June 5, 2025

कमल हासन से हाईकोर्ट बोला- क्या आप इतिहासकार हैं:नागरिकों के लिए जल, जमीन और भाषा अहम; एक्टर बोले थे- कन्नड़ भाषा तमिल से निकली

कर्नाटक हाईकोर्ट ने एक्टर-डायरेक्टर और नेता कमल हासन को कन्नड़ भाषा पर टिप्पणी को लेकर मंगलवार को फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा कि आपने किस आधार पर बयान दिया है। क्या आप इतिहासकार हैं या भाषाविद? आप कमल हासन हों या कोई और, आपके पास किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का अधिकार नहीं है। जस्टिस एम नागप्रसन्ना ने कहा, ‘इस देश का विभाजन भाषा के आधार पर है। नागरिकों के लिए जल, जमीन और भाषा मायने रखते हैं। आपके बयान की वजह से अशांति फैली है। कर्नाटक के लोगों ने आपसे सिर्फ माफी की उम्मीद की थी। आप सुरक्षा मांगने यहां आ गए।’ दरअसल, कमल ने 24 मई चेन्नई में अपनी तमिल फिल्म ‘ठग लाइफ’ के प्रमोशनल इवेंट में कहा था कि कन्नड़ भाषा तमिल से पैदा हुई है। कर्नाटक में इस बयान की काफी आलोचना हो रही है। कई कन्नड़ संगठन एक्टर से माफी की मांग कर रहा है। कर्नाटक फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स (KFCC) ने ‘ठग लाइफ’ की रिलीज पर भी बैन लगा दिया है। KFCC ने कहा है कि जब तक हासन माफी नहीं मांगते, कर्नाटक में फिल्म रिलीज नहीं की जाएगी। फिल्म प्रोडक्शन कंपनी राजकमल फिल्म्स इंटरनेशनल ने फिल्म की रिलीज के लिए सुरक्षा की मांग करते हुए 2 जून को हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। कमल इस कंपनी के को-फाउंडर हैं। मणिरत्नम निर्देशित यह फिल्म 5 जून को रिलीज होने वाली है। जज बोले- कोई भी भाषा किसी दूसरी भाषा से पैदा नहीं होती
कमल की याचिका पर सुनवाई के दौरान जस्टिस एम नागप्रसन्ना ने श्री राजगोपाल आचार्य का उदाहरण भी दिया, जिन्होंने 75 साल पहले ऐसा ही बयान दिया था। जस्टिस ने कहा, ’75 साल पहले ऐसा ही बयान दिया गया था और तब श्री राजगोपाल ने माफी मांगी थी। आप (कमल हासन) क्यों नहीं मांग सकते? अब आप अपनी फिल्म की रिलीज के लिए सुरक्षा मांग रहे हैं। माफी मांग लेते, वही काफी होता।’ कोर्ट ने कहा, ‘कोई भी भाषा किसी दूसरी भाषा से पैदा नहीं होती। एक माफी से सब ठीक हो सकता था। भाषा लोगों की भावनात्मक और सांस्कृतिक पहचान है। जल, जमीन और भाषा नागरिकों के लिए जरूरी है।’ कमल हासन दो बार कह चुके- माफी नहीं मांगूंगा
कमल हासन कन्नड़ भाषा पर अपनी टिप्पणी को लेकर दो बार माफी से इनकार कर चुके हैं। उन्होंने 30 मई को चेन्नई में अपनी फिल्म ‘ठग लाइफ’ के प्रमोशन के दौरान कहा, ‘भारत एक लोकतांत्रिक देश है। मैं कानून और न्याय में विश्वास करता हूं। मुझे पहले भी धमकियां दी गई हैं, लेकिन अगर मैं गलत हूं तो मैं माफी मांगूंगा, अगर गलत नहीं हूं तो माफी नहीं मांगूंगा।’ इससे पहले उन्होंने 28 मई को केरल में कहा था- मैंने जो कहा वह प्यार से था और बहुत से इतिहासकारों ने मुझे यही सिखाया है। हम एक परिवार हैं और भाषाएं उसका हिस्सा हैं। मेरी तरफ से यह कोई जवाब नहीं, बल्कि एक स्पष्टीकरण है। प्यार माफी नहीं मांगेगा।’ कमल ने कन्नड़ एक्टर की तरफ इशारा किया था
24 मई को फिल्म ‘ठग लाइफ’ के प्रमोशन इवेंट के दौरान कमल ने कन्नड़ एक्टर शिव राजकुमार की तरफ इशारा करके हुए टिप्पणी की थी। उन्होंने राजकुमार की ओर इशारा करके कहा था- ‘शिव राजकुमार मेरे परिवार जैसे हैं, इसलिए यहां हैं। मैंने अपनी बात जीवन, संबंध और तमिल से शुरू की। आपकी भाषा (कन्नड़) तमिल से निकली है, इसलिए आप भी हमारे ही हिस्से हैं।’ कर्नाटक के CM बोले- कमल हासन को कन्नड़ का इतिहास नहीं पता
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार का नेतृत्व कर रहे मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 28 मई को कन्नड़ भाषा पर टिप्पणी के लिए कमल हासन की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था, ‘कन्नड़ का इतिहास बहुत पुराना है। बेचारे कमल हासन को इसकी जानकारी नहीं है।’ कमल बोले- इतिहासकारों ने मुझे भाषा का इतिहास पढ़ाया
