“मुझे बचाओ, वो लोग मेरा पीछा कर रहे हैं, मुझे मार डालेंगे।” 11 फरवरी 2022 को इंग्लैंड के लीसेस्टर शहर की पुलिस के पास देर रात एक कॉल आई, जिसमें एक शख्स चिल्ला-चिल्ला कर मदद की गुहार लगा रहा था। वो लगातार कह रहा था कि एक तेज रफ्तार कार उसकी कार का पीछा कर रही है। पुलिस मदद कर पाती, उससे पहले ही कॉल पर तेज चीखें सुनाई दीं और फिर शांति छा गई। कुछ देर बाद वो कॉल कट गई। लोकेशन ट्रेस कर पुलिस जब मौके पर पहुंची तो देखा एक कार सड़क किनारे जल रही थी। उस कार के साथ ही दो लाशें भी आग में जल रही थीं। जाहिर है उन जलती लाशों में से एक उसी शख्स की थी, जिसने कुछ देर पहले पुलिस को कॉल कर मदद मांगी थी। मामले की जांच लीसेस्टर पुलिस को पाकिस्तानी-ब्रिटिश टिकटॉकर महक बुखारी तक ले गई। महक टिकटॉक और सोशल मीडिया की एक उभरती स्टार थीं, लाखों में उनके फॉलोअर्स और फैंस थे। लंबे चले ट्रायल के बाद कोर्ट ने महक बुखारी और उनकी मां अनसरीन को दोहरे हत्याकांड में दोषी मानते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई। आखिर ग्लैमरस टिकटॉक स्टार महक बुखारी का मरने वाले उन दो लड़कों से क्या रिश्ता था? आखिर वो क्या वजह थी, जिसने एक 23 साल की स्टार को कातिल बना दिया? आखिर क्यों महक बुखारी को ताउम्र सलाखों के पीछे जिंदगी काटनी पड़ी? आज अनसुनी दास्तान के 4 चैप्टर्स में पढ़िए नाजायज रिश्ते, ब्लैकमेलिंग, बदले और हत्या की सिलसिलेवार कहानी- इंग्लैंड के स्टैफोर्डशायर में महक बुखारी अपने पिता रजा अली और मां अनसरीन और छोटे भाई के साथ रहती थीं। महज 18 साल की उम्र में ही उन्हें टिकटॉक से दुनियाभर में पहचान मिलने लगी थी। टिकटॉक पर उनके 1 लाख 30 हजार और इंस्टाग्राम पर 45 हजार फॉलोअर्स थे, जबकि उनके यूट्यूब चैनल के 3900 सब्सक्राइबर्स थे। मेकअप, स्टाइलिंग और लग्जरी लाइफ पर बनाए गए उनके वीडियोज को लाखों लोग लाइक करते थे। इसी की बदौलत उन्हें सोशल मीडिया पर स्टार का दर्जा मिला। बढ़ती पॉपुलैरिटी के बीच महक ने ग्रेजुएशन की पढ़ाई अधूरी छोड़ दी और फुल टाइम कंटेंट क्रिएटर बन गईं। ब्रांड प्रमोशन और इवेंट का हिस्सा बनकर महक की अच्छी कमाई होने लगी थी। साल 2022 तक महक बुखारी को दुनियाभर में पहचान मिल ही रही थी कि एक रोज खबर आई कि उन्हें दोहरे हत्याकांड में दोषी मानते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। वीडियो से सुर्खियों में रहने वालीं महक अब कातिल बनने पर सुर्खियों में थीं। उनकी जिंदगी के इस स्याह पन्ने की वजह थीं उनकी मां अनसरीन बुखारी। वही अनसरीन, जिन्हें कई दफा महक के वीडियोज में भी देखा जा चुका था। 2021 में एक रोज महक ने देखा कि उनकी मां कुछ घबराई हुई सी लग रही हैं। महक ने उनसे वजह जाननी चाही, लेकिन उन्होंने कुछ भी बताने से साफ इनकार कर दिया। बीतते समय के साथ अनसरीन आए दिन परेशान दिखने लगीं। मां की चिंता महक से देखी नहीं गई और उन्होंने दबाव बनाकर उनसे चिंता की वजह उगलवा ली। 46 साल की अनसरीन का था 21 साल के साकिब से नाजायज रिश्ता मां टूट गईं और उन्होंने परत-दर-परत अपने एक नाजायज रिश्ते की सच्चाई खोल दी। 