आजकल हमारा ज्यादातर पर्सनल और प्रोफेशनल डेटा फोन में ही होता है, जिनमें बैंकिंग ऐप, पर्सनल चैट्स, डॉक्युमेंट्स और यहां तक कि बायोमेट्रिक डिटेल्स भी शामिल है। ऐसे में अगर आपके फोन में कोई स्पायवेयर चुपचाप बैठा है, तो आपकी प्राइवेसी पूरी तरह खतरे में हो सकती है। चिंता की बात ये है कि ऐसे स्पायवेयर अक्सर बिना किसी नोटिफिकेशन या अलर्ट के फोन में घुस जाते हैं और लंबे समय तक एक्टिव रहते हैं।
आजकल हमारा ज्यादातर पर्सनल और प्रोफेशनल डेटा फोन में ही होता है, जिनमें बैंकिंग ऐप, पर्सनल चैट्स, डॉक्युमेंट्स और यहां तक कि बायोमेट्रिक डिटेल्स भी शामिल है। ऐसे में अगर आपके फोन में कोई स्पायवेयर चुपचाप बैठा है, तो आपकी प्राइवेसी पूरी तरह खतरे में हो सकती है। चिंता की बात ये है कि ऐसे स्पायवेयर अक्सर बिना किसी नोटिफिकेशन या अलर्ट के फोन में घुस जाते हैं और लंबे समय तक एक्टिव रहते हैं।
More Stories
Vivo के X200 Ultra का कैमरा देगा iPhone 16 Pro Max को टक्कर!
Apple ने भारत में की 1,89,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के iPhones की असेंबलिंग, चीन को झटका
Barbie Box ट्रेंड से पर्यावरण को खतरा! खुद को डिजिटल डॉल बनाने से पहले जान लें एक्सपर्ट्स की चिंता