द फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने भारतीय प्रोड्यूसर से तुर्की का बहिष्कार करने की अपील की है। फेडरेशन FWICE के चीफ एडवाइजर अशोक पंडित ने एक लेटर लिखकर सभी भारतीय फिल्ममेकर से रिक्वेस्ट किया है कि तुर्की को शूटिंग लोकेशन के तौर पर चुनने से पहले सोचें। उन्होंने भारत के राष्ट्रीय हितों को प्रभावित करने वाले मामलों में पाकिस्तान के प्रति तुर्की के बढ़ते समर्थन का हवाला दिया है। लेटर में कहा राष्ट्र पहले आता है लेटर में कहा गया है- ‘FWICE हमेशा से इस बात पर अडिग रहा है कि राष्ट्र सबसे पहले है। हालिया घटनाक्रमों और तुर्की द्वारा पाकिस्तान के समर्थन में लगातार रुख अपनाने के मद्देनजर, जिससे सिक्योरिटी और राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में चिंताएं पैदा की हैं। हमारा मानना है कि भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के हित में नहीं है कि वह किसी भी ऐसे रूप में इन्वेस्ट या कोलैब करें, जो अप्रत्यक्ष रूप से ऐसे देश का समर्थन या लाभ पहुंचाए। तुर्की का रुख न केवल कूटनीतिक रूप से बल्कि अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी देखा गया है, जहां उसने भारत के संप्रभु हितों के विपरीत रुख अपनाया है। चूंकि यह इंडस्ट्री भारतीय मिट्टी और संस्कृति में गहराई से निहित है, इसलिए हम अपने देश की गरिमा या सुरक्षा को कमजोर करने वाली कार्रवाइयों के प्रति उदासीन नहीं रह सकते। हम भारतीय फिल्म बिरादरी के सभी प्रोडक्शन हाउस, लाइन प्रोड्यूसर, एक्टर, डायरेक्टर और क्रू मेंबर्स से अपील करते हैं कि वे देश के साथ एकजुटता से खड़े हों और फिल्म शूटिंग के लिए तुर्की का तब तक बहिष्कार करें, जब तक कि देश अपने कूटनीतिक रुख पर पुनर्विचार न कर ले और आपसी सम्मान और गैर-हस्तक्षेप के सिद्धांतों के साथ न जुड़ जाए।’ बता दें कि पहलगाम हमले के बाद फिल्म फेडरेशन FWICE ने पाकिस्तानी कलाकारों को भारत से बैन करने का ऐलान किया था। फेडरेशन FWICE के चीफ एडवाइजर अशोक पंडित ने कहा था- भारत के कलाकार अब किसी भी तरह पाकिस्तानी एक्टर्स, सिंगर्स या टेक्नीशियंस के साथ कोई काम नहीं करेंगे। स्टेटमेंट में ये भी साफ किया गया है कि पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान के साथ फिल्म अबीर गुलाल पर भी यह फैसला लागू होगा।बॉलीवुड | दैनिक भास्कर