फिल्म ‘आजाद’ के जरिए अजय देवगन के भतीजे अमन देवगन और रवीना टंडन की बेटी राशा थडानी बॉलीवुड में डेब्यू कर रहे हैं। अभिषेक कपूर के डायरेक्शन में बनी यह 17 जनवरी 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। हाल ही में इस फिल्म को लेकर अमन देवगन और राशा थडानी ने दैनिक भास्कर से बातचीत की। बातचीत के दौरान अमन ने बताया कि अंकल अजय देवगन की डांट में उन्हें प्यार नजर आता है। वहीं, राशा ने बताया कि उनकी मम्मी रवीना टंडन ने उन्हें जमीन से जुड़े रहना सिखाया है। बातचीत के दौरान ‘आजाद’ की स्टारकास्ट ने और क्या कहा? पढ़िए बातचीत के कुछ प्रमुख अंश… अमन, इस फिल्म को लेकर कितने एक्साइटेड और कितने नर्वस हैं? करियर में जब भी किसी काम की शुरुआत करते हैं तो थोड़ी सी घबराहट रहती ही है। एक्साइटमेंट भी बहुत है क्योंकि यह बहुत खास क्षण है। राशा, आप बताएं कैसा फील कर रही हैं? मैं भी बहुत नर्वस हूं। एक्साइटमेंट भी है, लेकिन घबराहट बहुत ज्यादा है। यह फिल्म मेरे लिए बहुत ही स्पेशल है। यह मेरे लाइफ की पहली फिल्म है। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान जिस तरह के अनुभव हुए हैं, वह कभी वापस नहीं आएगी। यह फिल्म मेरे दिल के हमेशा करीब रहेगी। करियर शुरू करने के लिए इस फिल्म को ही क्यों चुना? मैं इस फिल्म से बहुत प्यार करती हूं। इस फिल्म में अजय देवगन सर, अमन, डायरेक्टर अभिषेक कपूर और फिल्म के बाकी क्रू मेंबर का बहुत ही प्यार मिला है। अमन, आप बताएं। इस फिल्म में ऐसी क्या खास बात लगी कि आपने इस फिल्म को चुना? मैं इस फिल्म में गोविंद का किरदार निभा रहा हूं। जब मैंने इस किरदार के लिए पहली बार ऑडिशन दिया था, तभी गोविंद के किरदार से मुझे प्यार हो गया था। फिल्म की कहानी ऐसी है कि जिसमें इंसान नहीं, बल्कि घोड़ा हीरो है। मुझे जानवरों से बहुत प्यार है। मुझे यह चीज बहुत ही स्पेशल लगी। इसलिए मैंने यह फिल्म की। फिल्म का हीरो आजाद घोड़ा है, कहीं आपको यह नहीं लगा कि यह ओवर शैडो करेगा? इसमें बहुत ही प्यारा घोड़ा है। अगर ओवर शैडो भी करता है तो क्या प्रॉब्लम होगी? यह बहुत ही इमोशनल कहानी है, जिसमें कॉमेडी, रोमांस, एक्शन और जानवरों के प्रति लगाव भी देखने को मिलेगा। इतना सबकुछ फिल्म है, तो कौन नहीं ऐसी फिल्म करना चाहेगा। राशा, आप आजाद के बारे में क्या कहना चाहेंगी? मुझे बचपन से ही जानवरों से बहुत प्यार है। इसमें काले रंग का आजाद घोड़ा बहुत ही खूबसूरत है। मेरे लिए यह ड्रीम जैसा है कि जानवरों के साथ काम कर पाऊं। घोड़े के साथ हर रोज मैं वक्त गुजार सकती हूं। अमन, आपने गोविंद के किरदार के लिए किस तरह की तैयारी की? फिल्म की कहानी 100 साल पहले एक गांव की है। मैं मुंबई में पला बढ़ा हूं। शुरुआत में किरदार की तैयारी में बहुत मेहनत करनी पड़ी। उस समय लोग कैसे बात करते थे। उसको समझने के लिए हमने डायलेक्ट की क्लासेस ली । बहुत सारे एक्टिंग