जींद समेत हरियाणा के कई जिलों में सोसाइटी बनाकर इसमें रुपए निवेश करवा करीब 86 लाख रुपए के फ्रॉड का मामला सामने आया है। हालांकि फ्रॉड की रकम करोड़ों में है, लेकिन अभी कुछ लोगों द्वारा ही शिकायत की गई है। बालीवुड एक्टर्स श्रेयस तलपड़े, आलोक नाथ इस सोसाइटी के ब्रांड एंबेसडर रहे हैं। अब कंपनी बंद हो गई है। सॉफ्टवेयर से लेकर तमाम रिकार्ड को डिलीट कर दिया गया है। लोगों के दस्तावेज कंपनी ने अपने पास रखे हुए थे। जुलाना थाना पुलिस ने श्रेयस, आलोक समेत दुबई, मुंबई में बैठे 9 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी का मामला दर्ज किया है। इससे पहले सोनीपत में भी बालीवुड एक्टर्स श्रेयस तलपड़े, आलोक नाथ के खिलाफ केस दर्ज हो चुका है। सोनीपत में इस सोसाइटी ने 50 करोड़ से ज्यादा की ठगी की है। 2016 में शुरू हुई थी सोसाइटी जींद के जुलाना पुलिस को दी शिकायत में गोहाना के छापरा गांव निवासी जसवीर ने बताया कि सितंबर 2016 से ह्यूमन वेलफेयर क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड ने हरियाणा के विभिन्न जिलों में काम शुरू किया था। सोसाइटी में इंदौर से नरेंद्र नेगी, दुबई से समीर अग्रवाल, पंकज अग्रवाल, परीक्षित पारसे, मुंबई से आरके सेठी, राजेश टैगोर, संजय मोडगिल, श्रेयस तलपड़े, आलोक नाथ ने मिलकर सोसाइटी में शुरू में फिक्सड डिपॉजिट (FD) और आवर्ती जमा(RD) जैसी योजनाएं शुरू की। शुरुआत में सोसाइटी ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए और विश्वास बढ़ाने के लिए काफी प्रचार किया तथा ज्यादा ब्याज तथा मुनाफा दिया। नए निवेशकों को जोड़ने पर दिया जाता था इन्सेंटिव नए निवेशकों को जोड़ने के लिए इंसेटिव आधारित योजना शुरू की। इस योजना के तहत जो भी निवेशकों को जोड़ता, उसे निवेश की राशि के आधार पर एक्स्ट्रा इन्सेंटिव देने बारे प्रोत्साहित किया। यह मॉडल मल्टी लेवल मार्केटिंग पर आधारित था, इसलिए तेजी से निवेशकों की संख्या बढ़ी। निवेशकों ने अपने परिचितों, दोस्तों और रिश्तेदारों को सोसाइटी से जोड़ना शुरू कर दिया। इसके परिणामस्वरूप, एजेंट्स और निवेशकों का एक बड़ा नेटवर्क बन गया। एजेंट्स को प्रशिक्षित किया गया, जिससे उन्होंने अन्य निवेशकों का विश्वास जीतकर बड़ी मात्रा में धन सोसाइटी में जमा कराया। 2016 से 2023 तक कंपनी से सही कार्य किया। मेच्योरिटी राशि भी दी। एजेंटों को इन्सेंटिव दिया गया। जनवरी 2023 से शुरू हुई दिक्कतें
शिकायतकर्ता ने बताया कि कोरोना काल में भी सोसाइटी ने समय पर मेच्योरिटी और इन्सेंटिव तथा कैश दिया लेकिन 2023 के बाद सोसाइटी ने अचानक से एजेंटों के इन्सेंटिव रोक लिए। मेच्योरिटी राशि का भुगतान भी बाधित होने लगा। सोसाइटी के अधिकारियों से इस बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि सिस्टम अपग्रेड किया जा रहा है। बाद में भी अधिकारी झूठे आश्वासन देते रहे। कैश मांगे जाने पर तीन से चार महीने का समय दिया जाने लगा। चार दिसंबर 2024 को पेमेंट डिपोजिट, विड्रा होनी बंद हो गई। आठ दिसंबर को साइट ने काम करना बंद कर दिया। एप्लिकेशन बंद हो गई। 9 दिसंबर को कंपनी का जो सॉफ्टवेयर था, वह भी उड़ गया। इसी सॉफ्टवेयर में पूरा डेटा था। किस व्यक्ति या एजेंट की कितनी पेमेंट हैं, कितनी मेच्योरिटी है, इसकी पूरी जानकारी सॉफ्टवेयर में ही थी। शिकायतकर्ता के अनुसार लोगों की करोड़ों की मेच्योरिटी पूरी होनी थी लेकिन उससे पहले ही सब खत्म हो गया। शिकायतकर्ता जसवीर ने बताया कि उसके और उसके जान-पहचान वालों के 30 लाख रुपए से ज्यादा की राशि डिपॉजिट थी। उनके साथ बहुत बड़ा स्कैम हुआ। उनके अनुसार हरियाणा में इस सोसाइटी से सात से आठ लाख लोग जुड़े हुए हैं। बॉलीवुड ऐक्टरों ने किया था प्रचार
बॉलीवुड एक्टर श्रेयस तलपड़े और आलोकनाथ को सोसाइटी द्वारा ब्रांड एंबेसडर बनाया गया था। आरके सेठी को मुख्य फंड मैनेजर, परीक्षित पारसे को कानूनी सलाहकार बनाया गया था। नरेंद्र नेगी मैनेजर थे, जो कैश का लेन देन करते थे। जसवीर ने कहा कि सेमिनार के आयोजन में भी आरके सेठी कहते थे कि वह एलआईसी में रह चुके हैं। उनका रुपया सुरक्षित है, इसलिए वह बातों में आ गए। आरोपियों ने धोखाधड़ी की नीयत से जालसाजी के तहत उनके उनके केवाईसी के साथ दस्तावेज ले लिए गए। उन्हें शक है कि उनके दस्तावेजों का गलत प्रयोग किया गया। सोसायटी के मालिकों ने धोखाधड़ी का षडयंत्र रचा था। सॉफ्टवेयर और डेटा को डिलीट कर दिया गया।बॉलीवुड | दैनिक भास्कर
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