46 साल की अनसरीन ने महक से बताया कि 2019 से उनका 21 साल की उम्र के साकिब हुसैन से अफेयर है। अनसरीन की साकिब से ऑनलाइन चैटिंग एप आजर के जरिए बातचीत शुरू हुई थी। लंबी-लंबी बातचीत करते हुए दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे। बातचीत में साकिब खुद को 27 साल का बताता था, जबकि वो असल में महज 21 साल का था। वहीं दूसरी तरफ अनसरीन शादीशुदा थीं और उनकी 23 साल की बेटी थी, साथ ही उनकी और साकिब की उम्र में लंबा फासला था, लेकिन इन सभी बातों का उन पर कोई असर नहीं था। कुछ हफ्ते गुजरे ही थे कि चैटिंग के बाद मुलाकातों का सिलसिला भी शुरू हो गया। दोनों अक्सर रेस्टोरेंट, कैफे, शीशा लॉन्च और होटलों में मिला करते थे। पति राज से चोरी-छिपे अनसरीन ने ये सिलसिला करीब 2 साल तक जारी रखा। साल 2021 के आखिर में अनसरीन को एहसास हो गया था कि वो इस नाजायज रिश्ते को ज्यादा दिनों तक छिपा नहीं सकतीं। उन्हें पति का डर था, तो उन्होंने एक रोज साकिब हुसैन से अलग होने की बात कह डाली। अनसरीन को प्राइवेट तस्वीरें पति को भेजने की धमकी देता था साकिब साकिब पर रिश्ते का ऐसा जुनून सवार था कि उसने रिश्ता खत्म करने से साफ इनकार कर दिया। जब अनसरीन ने सख्ती से कहा कि वो ये रिश्ता जारी नहीं रखेंगी, तो साकिब ने उन्हें कुछ प्राइवेट तस्वीरें भेजनी शुरू कर दीं। हर बार ब्रेकअप की बात होने पर साकिब अनसरीन को ब्लैकमेल करता था कि वो दोनों की प्राइवेट तस्वीरें और वीडियोज उनके पति को भेज देगा। ब्लैकमेलिंग से अनसरीन परेशान रहने लगी थीं। महक के कहने पर मां ने साकिब को मिलने बुलाया मां अनसरीन की बात सुनकर महक बुखारी ने खुद इस मामले को निपटने का फैसला कर लिया। वैसे तो महक को इस तरह के मामले के लिए पुलिस की मदद लेनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने इसके बजाय एक साजिश रच दी। वही साजिश जिसका अंत सलाखों के पीछे जाकर हुआ। मां अनसरीन को साकिब से छुटकारा दिलाने के लिए महक बुखारी ने अपने मैकेनिक दोस्त रेकान कारवान (27) से मदद मांगी, जो अपने साथ रईस जमान (23), नताशा अख्तर (23), अमीर जमाल (28) और सनफ गुलमुस्तफा (23) को भी ले आया। प्लान के तहत अनसरीन को साकिब को मिलने के लिए बुलाना था, जहां सभी उस पर दबाव बनाकर उसके फोन से प्राइवेट फोटो डिलीट करवाने वाले थे। इस प्लान को अंजाम देने के लिए अनसरीन ने साकिब को कॉल कर कहा कि वो उन्हें 3000 पाउंड लौटाना चाहती हैं, जो 2 सालों के रिलेशनशिप में उन्होंने खर्च किए हैं। 3000 पाउंड के लालच में मिलने पहुंचा साकिब ये सुनते ही साकिब उनसे मिलने के लिए राजी हो गया। लीसेस्टर के एक पार्क में सभी ने मिलना तय किया। साकिब ने अपने बचपन के दोस्त मोहम्मद हाशिम ऐजाजुद्दीन को भी राजी कर लिया। हाशिम ये नहीं जानता था कि उसका दोस्त साकिब ब्लैकमेलिंग में इन्वॉल्व है। वो बिना कुछ पूछे ही साथ चलने को राजी हो गया। सवाल ये है कि अगर महक बुखारी अपने दोस्तों के साथ सिर्फ तस्वीरें डिलीट करवाने गई थीं, तो आखिर ऐसा क्या हुआ जो उन दोनों की हत्या कर दी गई। 11 फरवरी 2022 साकिब हुसैन देर रात अपने दोस्त के साथ लीसेस्टर के पार्क में पहुंचा। कुछ देर बाद वहां अनसरीन और उनकी बेटी महक बुखारी पहुंचीं। अनसरीन ने साकिब से कहा कि वो अपने फोन से सभी तस्वीरें डिलीट कर दे, लेकिन साकिब वहीं गुस्से में आ गया। वो समझ गया कि 3000 पाउंड देने की बात महज उसे बुलाने के लिए की गई है। महक और साकिब की छीनाझपटी होने लगी, जिसे देख उनके दोस्त कार से उतरने लगे। खतरे का अंदाजा लगते ही साकिब तुरंत अपनी कार में बैठकर वहां से भागने लगा। साकिब को रोकने के लिए महक और उनके दोस्त उसकी कार का पीछा करने लगे। वो लोग लगातार साकिब का पीछा कर रहे थे। डर के मारे उसने हेल्पलाइन नंबर 999 पर कॉल कर मदद मांगी। उसने बताया