वर्कशॉप करने पड़े। इस फिल्म में घोड़े के साथ बहुत सारे सीन हैं। उसके साथ सही तालमेल बैठाने के लिए उसके साथ सोता था, उसे नहलाता और खाना भी खिलाता था। इस वजह से घोड़े के साथ एक बॉन्ड बन गया था। राशा, आपको अपने किरदार के लिए किस तरह की तैयारी करनी पड़ी? हमने साथ में वर्कशॉप किए। गट्टू सर (अभिषेक कपूर) का फोकस हमारे परफॉर्म पर था। उनका कहना था कि लाइंस ऐसी होनी चाहिए, जिसे 100 बार बोल सके। इस फिल्म को समझने के लिए हमने ‘मदर इंडिया’ और ‘लगान’ जैसी फिल्में देखी थी। फिर भी गट्टू सर ने हमें उस माहौल के बारे में बताया कि कैसे उस समय में लोग रहते थे, किस तरह की बातें करते थे। आप को कब लगा कि एक्टिंग में करियर बनानी है? बचपन में परफॉर्म करना मेरा पैशन था। म्यूजिक बजाकर आईने के सामने डांस करती रहती थी। कुछ ना कुछ गाती रहती थी, भले ही सुर में नहीं गा पाती थी। जब मैं स्टेज पर परफॉर्म करती थी तब बहुत ही अलग तरह की फिलिंग आती है। तभी से मेरा ड्रीम बन गया कि एक्टिंग करनी है। मम्मी रवीना के अलावा और कौन सी हीरोइन आपको आइडियल लगती हैं? जब मैं छोटी थी तब दीपिका पादुकोण, श्रद्धा कपूर और तमन्ना भाटिया का काम मुझे बहुत अच्छा लगता था। उस समय उनका नाम तक नहीं पता था। उनके काम को देखकर सोचती थी कि एक इंसान के अंदर इतना टैलेंट कैसे हो सकता है। अमन, आप किसे अपना आइडियल मानते हैं? बचपन में अंकल (अजय देवगन) की बहुत फिल्में देखता था। जब पहली बार उनकी फिल्म ‘द लीजेंड ऑफ भगत सिंह’ देखी थी, तभी यह एहसास हो ही गया था कि यह तो बहुत ही अजीब दुनिया है। उस समय मुझे एक्टिंग की कोई समझ नहीं थी। हम ऐसे वातावरण में पले बढ़े है, जहां खाने के टेबल पर भी सिनेमा की बात होती है। 10th के बाद 15 साल का हुआ, तभी मैंने सोच लिया कि एक्टिंग ही करनी है। सबसे पहले किसे बताया कि एक्टिंग में करियर बनानी है? सबसे पहले मैंने मम्मी और अंकल (अजय देवगन) को एक ही साथ बताया था। दोनों ने कहा कि बहुत मेहनत लगती है। उस प्रेशर के साथ ही मैंने काम शुरू किया। कभी मुझे उनकी तरह से कॉम्प्लीमेंट नहीं मिला। अंकल डांट भी देते हैं, लेकिन उसे मैं प्यार समझता हूं। क्योंकि वो चाहते हैं कि मैं भी उनके जैसा ही बनूं। राशा, आपने सबसे पहले किसे बताया कि एक्टिंग में करियर बनानी है? मैंने कभी एक्टिंग के बारे में नहीं बताई। मुझे यह बात बड़ी अजीब लगती थी। मम्मी एक्ट्रेस हैं, सबको लगता था कि एक्टिंग में ही करियर बनाऊंगी। लोग ऐसा उम्मीद करते हैं, तो जाहिर सी बात थी कि मम्मी से तुलना भी करेंगे। मैंने इस बात को स्वीकार कर लिया है। मुझे पता है कि अपनी मेहनत के बल पर पहचान बनानी है। शूटिंग के दौरान अजय देवगन के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा? अजय सर के साथ फिल्म में मेरा तो कुछ खास सीन नहीं है। शूटिंग के दौरान हमारी काफी मुलाकातें हुईं। अजय सर ने हमारे सीन की शूटिंग के