टीवी एक्ट्रेस श्वेता तिवारी की बेटी पलक तिवारी बॉलीवुड में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रही हैं। जल्द ही वह फिल्म रोमियो S3 में नजर आएंगी। इस फिल्म में उनके साथ एक्टर ठाकुर अनूप सिंह मुख्य भूमिका में होंगे। पेशे से पायलट रह चुके अनूप सिंह टीवी और फिल्मों में पहले भी काम कर चुके हैं और इंडस्ट्री में एक जाना-पहचाना नाम हैं। इस फिल्म का निर्देशन गुड्डू धनोआ ने किया है। हाल ही में ठाकुर अनूप सिंह और डायरेक्टर गुड्डू धनोआ ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। फिल्म रोमियो S3 में काम करने का अनुभव आपका कैसा रहा? ठाकुर अनूप सिंह- फिल्म रोमियो S3 में काम करना मेरे लिए एक बेहतरीन अनुभव रहा। हर एक्टर का सपना होता है कि उसकी लॉन्च फिल्म किसी बड़े और खास प्रोजेक्ट का हिस्सा हो और मेरे लिए यह सपना इस फिल्म के जरिए पूरा हुआ। मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे इस फिल्म में काम करने का मौका मिला। खासकर इसके निर्माता जयंतीलाल गड़ा सर और निर्देशक गुड्डा धनोआ सर जैसे अनुभवी लोगों के साथ, जिन्होंने इस इंडस्ट्री में बहुत बड़ा योगदान दिया है। उनके साथ काम करके मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। इस फिल्म ने मुझे न सिर्फ अभिनय में, बल्कि यह भी सिखाया कि एक निर्देशक अपने किरदारों और पूरी फिल्म को किस नजरिए से देखता है। उनके विजन को नजदीक से समझना मेरे लिए काफी शानदार मौका रहा। फिल्म में आप डबल रोल निभा रहे हैं, तो इन किरदारों को निभाते वक्त किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा? अनूप- फिल्म की शूटिंग के दौरान मुझे कोई खास दिक्कत नहीं आई, क्योंकि शूटिंग शुरू होने से तीन महीने पहले ही मैंने गुड्डा सर के साथ मिलकर इस पर तैयारी की थी। सर से इनपुट्स लेकर हमने यह समझा कि डीसीपी संग्राम सिंह शेखावत और अज्जू के किरदार कैसे होंगे, उनकी बैक स्टोरी क्या होगी। मेरे हिसाब से अगर इन पहलुओं को अच्छी तरह से जान लिया जाए, तो शूटिंग के दौरान कोई बड़ी चुनौती नहीं आती। जहां तक दो किरदारों का सवाल है, तो मेरे लिए यह काफी रोमांचक था। दोनों किरदार एक-दूसरे से पूरी तरह अलग हैं और उन्हें स्क्रीन पर लाना मेरे लिए एक चुनौती थी। लेकिन साथ ही यह अनुभव बहुत उत्साहजनक भी था। हमारी टीम की मदद से यह सब करना काफी आसान हो गया। रोमियो S3 जैसी फिल्म बनाने के पीछे आपका क्या विजन था? गुड्डू धनोआ- यह फिल्म मेरे लिए काफी अलग है, क्योंकि अब तक मैंने जो फिल्में बनाई हैं, वे सभी फैमिली ड्रामा पर आधारित थीं। जैसे जिद्द, सलाखे, दीवाना और अन्य फिल्में, जो मुख्य रूप से परिवार से जुड़ी थीं। लेकिन रोमियो S3 एक पूरी तरह से अलग तरह की फिल्म है, जो एक ऑपरेशन से जुड़ी कहानी है। इसमें एक पुलिस ऑफिसर एक ऑपरेशन के तहत ऐसे लोगों को ढूंढता है, जो देश और गोवा के लिए खतरा बन चुके हैं। यह मेरे लिए एक नई चुनौती थी। फिल्म एक्शन और मसाले से भरपूर है और इस किरदार को अनूप ने बहुत अच्छे तरीके से निभाया है। पलक तिवारी ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इस फिल्म को बनाते हुए मुझे काफी मजा आया। अनूप में ऐसी कौन सी खासियत थी, जिसने आपको यह महसूस कराया कि पुलिस ऑफिसर संग्राम सिंह शेखावत का किरदार उनसे बेहतर कोई और नहीं निभा सकता? गुड्डू धनोआ- मैं यह कहना चाहूंगा कि रोमियो S3 सिर्फ एक फिल्म नहीं