पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया। भारत के इस कदम के बाद आम जनता से लेकर बॉलीवुड सेलेब्स ने इसे सराहा। ऐसे में आज हम आपको उन एक्टर्स के बारे में बताते हैं, जिन्होंने सिर्फ पर्दे पर नहीं, बल्कि असल जिंदगी में भी देश के लिए वर्दी पहनी और युद्ध का हिस्सा बने। इसमें एक्टर नाना पाटेकर से लेकर गीतकार आनंद बख्शी तक का नाम शामिल है। कारगिल युद्ध में देश के लिए लड़े नाना नाना पाटेकर बचपन से आर्मी जॉइन करना चाहते थे। साल 1999 में कारगिल वॉर के दौरान नाना एक्टिंग छोड़ सेना में भर्ती हो गए। नाना कारगिल युद्ध में दो महीने सेना के साथ जुड़े रहे। वहां वे क्विक रिएक्शन टीम का हिस्सा थे। क्विक रिएक्शन टीम में सिर्फ वहीं लोग काम करते हैं, जो औरों से निपुण हों और हर परिस्थिति में लड़ने को तैयार रहें। हालांकि इसके पीछे दिलचस्प कहानी है। 1991 की फिल्म ‘प्रहार’ आर्मी बैकग्राउंड पर बनी थी। इस फिल्म की तैयारी के लिए नाना ने तीन साल तक आर्मी ट्रेनिंग प्रोग्राम किया था, जहां उन्हें कैप्टन की मानद रैंक दी गई थी। बाद में वो सेना में सेवा देना चाहते थे इसके लिए नाना ने सेना के एक बड़े अधिकारी को फोन किया और आर्मी जॉइन करने की इच्छा जताई। अधिकारी ने कहा कि आप आम नागरिक हैं, हम आपको आर्मी में नहीं ले सकते। एक्टर ने तब देश के तत्कालीन रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस को फोन कर दिया। जॉर्ज फर्नांडिस पहले से उन्हें जानते थे। पहले तो उन्होंने मना किया, लेकिन जब नाना ने उन्हें अपना आर्मी वाला बैकग्राउंड बताया, तब मान गए। उन्हें हरी झंडी दे दी। ‘महाभारत’ के शकुनि मामा भारत-चीन युद्ध में लड़े बीआर चोपड़ा की ‘महाभारत’ में शकुनि का रोल निभा घर-घर मशहूर होने वाले गूफी पेंटल एक्टर बनने से पहले सेना में थे। साल 1962 में जब भारत और चीन युद्ध हुआ, उस वक्त वो इंजीनियरिंग कर रहे थे। पांच साल पहले दैनिक भास्कर को दिए एक इंटरव्यू में गुफी ने बताया था कि 1962 में युद्ध शुरू हुआ, उस दौरान कॉलेजों से आर्मी की सीधी भर्तियां हो रही थीं। गुफी हमेशा से ही आर्मी में जाना चाहते थे इसलिए उन्होंने मौके का फायदा उठाया और अप्लाई कर दिया। सिलेक्शन के बाद उनकी पोस्टिंग चाइना बॉर्डर पर आर्मी आर्टिलरी में हुई थी। बीएसएफ का हिस्सा थे ‘महाभारत’ के भीम ‘महाभारत’ में भीम का किरदार निभाने वाले प्रवीण कुमार सोबती भी आर्मी का हिस्सा रह चुके थे। महज 20 साल की उम्र में प्रवीण बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) में भर्ती हो गए थे। बीएसएफ में प्रवीण डिप्टी कमांडेंट रहे। उस दौरान उन्होंने एशियन गेम और ओलंपिक्स में देश को रिप्रजेंट किया था। उन्होंने हैमर और डिस्कस थ्रो में देश के लिए पदक भी जीता था। साल 2022 में 74 साल की उम्र में प्रवीण का निधन हो गए। उस वक्त बीएसएफ ने प्रवीण को श्रद्धांजलि देते हए पोस्ट शेयर किया था। गीतकार बनने से पहले फौजी थे आनंद बख्शी बॉलीवुड को सदाबहार गाने देने वाले गीतकार आनंद बख्शी भारतीय नौसेना का हिस्सा थे। बंटवारे के बाद आनंद परिवार के साथ भारत आ गए। दिल्ली में सेटल होने के बाद सिंगर बनने की ख्वाहिश लेकर वो मुंबई पहुंचे। यहां जब वो सिंगर नहीं बन सके तो भारतीय नौसेना में शामिल हो गए। दरअसल, 15 नवंबर 1947 में महज 17 साल की उम्र में आनंद बख्शी जबलपुर में फौज के सिग्नल कोर में भर्ती हुए थे। उन्हें सिग्नल मेन का रैंक मिला था। फौज में रहने के दौरान आनंद बख्शी ने नाटकों का हिस्सा बनते। इससे उनकी पहचान बनी। उनका परिचय कुछ इस तरह करवाया जाता- ‘ये है वो फौजी जो नज्म लिखता है, गाता भी है और नाटकों में अभिनय भी करता है।’ 18 जून 1949 को आनंद बख्शी सिग्नल ट्रेनिंग सेंटर जबलपुर में स्विच बोर्ड ऑपरेटर क्लास थ्री बने। साल 1947 से 1956 तक उन्होंने सेना में अपनी सेवा दी।बॉलीवुड | दैनिक भास्कर
More Stories
ऑपरेशन सिंदूर पर स्वरा भास्कर का पोस्ट वायरल:जॉर्ज ऑरवेल का कोट शेयर कर वॉर को बताया प्रोपेगैंडा, बोलीं- इस मूर्खता का अंत कब होगा?
मेटा गाला 2025 में दिलजीत दोसांझ बने नंबर वन:शकीरा-रिहाना को बेस्ट ड्रेस में पछाड़ा; शाहरुख खान, कियारा-प्रियंका का लिस्ट में नाम तक नहीं
‘जंग शुरू हो चुकी है’:एल्विश यादव ने वीडियो शेयर लोगों से की अपील, कहा- बॉर्डर इलाकों के लोग सतर्क रहें, मानें सरकार की गाइडलाइंस