भारतीयों ने UPI पेमेंट्स में हुए फ्रॉड के चलते वित्त वर्ष 2024-25 में 485 करोड़ रुपये गंवाए हैं। लोगों के साथ फ्रॉड की 6 लाख 32 हजार घटनाएं हुईं। वहीं, साल 2022-23 से अबतक 27 लाख लोगों के साथ धोखाधड़ी हुई और 2145 करोड़ रुपये का चूना यूजर्स को लगा। इसका कारण यूजर्स की संख्या का बढ़ना, और रियल टाइम पेमेंट्स सिस्टम में कुल ट्रांजैक्शंस की संख्या का बढ़ना बताया है।