DoT ने देश में मौजूद सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को निर्देश दिए हैं कि वे अपने कॉलर्स को साइबर क्राइम से जागरूक करने के लिए रोजाना 8-10 बार एक स्पेशल कॉलर ट्यून चलाए। यह भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) की पहल है। पिछले कुछ महीनों में साइबर क्राइम की घटनाएं तेजी से बढ़ रही है, जिनमें से एक बड़ा फ्रॉड डिजिटल अरेस्ट के रूप में हो रहा है। एजेंसी ने इसी को ध्यान में रखते हुए टेलीकॉम ऑपरेटर्स के लिए खास कॉलर ट्यून बनाई है, जिसे समय-समय पर अपडेट किया जाएगा।
DoT ने देश में मौजूद सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को निर्देश दिए हैं कि वे अपने कॉलर्स को साइबर क्राइम से जागरूक करने के लिए रोजाना 8-10 बार एक स्पेशल कॉलर ट्यून चलाए। यह भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) की पहल है। पिछले कुछ महीनों में साइबर क्राइम की घटनाएं तेजी से बढ़ रही है, जिनमें से एक बड़ा फ्रॉड डिजिटल अरेस्ट के रूप में हो रहा है। एजेंसी ने इसी को ध्यान में रखते हुए टेलीकॉम ऑपरेटर्स के लिए खास कॉलर ट्यून बनाई है, जिसे समय-समय पर अपडेट किया जाएगा।
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