सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने बॉलीवुड एक्टर अरशद वारसी और उनकी पत्नी मारिया गोरेट्टी को 1 साल के लिए शेयर मार्केट से बैन कर दिया है। यह कार्रवाई साधना ब्रॉडकास्ट के शेयरों में “पंप एंड डंप” स्कीम के तहत हेराफेरी के मामले में हुई है। SEBI ने इनपर 5-5 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है। इन दोनों के अलावा इस मामले में 57 अन्य लोगों पर भी 1 से 5 साल तक का बैन लगा है। पंप एंड डंप स्कीम एक तरह की शेयर बाजार धोखाधड़ी है। इसमें कुछ लोग मिलकर किसी कंपनी के शेयर की कीमत को गलत तरीके से बढ़ाते हैं, जैसे भ्रामक खबरें फैलाकर या झूठी सलाह देकर। जब कीमत ऊंची हो जाती है, तो वो अपने शेयर बेचकर मुनाफा कमा लेते हैं। इससे आम निवेशकों को भारी नुकसान होता है, क्योंकि कीमत बाद में गिर जाती है। सेबी ने स्कैम में शामिल लोगों पर क्या-क्या एक्शन लिए ? अरशद वारसी ने इस फ्रॉड से 41.70 लाख रुपए कमाए अरशद वारसी ने इस स्कीम से 41.70 लाख रुपए का मुनाफा कमाया, जबकि उनकी पत्नी मारिया गोरेट्टी ने 50.35 लाख रुपए का फायदा लिया। SEBI ने वॉट्सएप चैट्स के सबूत पेश किए, जिसमें यूट्यूब चैनल चलाने वाले मनीष मिश्रा और अरशद वारसी के बीच बातचीत सामने आई। इन चैट्स में मनीष ने अरशद, मारिया और इकबाल के बैंक खातों में 25-25 लाख रुपए ट्रांसफर करने की बात कही थी। मनीष ही इस स्कीम का मास्टरमाइंड था। 13 जुलाई 2022 को अरशद वारसी ने इस स्कीम से जुड़े जतिन शाह से 1.87 लाख शेयर खरीदे। उसी दिन मारिया ने 2.65 लाख शेयर खरीदे। बाद में इन्हें बेचकर मुनाफा कमाया गया। तीन पॉइंट में समझें पूरा मामला 1. SEBI ने 29 मई 2025 को 109 पेज का एक विस्तृत आदेश जारी किया, जिसमें इस स्कैम की पूरी कहानी सामने आई। SEBI की जांच 8 मार्च 2022 से 30 नवंबर 2022 तक की अवधि को कवर करती है। इस दौरान साधना ब्रॉडकास्ट के शेयरों में हेराफेरी की गई। 2. SEBI ने पाया कि अरशद वारसी और अन्य लोगों ने मिलकर साधना ब्रॉडकास्ट के शेयरों की कीमत को गलत तरीके से बढ़ाया। इसके लिए उन्होंने वॉट्सएप ग्रुप्स के जरिए स्कीम को कोऑर्डिनेट किया और यूट्यूब चैनलों पर भ्रामक वीडियो डाले। इनमें मनीवाइज, द एडवाइजर और प्रॉफिट यारा जैसे चैनल शामिल थे। इन वीडियो में साधना ब्रॉडकास्ट को एक शानदार निवेश का मौका बताया गया, जिससे आम निवेशकों को लुभाया गया। 3. SEBI की जांच में पता चला कि इन यूट्यूब वीडियो को ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए एक करोड़ रुपए का पेड मार्केटिंग कैंपेन भी चलाया गया। इन वीडियो में झूठी और बढ़ा-चढ़ाकर बातें की गईं, ताकि निवेशक शेयर खरीदें और कीमतें बढ़ें। ये खबर भी पढ़ें… हिंडनबर्ग केस में SEBI की पूर्व चीफ को क्लीनचिट: लोकपाल ने कहा- माधबी बुच के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिला SEBI की पूर्व चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच को हिंडनबर्ग मामले में लोकपाल ने क्लीनचिट दे दी है। लोकपाल की एंटी करप्शन बॉडी ने हिंडनबर्ग केस में उनके खिलाफ सभी शिकायतों का निपटारा कर दिया है। लोकपाल ने कहा है कि बुच के खिलाफ जांच का आदेश देने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं है। पूरी खबर पढ़ें…बॉलीवुड | दैनिक भास्कर