नई दिल्ली। Amazon ने अपनी एक महिला कर्मचारी को मामूली बात के लिए जॉब से निकाल दिया। नौकरी से निकाले जाने के बाद महिला कर्मचारी ने कंपनी से 75 हजार डॉलर यानी कि करीब 55 लाख रुपए की मांग की है। आरोप है कि महिला को काम से इसलिए निकाला गया है कि महिला एक दिन में कई बार वॉशरूम जाती थी। इस कारण से उसकी छुट्टी कर दी गई है। अब महिला ने अमेजॉन के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
लू ब्रेक की वजह से किया बर्खास्त
महिला को लू ब्रेक लेने के लिए हाल ही में अनुचित तरीके से बर्खास्त किया गया था। महिला ने बताया कि वह इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम से पीड़ित है जिस कारण से उसे दिन में कई बार वॉशरूम जाती है। महिला ने कहा कि वो कभी-कभी दिनभर में 6 से 7 बार वॉशरूम जाना पड़ता है।
बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार पीड़ित महिला ने कंपनी को अपनी समस्या बताई थी जिसके बाद से कंपनी ने उसे डॉक्टर से सर्टिफिकेट लाने को कहा था।
महिला को 5 दिनों के अंदर अपनी बीमारी का सर्टिफेकट देना था लेकिन वो उसे पांच दिनों में जब जमा नहीं कर पाई तो अमेजन के वेयरहाउस में काम करने वाली मारिया जेनाइट ओलिवरो को कंपनी ने बाहर कर दिया।
महिला का कहना है कि उसे 6 दिनों तक डॉक्टर के पास अपॉइमेंट नहीं मिला।
भेदभाव का केस कराया दर्ज
महिला ने अब अमेजन पर भेदभाव का केस दर्ज किया है औऱ अपने खिलाफ की गई कार्रवाई को गलत बताते हुए उसने हर्जाने की मांग की है। महिला ने अपनी बर्खास्तगी के लिए 75 हजार डॉलर (करीब 55 लाख रुपये) के हर्जाने की मांग कर रही है।
मांगी थी कुछ दिनों की मोहलत
रिपोर्ट के अनुसार, अमेजन ने डॉक्टर का नोट प्राप्त करने के लिए 5 दिन का समय दिया था, लेकिन उसको डॉक्यूमेंट प्राप्त करने में बहुत समय लगा और उसने कंपनी से समय मांगा लेकिन डॉक्टर से अपॉइंमेंट नहीं मिल रही थी।
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