कर्नाटक CM की आलोचना पर कमल हासन ने केरल में कहा था कि बहुत से इतिहासकारों ने मुझे भाषा का इतिहास पढ़ाया है। राजनेता भाषा के बारे में बात करने के लिए योग्य नहीं हैं। उनके पास इस बारे में बात करने की योग्यता नहीं है, उसमें मैं भी शामिल हूं। हमें इन गंभीर मुद्दों पर चर्चाओं को इतिहासकारों, पुरातत्वविदों और भाषा विशेषज्ञों पर छोड़ देना चाहिए।’ भाजपा ने कहा- एक्टर ने कन्नड़ भाषा का अपमान किया
कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा ने भी एक्टर के बयान की आलोचना की। कर्नाटक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा ने कहा कि दूसरों की भाषा का अपमान करना असभ्य व्यवहार है। ये कमल हासन का घमंड है कि उन्होंने कन्नड़ सहित कई भाषाओं में काम किया, लेकिन उन्होंने तमिल भाषा के महिमामंडन में एक्टर शिव राजकुमार को शामिल करके कन्नड़ भाषा का अपमान किया है। केंद्र सरकार और तमिलनाडु सरकार के बीच ट्राई लैंग्वेज पॉलिसी को लेकर विवाद चल रहा है। न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020 के तहत सिफारिश की गई थी कि स्टूडेंट्स 3 भाषाएं सीख सकता है, लेकिन किसी भाषा को अनिवार्य नहीं किया गया है। राज्यों और स्कूलों को यह तय करने की आजादी है कि वे कौन-सी 3 भाषाएं पढ़ाना चाहते हैं। तमिलनाडु सरकार हिंदी भाषा का विरोध कर रही है। हासन बोले थे- तमिलों ने भाषा के लिए जान गंवाई, इससे मत खेलो
ट्राई लैंग्वेज (तमिल, हिन्दी और अंग्रेजी) विवाद को लेकर 21 फरवरी को भी कमल हासन ने कहा था- तमिल भाषा उनकी सांस्कृतिक पहचान है। लोगों ने इसके लिए जान गंवाई है। इसके साथ खिलवाड़ न करें। चेन्नई में अपनी पार्टी मक्कल नीधि मय्यम के 8वें स्थापना दिवस पर हासन ने कहा- भाषा के मुद्दे को हल्के में न लिया जाए। तमिलनाडु के बच्चे भी जानते हैं कि उन्हें कौन सी भाषा चाहिए। उनके पास अपनी समझ है। तमिलनाडु में कैसे शुरू हुआ ट्राय लैंग्वेज वॉर… 15 फरवरी: धर्मेंद्र प्रधान ने वाराणसी के एक कार्यक्रम में तमिलनाडु सरकार पर राजनीतिक हितों को साधने का आरोप लगाया। 18 फरवरी: उदयनिधि बोले- केंद्र लैंग्वेज वॉर शुरू न करें चेन्नई में DMK की रैली में डिप्टी CM उदयनिधि स्टालिन ने कहा- धर्मेंद्र प्रधान ने खुलेआम धमकी दी है कि फंड तभी जारी किया जाएगा, जब हम ट्राई लैंग्वेज फॉर्मूला स्वीकार करेंगे, लेकिन हम आपसे भीख नहीं मांग रहे हैं। जो राज्य हिंदी को स्वीकार करते हैं, वे अपनी मातृभाषा खो देते हैं। केंद्र लैंग्वेज वॉर शुरू न करे। 23 फरवरी: शिक्षा मंत्री ने स्टालिन को लेटर लिखा ट्राई लैंग्वेज विवाद पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन को लेटर लिखा। उन्होंने नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) के विरोध की आलोचना की। उन्होंने लिखा, ‘किसी भी भाषा को थोपने का सवाल नहीं है, लेकिन विदेशी भाषाओं पर अत्यधिक निर्भरता खुद की भाषा को सीमित करती है। NEP इसे ही ठीक करने का प्रयास कर रही है।’ 25 फरवरी: स्टालिन बोले- हम लैंग्वेज वॉर के लिए तैयार हैं
स्टालिन ने कहा- केंद्र हमारे ऊपर हिंदी न थोपे। अगर जरूरत पड़ी तो राज्य एक और लैंग्वेज वॉर के लिए तैयार है। ……………………………….. भाषा विवाद से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… CM स्टालिन बोले- तमिलनाडु लैंग्वेज वॉर के लिए तैयार, भाजपा बोली- विरोध इसलिए ताकि बच्चे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ें केंद्र और राज्य सरकार के बीच ट्राई लैंग्वेज विवाद को लेकर तमिलनाडु CM एमके स्टालिन ने कहा कि केंद्र हमारे ऊपर हिंदी न थोपे। अगर जरूरत पड़ी तो उनका राज्य एक और लैंग्वेज वॉर के लिए तैयार है। ट्राई लैंग्वेज पॉलिसी को लेकर साउथ के राज्यों और केंद्र सरकार के बीच लंबे समय से विवाद बना रहा है। पूरी खबर पढ़ें… शाह बोले-तमिल न बोल पाने के लिए माफी मांगता हूं:यह दुनिया की सबसे पुरानी भाषा तमिलनाडु में ट्राई लैंग्वेज पॉलिसी पर जारी विवाद के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने कोयंबटूर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा- सबसे पहले, मैं तमिल भाषा न बोल पाने के लिए माफी मांगना चाहता हूं। यह दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है। पूरी खबर पढ़ें…बॉलीवुड | दैनिक भास्कर

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