दौरान काफी मदद की। थोड़े-थोड़े टिप्स देते रहते थे। उससे हमें बहुत कुछ सीखने को मिला। अमन और आपके बीच शूटिंग के दौरान कैसी केमिस्ट्री थी? हम पहली बार वर्कशाप पर मिले थे। वर्कशॉप का पहला दिन था। इंप्रेशन अच्छा बने, इसलिए सीधे स्कूल यूनीफार्म में ही 20 मिनट जल्दी गई थी। वहां पर अमन दिख नहीं रहा था, मेरी निगाहें अमन को ढूंढ रही थी। वर्कशाप के दौरान एक दूसरे को अच्छे से समझने का समय मिला। इसके बाद हमलोग वर्कशॉप के लिए गांव में रहने गए। वहां से हमारे बीच अच्छी बॉन्डिंग हो गई थी। उस समय आप 12th का एग्जाम भी दे रही थी, एक्टिंग की तैयारी करना बहुत मुश्किल रहा होगा? शूटिंग शुरू होने से पहले थोड़ी पढ़ाई कर ली थी। जब भी शूटिंग से ब्रेक मिलता था तब पढ़ाई कर लेती थी। एक बार भोपाल में शूटिंग कर रही थी, वहां से रात में 12 बजे फ्लाइट से मुंबई आई और सुबह एग्जाम देकर शाम को वापस चली थी। इस तरह से थोड़ी सी भाग दौड़ हुई थी लेकिन सब मैनेज हो गया था। पहले दिन की शूटिंग का कैसा अनुभव था? पहले दिन तो बहुत नर्वेस थी। मुझे शॉट और कैमरा एंगल के बारे में कुछ भी नहीं पता था। कैमरामैन समझा रहे थे, लेकिन मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था। मुझे तो यहां तक याद नहीं कि सीन में मैंने क्या किया है। अमन, आप बताएं पहली दिन की शूटिंग का कैसा अनुभव रहा? मेरा पहला सीन फिल्म के फैमिली के साथ था। उस किरदार में बहुत ही अनुभवी कलाकार थे। जिसकी वजह से मुझे काम करने में बहुत ही सहजता महसूस हुई। राशा, आप को अमन की कौन सी बात बहुत अच्छी लगती है। उनकी ऐसी कोई आदत जिसे बदलना चाहेंगी? अमन की सबसे अच्छी खूबी यह है कि किसी को भी सहज महसूस करवा सकते हैं। वो बहुत ही हंबल और दिल के साफ हैं। मैंने अमन के साथ इतना वक्त बिताया है कि उनके बारे में बहुत सी बातें पता है, लेकिन अमन खुद को ऐसे पेश करता है। जैसे उनके बारे में किसी को कुछ नहीं पता है। अमन, आप राशा के बारे में क्या कहना चाहेंगे? राशा का दिल बहुत बड़ा है। वह दूसरों के बारे में बहुत सोचती है। ऐसे बहुत कम लोग होते हैं, लेकिन मेरे साथ बहुत मस्ती करती है। कई बार मेरी बहुत खिंचाई की । एक बार मेरे हाथ में कॉफी था और मैं भाग नहीं पा रहा था तो मेरी धोती खींच दी थी। राशा, मम्मी की तरफ से किस तरह का फीड बैक मिला है? मम्मी बहुत खुश हैं। लेकिन जिस तरह से मेरे बारे में लोगों को बताती हैं, वैसा मुझे नहीं बताएंगी। वह हमेशा कहती हैं कि जमीन से जुड़ कर रहो। क्योंकि जीवन में जो कुछ भी हो रहा है, वह अस्थाई है। अमन, आपको अजय देवगन की तरह से क्या फीड बैक मिला है? हमारी परवरिश ऐसे माहौल में हुई है कि हमेशा अच्छे काम की उम्मीद की जाती है। फिल्म देखने के बाद अंकल ने सिर्फ इतना ही कहा था कि गुड जॉब। इससे ज्यादा कुछ नहीं कहा था।बॉलीवुड | दैनिक भास्कर
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