Sarabjit Singh killers Killed in Pakistan: पाकिस्तान में मौत की सजा पाए भारतीय सरबजीत सिंह की हत्या के आरोपी अमीर सरफराज तांबा की रविवार 14 अप्रैल को लाहौर में अज्ञात बंदूकधारियों ने हत्या कर दी। तांबा, लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के संस्थापक हाफिज सईद के करीबी सहयोगियों में एक था।
लाहौर के इस्लामपुरा इलाके में मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने तांबा पर हमला किया। उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया लेकिन गंभीर रूप से घायल तांबा को डॉक्टर बचा नहीं सके। तांबा का जन्म 1979 में लाहौर में हुआ था और वह लश्कर संस्थापक का करीबी सहयोगी था।
कैसे हुई थी सरबजीत सिंह की हत्या?
49 वर्षीय सरबजीत सिंह की लाहौर के उच्च सुरक्षा कोट लखपत जेल के अंदर तांबा सहित कैदियों द्वारा क्रूरता पूर्वक हत्या कर दिया गया था। बताया जाता है कि तांबा और उसे साथियों ने हमला कर उसे बुरी तरह से मारा। पाकिस्तानी कैदियों के एक समूह ने सरबजीत सिंह पर ईंटों और लोहे की छड़ों से हमला किया था। पिटाई से गंभीर रूप से घायल सरबजीत सिंह काफी दिनों तक कोमा में रहे। कोमा में रहने के बाद 2 मई 2013 को सरबजीत सिंह की मौत हो गई। लाहौर के जिन्ना अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने की वजह से सरबजीत की मौत हो गई। उन्हें कथित तौर पर 1990 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में कई बम विस्फोटों में आरोपी बनाकर दोषी बनाया गया था। बाद में पाकिस्तान अदालत ने उनको सजा-ए-मौत सुनाई थी।