कि 2 तेज रफ्तार कार उसका पीछा कर रही हैं। वो लोग नकाब पहने हुए हैं और उसकी कार पर हमला कर रहे हैं। साकिब और पुलिस की ये कॉल करीब 5 मिनट तक चली, जिसमें पुलिस लगातार उसकी सही लोकेशन जानने की कोशिश कर रही थी। साकिब लगातार कॉल पर मदद की भीख मांग रहा था। फिर अचानक पुलिस को चींखें सुनाई दीं और कॉल कट गई, लेकिन पुलिस तब भी उसकी लोकेशन तक नहीं पहुंच सकी। उसी रात करीब डेढ़ बजे एक रिकवरी ड्राइवर ने नजदीकी पुलिस स्टेशन में कॉल कर बताया कि उसे A46 डबल कैरिजवे रोड पर एक कार जलती मिली है। कार पूरी तरह जल चुकी थी, उसमें दो लड़कों की लाशें भी जल रही थीं। पुलिस ने तुरंत फायरफाइटर्स को बुलाकर आग पर काबू पाया। जांच में सामने आया कि जिन लड़कों की लाशें मिली हैं, ये वही लोग हैं, जिन्होंने कुछ देर पहले ही 999 पर कॉल कर मदद मांगी थी। पुलिस ने डेंटल रिकॉर्ड की मदद से साकिब और उसके दोस्त हाशिम की पहचान कन्फर्म कर दी और कातिलों की तलाश शुरू कर दी। उस रास्ते के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के दौरान पुलिस को एक स्कोडा और एक ऑडी उनकी कार का पीछा करती दिखीं। वो कारें 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जा रही थीं। ऑटोमैटिक नंबर प्लेट डिटेक्टर की मदद से रात करीब 2 बजे पुलिस ने ऑडी गाड़ी की लोकेशन ट्रेस कर ली। मिडलैंड पुलिस की मदद से ऑडी कार को एक पेट्रोल स्टेशन पर रोका गया, जिसमें सिर्फ महक की दोस्त नताशा थीं। पुलिस ने उन्हें तुरंत हिरासत में लिया। नताशा के फोन से पता चला कि गिरफ्तारी के कुछ समय पहले ही उन्होंने अपने दोस्त रईस को कॉल किया था। नताशा की गिरफ्तारी इस केस में अहम साबित हुई। नताजा ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वो अपनी दोस्त महक और कुछ साथियों के साथ शीशा लॉन्च गई थीं, लेकिन प्लान कैंसिल होने पर वो वापस लौट आईं। नताशा ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन कदम-कदम पर लगे सीसीटीवी कैमरों से जुर्म का पर्दाफाश हो गया। पुलिस ने पाया कि महक, अनसरीन और उनके 6 साथी, 2 अलग-अलग कारों में सवार थे। साकिब की कार में आग लगने के बाद वो लोग उसी रास्ते पर आगे निकल गए। एक गाड़ी महक की दोस्त नताशा चला रही थीं, जबकि दूसरी कार को रेकान ड्राइव कर रहा था। कुछ देर बाद ऑडी को महक ने चलाना शुरू किया और नताशा उनकी साथ वाली सीट पर आ गईं। कुछ दूर आगे जाने के बाद सभी ने यूटर्न लिया और शहर को लौटने लगे। आरोपियों की बर्बरता- जलती हुई कार को देखते हुए गुजर गए लौटते हुए वो सभी सड़क किनारे जल रही साकिब की कार के बाजू से गुजरे और शहर आते ही उन्होंने कार रोककर सड़कों पर टहलना शुरू कर दिया, जो सीसीटीवी कैमरे में देखा जा सकता था। इस जगह रुकने के बाद कुछ लोग पैदल घर के लिए रवाना हुए, जबकि दूसरे लोगों को कार से उनके घरों तक छोड़ा गया। महक और अनसरीन अपने स्ट्रोक ऑन ट्रेंट स्थित घर आकर सो गईं और नताशा अपनी ऑडी कार लेकर बर्मिंघम के लिए रवाना हो गईं, लेकिन रास्ते से ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। अगले दिन 12 फरवरी को जब पुलिस महक और अनसरीन के घर पहुंची, तब दोनों सो रही थीं। उनकी नींद ही पुलिस की आवाज से खुली। पुलिस के आते ही महक ने देखा कि उनके फोन में रईस के कई मिस्ड कॉल्स थे, जो ये बताने के लिए किए गए थे कि नताशा को गिरफ्तार कर लिया गया है। रईस से कॉल पर बात करने के बाद महक ने अपनी मां अनसरीन को मैसेज कर बताया कि उन्हें