देश में पैसेंजर्स व्हीकल्स की कुल बिक्री में EV की हिस्सेदारी लगभग 10 प्रतिशत की है। इस सेगमेंट में 60 प्रतिशत से अधिक मार्केट शेयर रखने वाली Tata Motors ने बताया है कि इलेक्ट्रिक कारें बनाने की कॉस्ट में कमी हो रही है। इस वजह से पेट्रोल और डीजल इंजन वाले व्हीकल्स और EV के बीच प्राइस का अंतर कम हो रहा है।
बैटरी के प्राइस गिरने से सस्ते हो सकते हैं इलेक्ट्रिक व्हीकल्स
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