यूट्यूबर भुवन बाम की वेब सीरीज ‘ताजा खबर सीजन 2’ डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर कल से स्ट्रीम हो रही है। इस सीरीज को भुवन बाम ने भी प्रोड्यूस किया है। हाल ही में इस सीरीज को लेकर यूट्यूबर ने दैनिक भास्कर से बातचीत की। भुवन बाम ने जहां इस सीरीज को लेकर चुनौतियों के बारे में बात की। वहीं, बताया कि प्रोड्यूसर बनना उनकी मजबूरी थी। सवाल- ‘ताजा खबर 2’ में किस तरह की चुनौतियां आईं? जवाब- पहले सीजन के बाद यह प्रूव करना पड़ा कि पहले से और बेहतर क्या हो सकता है। स्क्रिप्ट लिखते और शूटिंग के समय इस बात का एहसास था। प्लेटफार्म और खुद के उम्मीदों पर खरा उतरना सबसे बड़ी चुनौती थी। दर्शकों के सामने भी प्रूव करना था कि पहले से थोड़ा बेहतर क्या हो सकता है। मेरे लिए खुशी की बात यह है कि हमारे ऊपर ओटीटी प्लेटफार्म ने भरोसा जताया। हम ताजा खबर सीजन 2 लेकर आ रहे हैं। सवाल- आप सीरीज के प्रोड्यूसर भी हैं, प्रोड्यूसर बनने की क्या वजह रही है? जवाब-आप इसे मेरी मजबूरी कह सकते हैं। मुझे एक्टिंग करनी थी। मैं यह इंतजार नहीं कर सकता था कि कोई प्रोड्यूसर मौका देगा। हमने खुद का प्रोडक्शन हाउस खोला। सबसे पहले एक शॉर्ट फिल्म ‘प्लस माइनस’ बनाई। इसे हमने यूट्यूब पर रिलीज किया था। जिसे शॉर्ट फिल्म की कैटेगरी में बेस्ट शॉर्ट फिल्म के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था। वहां से हमें मोटिवेशन मिला। प्रोड्यूसर तो हमारा टैग है बाकी सारा काम तो टीम संभालती है। लेकिन यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी का काम है। अब तो रिश्तेदार भी हमारे काम को गंभीरता से लेने लगे हैं। पहले तो यही कहते थे कि यूट्यूब के लिए वीडियो बनाता है। सवाल- जैसा आपने कहा कि बाहर के मौके का इंतजार नहीं कर सकते थे, कभी आपने कोशिश की? जवाब- मैंने बहुत कोशिश की। लेकिन काम हासिल करने का जो प्रोसेस था। उसमें हमारी क्रिएटिविटी मार खा रही थी। खुद के प्रोडक्शन हाउस में नुकसान और फायदे खुद ही झेल रहे हैं। सीख भी रहे हैं। अगर आपने प्रोडक्शन की कला को अच्छी तरह से सीख लिया तो बाकी सारे काम आसान हो जाते हैं। रहीं, बात एक्टिंग की तो मेरी सिर्फ यही उत्सुकता रहती है कि किसी प्रोजेक्ट से जुड़कर 40-45 दिन काम करूं। वहां से छुट्टी लेकर वापस नई कहानियों की तलाश करता हूं। यूट्यूब और ओटीटी के लिए कंटेंट बनाने में बहुत फर्क होता है। सवाल- यूट्यूब से जुड़ने के पीछे की क्या वजह रही है? जवाब- पहले मुझे लगता था कि बॉलीवुड मूवीज और ट्रेलर के लिए यूट्यूब चैनल है। लेकिन किसी ने मुझसे कहा कि गूगल पैसे देता है। मेरे लिए वह सरप्राइज क्षण था। पहले मैं अपनी वीडियो फेसबुक पर अपलोड करता था। उस समय मुझे यूट्यूब का अंदाजा नहीं था। मैंने यूट्यूब चैनल बनाया और फेसबुक पर जितने वीडियो अपलोड किए थे। वह सब यूट्यूब पर अपलोड कर दिया। उस समय यूट्यूब के बारे में ज्यादा लोगों को पता भी नहीं था। घर पर बोल भी नहीं सकते थे कि इसमें भी करियर बनाया जा सकता है। सवाल- जब आपने पेरेंट्स से यूट्यूब से जुड़ने की बात बताई तब उनकी क्या प्रतिक्रिया थी? जवाब- 8-10 साल पहले हम नहीं सोच सकते थे कि इसमें करियर बनाया जा सकता है। उस समय घर वालों से भी नहीं कह सकते थे। मैंने पेरेंट्स से यही कहा कि 10-12 साल तक जैसा आप लोगों ने चाहा वैसा रहा। अब दो साल मुझे दे दो। उस बात पर किसी ने सवाल नहीं उठाया। सब ने यही कहा कि जो मर्जी करो, लेकिन गलत आदतों में मत पड़ना। बाहर की बड़ी अजीब दुनिया है। यूट्यूब से जब पहला चेक आया तब पेरेंट्स बहुत खुश हुए। तब उन्हें लगा कि इसमें भी करियर बनाया जा सकता है।बॉलीवुड | दैनिक भास्कर