Bangladesh PM Sheikh Hasina won election: बांग्लादेश में शेख हसीना पांचवीं बार प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं। बांग्लादेश में हुए आम चुनाव में वोटों की गिनती में दो तिहाई से अधिक सीटों पर शेख हसीना की बांग्लादेश आवामी लीग ने जीत हासिल की है। चुनाव आयोग के एक प्रवक्ता ने बताया कि मतों की गिनती जारी है। हालांकि, हसीना की सत्तारूढ़ आवामी लीग ने 75 प्रतिशत से अधिक सीटें जीत ली हैं।
बांग्लादेश वर्तमान में बेहद खतरनाक आर्थिक विकास की दौर से गुजर रहा है। शेख हसीना, उस दौर में देश का नेतृत्व कर रहीं जब देश गरीबी से जूझ रहा। उनके कार्यकाल में देश में बड़े पैमाने पर मानवाधिकारों का हनन और विपक्ष के खिलाफ निर्मम कार्रवाई हुई। इन सबके लिए प्रधानमंत्री शेख हसीना पर आरोप लगे।
जहां भी शेख हसीना के उम्मीदवार उतरे वहां जीत
शेख हसीना की पार्टी ने जिन सीटों पर चुनाव लड़ा, उसमें से अधिकतर पर उनको प्रभावी विपक्ष का सामना नहीं करना पड़ा। केवल देश में उनके ही कैंडिडेट न जीते इसलिए तमाम सीटों पर उन्होंने अपने प्रत्याशी नहीं उतारे।
चुनाव में नहीं लिया भाग विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने
विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने इस चुनाव को दिखावटी चुनाव बताकर इसका बहिष्कार कर दिया। बीएनपी के अधिकतर बड़े नेताओं की गिरफ्तारियां हसीना सरकार में हो चुकी है। वोटिंग के दिन शेख हसीना ने बीएनपी को एक आतंकी संगठन करार दिया था। उन्होंने कहा कि मैं यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश कर रही कि इस देश में लोकतंत्र कायम रहे।
90 प्रतिशत से अधिक सीटों के नतीजे आए
लोकल मीडिया के अनुसार, देश की 90 प्रतिशत सीटों के नतीजे आ चुके हैं। इसमें दो तिहाई से अधिक सीटों पर शेख हसीना की पार्टी ने जीत हासिल कर ली है। 300 सीटों में 264 सीटों के नतीजे आ चुके हैं, इसमें शेख हसीना की आवामी लीग ने 204 सीटों पर जीत हासिल कर लिया है। जबकि नौ सीटों पर उनके सहयोगी दलों ने जीत हासिल की है। विजेताओं में बांग्लादेश क्रिकेट टीम के कप्तान शाकिब अल हसन भी शामिल थे। शाकिब अल हसन, शेख हसीना की पार्टी से कैंडिडेट थे।
शेख हसीना और खालिदा जिया के बीच लंबे समय से प्रतिद्वंद्विता
बांग्लादेश दुनिया के 8वें सबसे अधिक आबादी वाला देश है। हालांकि, काफी लंबे समय से शेख हसीना और खालिदा जिया के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता रही है। खालिदा जिया की बीएनपी को हराकर आवामी लीग 2009 में देश में सत्ता में वापस हुई थी। देश में बेहद खतरनाक भूस्खलन के बाद लोगों का गुस्सा था और बीएनपी को हार का सामना करना पड़ा।
हालांकि, इसके बाद हुए दो चुनावों में शेख हसीना ने जीत हासिल की लेकिन उन पर चुनाव में धांधली कराकर चुनाव जीतने का आरोप लगा। 78 वर्षीय खालिदा जिया को 2018 में भ्रष्टाचार का दोषी ठहराया गया था। इन दिनों वह ढाका के एक अस्पताल में बीमार हैं। बीएनपी प्रमुख तारिक रहमान उनके बेटे हैं।
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