॉ. मनमोहन सिंह ने इस बजट में विदेशी कंपनियों को देश में अपना व्यापार जमाने के लिए एंट्री की इजाजत दी. साथ ही कई नियमों में बदलाव भी किया गया. 1991 को ऐतिहासिक बजट वाला साल भी कहा जाता है.
भले ही मनमोहन सिंह शांत स्वभाव के हैं और कम बोलते हैं. आज भी वो किस्सा लोग याद करते हैं, जब संसद में भाजपा की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज और उनके बीच शेरो-शायरी हुई थी. दोनों नेताओं ने शेरो-शायरी के जरिए एक-दूसरे को जवाब दिया था.
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन 92 वर्ष की आयु में दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में हो गया. आज शाम उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका निधन हो गया.