May 5, 2025

देश

मनमोहन सिंह का बजट भाषण तब चर्चा में आया जब उन्होंने 1991 में वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान अभूतपूर्व विकास की दिशा में पहली बार कदम बढ़ाया. 1991-1996 के दौरान उनकी नीतियों की नींव रखी गई, जो बाद में 2004-2014 तक प्रधानमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल में समृद्धि और विकास की कहानी बनी.

डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत में हुआ था. उनके परिवार में उनकी पत्नी और तीन बच्चे हैं.

तब दोषी करार दिए गए जनप्रतिनिधियों पर उच्चतम न्यायालय के फैसले को निष्प्रभावी करते हुए ‘संप्रग’ सरकार द्वारा लाए गए विवादास्पद अध्यादेश की आलोचना कर राहुल गांधी ने अपनी ही सरकार के लिए असहज स्थिति पैदा कर दी थी.

Manmohan Singh Death And Funeral: मनमोहन सिंह अब यादों में ही रहेंगे. उनका 92 साल की उम्र में निधन हो गया. राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

Manmohan Singh Death: मनमोहन सिंह खुद को एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर और फाइनेंस मिनिस्टर कहते थे. हालांकि, दोनों ही पदों पर उनके किए काम भारत हमेशा याद रखेगा. जानिए, कैसे बने थे वो पीएम…

Manmohan Singh Last Press Conference As PM: मनमोहन सिंह के कार्यकाल में उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे. हालांकि, खुद मनमोहन सिंह पर विपक्ष ने भी कभी भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगाए. देखिए, मनमोहन सिंह ने आरोपों पर क्या कहा था…

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मनमोहन सिंह पर कई किताबें लिखी गईं हैं. उनकी बेटी ने भी एक किताब लिखी है. इसमें उन्होंने अपने पिता के बारे में विस्तार से बताया है. जानिए ऐसा ही एक किस्सा…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है.

मनमोहन सिंह को ‘एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ बताने वाली संजय बारू की किताब आई, तो पीएमओ ने भी नाराजगी जाहिर की थी और इसे पद का दुरुपयोग और व्यावसायिक लाभ कमाने की मंशा करार दिया था.

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