है, बल्कि यह एक वादा है जो जयंतीलाल गड़ा जी ने ठाकुर अनूप सिंह से किया था। उन्होंने कहा था कि जब भी हिंदी फिल्मों में किसी को लॉन्च किया जाएगा, तो ठाकुर अनूप सिंह को ही लॉन्च करेंगे। इस फिल्म के लिए अनूप पहले से ही फाइनल थे। ऐसे में फिल्म का किरदार इस तरह से चुना गया कि वह अनूप के व्यक्तित्व में पूरी तरह फिट हो सके। फिर जैसा कि हर फिल्म में एक हीरोइन की जरूरत होती है, मैंने इंटरनेट पर लड़कियों को तलाश करना शुरू किया। जैसे ही पलक की फोटो आई, तो मुझे महसूस हुआ कि यही वो लड़की है, जिसकी तलाश हमें थी। भ्रष्टाचार पर पहले कई फिल्में बन चुकी हैं, तो ऐसे में रोमियो S3 में दर्शकों को क्या कुछ नया देखने को मिलेगा? गुड्डू धनोआ- इस फिल्म में ऑडियंस को नए-नए सीन्स और किरदार देखने को मिलेंगे। हालांकि, अनूप का डबल रोल नहीं है, लेकिन यह देखना रोमांचक होगा कि उन्होंने दो अलग-अलग किरदारों को कैसे निभाया है। फिल्म में भरपूर एक्शन और ड्रामा होगा। इसके अलावा कई दिलचस्प किरदार हैं, जिनमें सबसे बड़ा विलेन अमन धालीवाल हैं, जिन्हें हम पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री से लेकर आए हैं। उन्होंने अपने किरदार में बहुत बेहतरीन काम किया है। अनूप- मैं भी यही कहना चाहूंगा कि इस फिल्म में दर्शकों को कई नए लोग देखने को मिलेंगे। पलक और मैं पहली बार एक साथ नजर आएंगे। इसके अलावा, विलेन हो या सपोर्टिंग कास्ट, सभी ने बेहतरीन काम किया है। सिर्फ एक एक्टर ही फिल्म को जस्टिफाई नहीं करता, बल्कि हर किरदार का योगदान महत्वपूर्ण होता है। तो दर्शकों को हमारी फिल्म में काफी कुछ नया देखने को मिलेगा। फिल्म की शूटिंग के दौरान आप दोनों की बॉन्डिंग कैसी थी? क्या कभी ऐसा हुआ कि किसी सीन को परफेक्ट करना है, वरना डांट पड़ेगी? अनूप- ऐसा कभी नहीं हुआ कि डांट पड़ी हो, क्योंकि मैं हमेशा पहले से तैयारी करके सेट पर जाता था। जैसे ही सेट पर पहुंचता मैं तुरंत सर से कहता था कि पहले मैं आपको यह सीन करके दिखाता हूं, आप देखिए कैसे है। गुड्डा सर भी मुझे सेट पर पूरी तरह से आजादी देते थे, जो भी करना हो। फिर मेरी मूवमेंट्स को देखकर सर यह तय करते थे कि कैमरे को कैसे और कहां रखना है। इसका फायदा यह था कि हम दोनों को यह समझ में आ जाता था कि किसी भी सीन को कैसे शूट करना है। फिल्म का नाम रोमियो S3 है, इसका क्या मतलब है? गुड्डू धनोआ- रोमियो एक मिशन का नाम है। इस फिल्म में ऑफिसर का किरदार निभा रहे पात्र का पूरा नाम संग्राम सिंह शेखावत है। इसलिए पूरा नाम रोमियो एस 3 रखा गया है। आजकल बॉलीवुड बनाम साउथ इंडस्ट्री को लेकर बहस जारी है। इस पर आपका क्या कहना है? अनूप – देखिए, सिर्फ भाषा की बाधा है। फिल्ममेकिंग के सिद्धांत वहां भी वही हैं और यहां भी। एक समय था जब साउथ की फिल्मों के एक्शन का मजाक उड़ाया जाता था, लेकिन आज वही फिल्में यहां आकर डोमिनेट कर रही हैं। सबसे बड़ी बात जो मैंने महसूस की है, वो यह कि साउथ की फिल्मों में पारिवारिक मूल्यों को जिंदा रखा जाता है, जो कि आजकल हिंदी फिल्मों में कम ही देखने को मिलता है। साउथ में लोग अब भी थिएटर्स में फिल्में देखना पसंद करते हैं। उनके लिए ओटीटी कोई विकल्प नहीं है। वहीं, यहां ओटीटी का प्रभाव इतना बढ़ गया है कि लोग सिनेमाघर जाने के बजाय डिजिटल प्लेटफॉर्म पर फिल्म देखकर तुरंत उसे जज कर लेते हैं कि फिल्म अच्छी है या बुरी।बॉलीवुड | दैनिक भास्कर