कैंसर पर गलत दावे के लिए सिद्धू-कपिल को नोटिस:एक्ट्रेस रोजलिन के वकील ने पॉलिटिकल एजेंडा का जताया शक, 2 हफ्ते में मांगा जवाब

‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो’ एक बार फिर विवादों में घिर गया है। एक्ट्रेस रोजलिन खान ने नवजोत सिंह सिद्धू, कपिल शर्मा और नेटफ्लिक्स को कानूनी नोटिस भेजा है, जिसमें उन्होंने सिद्धू और शो की टीम से सार्वजनिक माफी की मांग की है। उनका आरोप है कि शो में कैंसर से संबंधित गलत जानकारी शेयर की गई थी, जो ऑडियंस को गुमराह कर सकती है। दैनिक भास्कर ने रोजलिन के वकील अली कासिफ खान देशमुख से बात की, जिन्होंने कहा कि उन्हें शक है कि इस पूरे मामले के पीछे कोई राजनीतिक एजेंडा भी हो सकता है। पढ़िए बातचीत के कुछ प्रमुख अंश: रोजलिन खान ने कपिल शर्मा, नवजोत सिंह सिद्धू और नेटफ्लिक्स को जो नोटिस भेजा है, उसमें उन्होंने क्या आरोप लगाए हैं?
नवजोत सिंह सिद्धू ने दावा किया था कि उनकी पत्नी ने कैंसर से लड़ाई के दौरान नीम के पत्तों को पानी में उबालकर इसका इस्तेमाल किया और इसी से उन्होंने इस बीमारी को हराया। हालांकि, यह दावा पूरी तरह से आधारहीन और मेडिकल साइंस के खिलाफ है। रोजलिन, जो खुद कैंसर सर्वाइवर हैं, का कहना है कि इस तरह के झूठे दावे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों को गुमराह कर सकते हैं। यहां तक टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल और अन्य विश्वसनीय संस्थाओं ने इस दावे को झूठा करार दिया है। क्या नवजोत सिंह सिद्धू के कैंसर से जुड़े दावों का उद्देश्य राजनीतिक लाभ उठाना हो सकता है?
हां, हमारा मानना है कि नवजोत सिंह सिद्धू इस तरह के दावे करके कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं। वह इसे जनता की सहानुभूति और वोटर्स को आकर्षित करने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन यह एक बेहद सेंसिटिव टॉपिक है और इस तरह के झूठे बयानों से लोग मेडिकल साइंस की बजाए अवैज्ञानिक उपायों पर भरोसा करने लग सकते हैं। इस मामले में नेटफ्लिक्स और कपिल शर्मा को क्यों घसीटा गया है, और उनका इसमें क्या कनेक्शन है?
कपिल शर्मा शो में भी यह दावा किया गया और फिर यह नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम किया गया। हमारा मानना है कि जब किसी शो या प्लेटफॉर्म पर ऐसा झूठा कंटेंट दिखाया जाता है, तो यह लाखों-करोड़ों लोगों को गुमराह कर सकता है। इसलिए हमने तीन प्रमुख मांगें की हैं: 1. माफी की मांग: नवजोत सिंह सिद्धू और कपिल शर्मा को वही मंच इस्तेमाल करते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। 2. कंटेंट हटाने की मांग: नेटफ्लिक्स को उस एपिसोड को तुरंत हटाना चाहिए, जिसमें यह दावा दिखाया गया है। 3. भविष्य में सावधानी: कपिल शर्मा शो को इस तरह के झूठे दावों को बढ़ावा देने से बचना चाहिए। हमने उन्हें 14 दिनों का समय दिया है। अगर वे इन मांगों को पूरा नहीं करते हैं, तो हम इस मामले को कोर्ट में ले जाएंगे। क्या इस पर किसी कानून का हवाला दिया गया है?
हां, भारत में ड्रग्स और मैजिक रेमेडीज एक्ट मौजूद है, जो इस तरह के झूठे और गलत दावों को प्रतिबंधित करता है। कानून के तहत आप जादुई उपायों या गलत दवाओं का प्रचार नहीं कर सकते। इस नोटिस के जरिए हमने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि कोई भी इस तरह के गैर-जिम्मेदाराना दावों से जनता को गुमराह न करे। हमारा उद्देश्य स्पष्ट है – ऐसे झूठे दावों पर रोक लगाना ताकि लोग कैंसर जैसे गंभीर मुद्दों पर सटीक और विश्वसनीय जानकारी ही प्राप्त करें। सूत्रों की माने तो नेटफ्लिक्स की कानूनी टीम को यह नोटिस मिल चुका है। हालांकि, इस पर कोई भी बयान देने के लिए अभी बहुत जल्दी है। हमने कपिल शर्मा और नवजोत सिंह सिद्धू से भी इस कानूनी नोटिस पर उनके रिएक्शन जानने की कोशिश की, लेकिन वे उपलब्ध नहीं हो सके।बॉलीवुड | दैनिक भास्कर