‘लाफ्टर शेफ’ में मस्ती, आगे डार्क कॉमेडी की चाह:कृष्णा अभिषेक बोले- सिर्फ कॉमेडियन नहीं, एंटरटेनर भी हूं; आजकल ऑडियंस बहुत समझदार हो गई

कृष्णा अभिषेक इन दिनों ‘लाफ्टर शेफ’ में बतौर कंटेस्टेंट नजर आ रहे हैं। हाल ही में दैनिक भास्कर से बातचीत में उन्होंने खुलकर इस शो की खासियत, इंडस्ट्री में आए बदलाव और अपने फ्यूचर प्लान्स पर बात की। खास बात यह रही कि उन्होंने पहली बार डार्क कॉमेडी में हाथ आजमाने की अपनी इच्छा भी जाहिर की। पढ़िए बातचीत के कुछ प्रमुख अंश। ‘लाफ्टर शेफ’ की खासियत: नेचुरल अंदाज और रियल मस्ती कृष्णा कहते हैं, ‘मुझे इस शो में बहुत मजा आ रहा है क्योंकि यह पूरी तरह से नेचुरल है। आजकल लोग व्लॉग्स देखना पसंद करते हैं क्योंकि वे असली होते हैं, उनमें स्क्रिप्टेड ड्रामा नहीं होता। यह शो भी कुछ उसी तरह से है। पहले जब कोई शो बनता था, तो हर चीज पहले से तय होती थी – स्क्रिप्ट लिखी जाती थी और कलाकार उसे याद करके बोलते थे। लेकिन इस शो में ऐसा कुछ भी नहीं है।’ वे आगे बताते हैं, ‘इसी वजह से यह शो बहुत अलग और ताजा महसूस होता है। यहां हर कोई अपने नेचुरल अंदाज में रहता है, कोई जबरदस्ती की एक्टिंग नहीं करता। यही इसकी सबसे बड़ी खूबसूरती है। दर्शक भी अब यह समझने लगे हैं कि कब कोई चीज स्क्रिप्टेड है और कब असली। इसलिए यह शो उनके लिए ज्यादा रिलेटेबल और एंटरटेनिंग बन जाता है।’ कॉमेडी के साथ कुकिंग का नया चैलेंज कृष्णा के लिए यह शो सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि एक बड़ा चैलेंज भी है। वे बताते हैं, ‘इसमें कुकिंग, कॉमेडी और स्टेज प्रेजेंस का परफेक्ट बैलेंस रखना पड़ता है। हर एपिसोड में कुछ नया करने को मिलता है। खासकर कुकिंग वाले हिस्से में बहुत कुछ सीखने को मिलता है। हमें ऐसी डिशेस बनाने को दी जाती हैं, जिनके बारे में हमने कभी सोचा भी नहीं होता। जैसे, मुझे फाफड़ा खाना बहुत पसंद है, लेकिन मैंने इसे कभी बनाया नहीं था। आज पहली बार इसे बनाने का मौका मिला और यह बहुत मजेदार रहा।’ इंडस्ट्री में बदलाव और शो की पॉपुलैरिटी कृष्णा कहते हैं, ‘आजकल ऑडियंस बहुत समझदार हो गई है। पहले लोग स्क्रिप्टिंग को उतना नहीं समझते थे, लेकिन अब वे हर चीज बारीकी से परखते हैं। वे यह भी नोटिस करते हैं कि कोई कलाकार अपने नेचुरल फ्लो में बात कर रहा है या सिर्फ स्क्रिप्टेड लाइन्स बोल रहा है।’ वे आगे बताते हैं, ‘हर शो की अपनी अलग ऑडियंस होती है। ‘लाफ्टर शेफ’ खासतौर पर महिलाओं के बीच लोकप्रिय है, क्योंकि उन्हें कुकिंग और कॉमेडी दोनों पसंद हैं। यह एक फैमिली शो है, जिसे बिना किसी झिझक के पूरा परिवार देख सकता है। मुझे लगता है कि ‘मास्टरशेफ’ को हंसी और मनोरंजन के साथ जोड़ने का आइडिया बहुत अच्छा साबित हुआ है। पहले किसी ने नहीं सोचा था कि कुकिंग और कॉमेडी को मिलाया जा सकता है, लेकिन अब यह फॉर्मेट बहुत सफल हो चुका है।’ भारती-सुदेश के साथ तड़का शो में भारती सिंह और सुदेश लहरी भी हैं, जिनके साथ कृष्णा का खास बॉन्ड है। वे कहते हैं, ‘हम तीनों की जोड़ी में जो तड़का है, वही इसे और मजेदार बना देता है। हम सब अपने अलग-अलग अंदाज से इसमें मस्ती लाते हैं और यही वजह है कि यह शो चर्चा में है और लोगों को पसंद भी आ रहा है।’ डार्क कॉमेडी की चाहत कॉमेडी से आगे बढ़ते हुए, कृष्णा डार्क कॉमेडी में भी हाथ आजमाना चाहते हैं। वे कहते हैं, ‘डार्क कॉमेडी एक अनोखा और अलग तरह का जोन है। मैं खुद को सिर्फ कॉमेडियन नहीं, बल्कि एंटरटेनर मानता हूं। कॉमेडी सिर्फ हंसाने तक सीमित नहीं होती, यह सोचने पर मजबूर भी कर सकती है। अगर इसे सही तरीके से बनाया जाए, तो यह शानदार हो सकता है।’ हालांकि, वे मानते हैं कि डार्क कॉमेडी टीवी पर नहीं, बल्कि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर ज्यादा चलेगी। वे कहते हैं, ‘टीवी और ओटीटी की ऑडियंस में काफी अंतर है। टीवी पर लोग साफ-सुथरा कंटेंट देखना पसंद करते हैं, लेकिन ओटीटी पर नई चीजें एक्सप्लोर करने के लिए तैयार रहते हैं। अगर सही प्लेटफॉर्म और सही कॉन्सेप्ट मिले, तो मैं जरूर डार्क कॉमेडी करना चाहूंगा। यह मेरे लिए भी नया अनुभव होगा और दर्शकों के लिए भी कुछ अलग देखने को मिलेगा।’ डार्क कॉमेडी क्या है? बता दें, डार्क कॉमेडी ऐसी शैली है, जिसमें उन मुद्दों पर भी मजाक किया जाता है, जिन पर लोग आमतौर पर बात करने से बचते हैं। इसमें हंसी-मजाक के साथ गंभीर विषयों को भी दिखाया जाता है।बॉलीवुड | दैनिक भास्कर