डेविड धवन जैसे बड़े डायरेक्टर के बेटे होने के बावजूद वरुण धवन ने इंडस्ट्री में अपनी जगह खुद बनाई। कभी ट्रेन और ऑटो से कॉलेज जाने वाला ये लड़का साल 2012 में जब करण जौहर की फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ से लॉन्च हुआ, तो रातों-रात स्टार बन गया। शुरुआती छह सालों में लगातार 11 हिट फिल्में देकर उन्होंने शाहरुख खान का रिकॉर्ड छू लिया, लेकिन साल 2019 में आई ‘कलंक’ के बाद उनका ग्राफ धीमा हो गया। दिलचस्प बात ये है कि वरुण आज तक कोई सुपरहिट फिल्म नहीं दे पाए हैं, फिर भी उनकी फैन फॉलोइंग बनी हुई है। कभी रेसलर बनने का सपना देखने वाले वरुण की जर्नी में मेहनत, इनसिक्योरिटी और रियल स्ट्रगल सब कुछ है। उनके करियर की कहानी फिल्मी तो है, लेकिन इसमें कई ऐसे पल भी हैं जो कम ही लोग जानते हैं। आइए जानते हैं वरुण धवन के 38वें जन्मदिन पर उनके करियर से जुड़ी कुछ खास बातें… छोटे से फ्लैट में रहे, ऑटो से करते थे ट्रैवलिंग वरुण धवन मशहूर निर्देशक डेविड धवन के बेटे हैं, लेकिन उनका बचपन किसी आलीशान बंगले में नहीं बीता, बल्कि वे अपने परिवार के साथ एक छोटे से फ्लैट में रहा करते थे। वरुण ने एक इंटरव्यू में बताया था, ‘मेरे पिता जब कानपुर से मुंबई आए थे, तो हम एक बेडरूम वाले छोटे से फ्लैट में रहते थे क्योंकि पापा ने अपने करियर की शुरुआत निर्देशक के तौर पर की थी। उस समय किसी भी प्रोजेक्ट्स के लिए ज्यादा सैलरी नहीं मिलती थी। इसलिए हम सभी उस छोटे से फ्लैट में रहते थे। इन सब के बावजूद मुझे कभी गरीबी महसूस नहीं हुई, क्योंकि जिस तरह से माता-पिता ने मुझे पाला और मेरे बड़े भाई ने हमेशा सुरक्षित रखा, ऐसे में मुझे कभी यह एहसास ही नहीं हुआ कि मैं गरीब हूं। एक्टर नहीं रेसलर बनना चाहते थे वरुण, गोविंदा-सलमान हैं फेवरेट वरुण धवन ने अपने घर में फिल्मी माहौल देखा। उनके पिता डेविड धवन हिंदी सिनेमा के मशहूर डायरेक्टर हैं और बड़े भाई रोहित धवन भी फिल्म का निर्देशन करते हैं। ऐसे में वरुण के घर में अक्सर बॉलीवुड सितारों का आना-जाना लगा रहता है। लेकिन फिल्मी दुनिया से दूर वरुण का मन रेसलिंग में लगता था। वो WWE के दीवाने हैं और एक प्रोफेशनल रेसलर बनने का सपना देखा करते थे। मगर जैसे-जैसे वक्त बीता फिल्मों की दुनिया ने उन्हें अपनी ओर खींच लिया और फिर एक दिन वरुण ने रिंग की बजाय कैमरे का सामना करना शुरू कर दिया। वरुण बचपन से ही गोविंदा और सलमान खान के जबरदस्त फैन रहे हैं। उनके पिता डेविड धवन ने अपने करियर में गोविंदा के साथ लगभग 18 और सलमान के साथ करीब 8 सुपरहिट फिल्में बनाई हैं। ऐसे में वरुण ने भी इन सुपरस्टार्स के साथ समय बिताया है, जिस कारण ये उनके पसंदीदा एक्टर्स हैं। दिन में पढ़ाई और रात में पब में शराब सर्व करते थे वरुण मुंबई के स्कॉटिश स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद वरुण धवन आगे की पढ़ाई के लिए इंग्लैंड चले गए। वहां उन्होंने नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी से बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई की। इस दौरान वह दिन में पढ़ाई करते थे और रात में लंदन के एक नाइटक्लब में पार्ट-टाइम शराब सर्व करते थे। इतना ही नहीं, कॉलेज में उन्होंने पर्चे (पैम्फलेट) तक बांटे, ताकि अपने एक्स्ट्रा खर्चों को उठा सकें। असिस्टेंट डायरेक्टर से शुरू किया फिल्मी सफर इंग्लैंड से पढ़ाई पूरी करने के बाद जब वरुण भारत लौटे, तो उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में करियर बनाने का फैसला किया। इतने बड़े डायरेक्टर का बेटा होने के बावजूद उन्होंने अपने पिता से कोई मदद नहीं ली। उन्होंने खुद ही फिल्म मेकिंग की बारीकियां सीखीं और अपने दम पर आगे बढ़े। साल 2010 में वरुण धवन ने फिल्ममेकर करण जौहर के साथ फिल्म ‘माई नेम इज खान’ में असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। एक इंटरव्यू में वरुण ने बताया था कि एक बार शूटिंग के दौरान किसी ने उनसे ऑटोग्राफ मांगा और उन्होंने दे दिया। इस वजह से उन्हें सेट से बाहर निकाल दिया गया था। बता दें कि इस फिल्म में शाहरुख खान और काजोल नजर आए थे। इसी फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा भी असिस्टेंट डायरेक्टर थे। पिता ने लॉन्च से किया इनकार, फिर करण की फिल्म से डेब्यू फिल्मों की बारीकियां सीखने के बाद वरुण धवन का सपना था कि वह फिल्मों में बतौर हीरो कदम रखें, लेकिन उनके पिता ने उन्हें खुद लॉन्च करने से इनकार कर दिया। एक इंटरव्यू में वरुण ने बताया था कि उनके पिता चाहते थे कि वह अपने बलबूते आगे बढ़ें और फिल्म इंडस्ट्री के संघर्ष को समझें। वरुण ने यह भी बताया था कि उनकी मां ने उनसे कहा था अगर तुम अपने पापा के भरोसे बैठे रहोगे, तो कुछ हासिल नहीं होगा, क्योंकि वो तुम्हें लॉन्च नहीं करेंगे। इसलिए खुद बाहर निकलो और ऑडिशन दो। इसके बाद वरुण ने सबसे पहले बैरी जॉन के एक्टिंग स्कूल में एडमिशन लिया। लगभग 10 महीने की ट्रेनिंग के बाद वरुण ने एक शॉर्ट फिल्म बनाई, जिसे उन्होंने करण जौहर को दिखाया। करण को उनका काम पसंद आया और उन्होंने वरुण को अपनी फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ में कास्ट कर लिया। बता दें कि इसी फिल्म से आलिया भट्ट और सिद्धार्थ मल्होत्रा ने भी डेब्यू किया था। सिद्धार्थ मल्होत्रा से जलते थे वरुण फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ से वरुण और सिद्धार्थ ने एक साथ बॉलीवुड में कदम रखा था, लेकिन कैमरे के पीछे वरुण के मन में कई सवाल थे। वे सिद्धार्थ की पर्सनैलिटी से जलने लगे थे। इतना ही नहीं वे काफी इनसिक्योर भी हो गए थे। एक इंटरव्यू में वरुण ने खुद इस बात का खुलासा किया था। उन्होंने कहा था कि सिद्धार्थ लंबा-चौड़ा था, स्मार्ट दिखता था और उसमें एक अलग ही कॉन्फिडेंस था। फिल्म में दो ही हीरो थे और तभी मेरे मन में डर बैठने लगा। मैं सोचने लगा कि कहीं ऐसा न हो कि लोग सिर्फ उसी को नोटिस करें और मैं कहीं भीड़ में खो न जाऊं… और