पुलिस को क्या झूठी कहानी सुनानी है। महक और अनसरीन ने पुलिस के सामने कई कहानियां सुनाईं, लेकिन सीसीटीवी फुटेज से मिले सबूतों के आधार पर उन्हें और उनके सभी साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया। सभी सबूत दिखाने के बाद जब महक से दोबारा सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने कहा कि वो सिर्फ साकिब से मिलकर प्राइवेट फोटो डिलीट करवाना चाहती थीं, जिसके लिए वो लोग उनकी कार का पीछा कर रहे थे। महक ने बताया कि साकिब और उसके दोस्त की मौत उनकी तेज रफ्तार कार के एक्सीडेंट से हुई है, जिससे उनका और उनके दोस्तों का कोई लेना-देना नहीं है। कोर्ट में महक बुखारी, उनकी मां अनसरीन और अन्य 6 के खिलाफ हत्या के चार्जेज लगाए गए, लेकिन उनके साथ मौजूद मोहम्मद पटेल को इस मामले में क्लीनचिट दे दी गई, क्योंकि वो पुलिस का गवाह बना। दोस्त ने बताया कैसे बना था हत्या करने का प्लान? गिरफ्तारी के बाद मोहम्मद पटेल ने बताया कि वो लोग शुरुआत में फोटो डिलीट करवाने ही गए थे, लेकिन कार का पीछा करते हुए रईस और रेकान के बीच लगातार कॉल पर बात हो रही थी, जिसमें वो साकिब की कार को कुचलने का प्लान बना रहे थे। इस प्लान में महक और अनसरीन भी शामिल थे। मोहम्मद पटेल के अनुसार महक और उसके दोस्त रेकान की कार ने साकिब की कार को जोरदार टक्कर मारी थी, जिससे वो एक पेड़ से टकराकर ब्लास्ट हुई थी। करीब 11 महीन चले ट्रायल के बाद 4 अगस्त 2023 को इस मामले में फैसला सुनाया गया। कोर्ट में आते हुए महक आत्मविश्वास में मीडिया को देखकर हंसी और हाथ हिलाते हुए सेलिब्रिटी की तरह बिहेव किया, लेकिन जब फैसला आया तो वो कोर्ट में ही फूट-फूटकर रोती नजर आईं। कोर्ट ने साकिब और हाशिम की हत्या का दोषी मानते हुए महक को 31 साल आठ महीने और उनकी मां अनसरीन को 26 साल 9 महीने की सजा सुनाई। जबकि उनके दो दोस्तों रेकान और रईस को भी उम्रकैद की सजा हुई। हत्या में शामिल उनकी दोस्त नताशा को गैर इरादतन हत्या के लिए 11 साल, अमीर जमाल को 14 साल और गुल मुस्तफा को 14 साल 9 महीने की सजा सुनाई गई। जबकि उनके एक अन्य साथी मोहम्मद पटेल को ट्रायल के बाद पुलिस गवाह बनने पर छोड़ दिया गया। ………………………………………………. फिल्मी सितारों से जुड़ीं ये अनसुनी दास्तानें भी पढ़िए… मॉडल पूजा सिंह जिसका सिर कुचला गया:चाकू से 22 वार किए, 14000 से ज्यादा लोगों से पूछताछ, फिर इत्तफाक से हुआ हत्याकांड का खुलासा 31 जुलाई 2019 सुबह 5 बजे किसान मुनीराजू, बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास सड़क पर टहलते हुए काम के लिए रवाना हुए। चलते-चलते उनकी नजर अचानक किनारे की तरफ पड़ी एक महिला की लाश पर पड़ी। करीब जाकर देखा तो मंजर दिल दहलाने वाला था। लाश का सिर बेरहमी से कुचला गया था, जिससे दिमाग के चिथड़े उड़ चुके थे। शरीर खून से लथपथ था। पूरी खबर पढ़िए… खून से लथपथ मिली थी एक्ट्रेस बिदूषी की लाश: एक रोज पहले पति से झगड़ा हुआ था, 12 साल बाद भी अनसुलझी है मौत की गुत्थी 22 अक्टूबर 2012 की बात है। अंधेरी (वेस्ट) की कोऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी में रहने वाली 23 साल की साउथ एक्ट्रेस बिदुषी दास बर्दे के लिए एक आम दिन था। सुबह पति दफ्तर के लिए निकले थे, लेकिन जब लौटे तो देखा कि बिदुषी दरवाजा नहीं खोल रही हैं। डुप्लीकेट चाबियों से दरवाजा खोला गया तो बिदुषी खून से लथपथ फर्श पर पड़ी मिलीं। पूरी खबर पढ़िए….बॉलीवुड | दैनिक भास्कर