मेरा सपना, कहीं सपना ही न रह जाए। शुरुआती दौर में दीं लगातार 11 हिट फिल्में, राजेश खन्ना से होने लगी तुलना वरुण धवन ने 2012 से 2018 तक अपने करियर के शुरुआती छह सालों में लगातार 11 हिट फिल्में दीं। इसी उपलब्धि के चलते उन्होंने शाहरुख खान के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली थी। शाहरुख ने भी 2006 से 2015 के बीच 11 हिट फिल्में दी थीं। इतना ही नहीं, एक समय ऐसा भी आया जब वरुण की तुलना राजेश खन्ना से की जाने लगी। कहा जाने लगा था कि शायद वरुण लीजेंडरी एक्टर के रिकॉर्ड को भी तोड़ सकते हैं। हालांकि ऐसा हो नहीं सका। फिल्म ‘कलंक’ के फ्लॉप होने के बाद उनका करियर कुछ हद तक बैक फुट पर चला गया। बता दें कि राजेश खन्ना ने अपने करियर में लगातार 17 हिट फिल्में दी थीं, जो आज भी एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड है। ‘कलंक’ बनी पहली फ्लॉप फिल्म, अब तक सुपरहिट की तलाश में वरुण धवन ने अपने 13 साल के करियर में अब तक 18 फिल्मों में काम किया है। 2019 में रिलीज हुई फिल्म कलंक उनके करियर की पहली फ्लॉप फिल्म साबित हुई। इसके बाद 2020 में आई ‘स्ट्रीट डांसर 3डी’ और 2024 आई फिल्म बेबी जॉन भी बुरी तरह फ्लॉप हुईं। इस दौरान वरुण की दो फिल्में, कुली नंबर 1 और बवाल OTT पर रिलीज हुईं, लेकिन ये दोनों भी दर्शकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकीं और फ्लॉप रहीं। एक्शन फिल्म मांगने पर जवाब मिला- नहीं है बजट वरुण धवन ने एक बार आदित्य चोपड़ा से कहा था कि वह यंग टैलेंट के साथ एक्शन फिल्म क्यों नहीं बनाते और उन्हें फिल्म में कास्ट कर सकते हैं। इसके जवाब में आदित्य चोपड़ा ने वरुण से कहा था कि वह अभी उन पर बड़े बजट की फिल्म नहीं बना सकते, क्योंकि वह अभी उस पोजिशन पर नहीं हैं। को-स्टार से फ्लर्ट का लगा आरोप, नरगिस संग किस का वीडियो वायरल वरुण धवन और नर्गिस फाखरी फिल्म ‘मैं तेरा हीरो’ में साथ नजर आए थे। इस फिल्म का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वरुण, नर्गिस के साथ एक इंटिमेट सीन शूट करते दिख रहे थे। वीडियो में डायरेक्टर लगातार कट-कट-कट कहते नजर आए थे, लेकिन इसके बावजूद वरुण एक्ट्रेस को किस करते रहते हैं। वीडियो सामने आने के बाद वरुण को सोशल मीडिया पर काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा वरुण पर कियारा आडवाणी और आलिया भट्ट के साथ फ्लर्ट करने के आरोप भी लग चुके हैं। हालांकि इस मामले में उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि वह सिर्फ अपनी को-स्टार्स के साथ मजाक करते हैं और उनका ऐसा कोई इरादा नहीं होता। आलिया भट्ट की बात करें तो एक लाइव इवेंट के दौरान वरुण ने उनके पेट को गलत तरीके से छुआ था, जिसके कारण उन्हें ऑनलाइन काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। इस बारे में सफाई देते हुए उन्होंने कहा था कि मैंने यह मजाक में किया था। यह कोई छेड़खानी नहीं थी। हम दोस्त हैं। कटरीना के लिए बनाया था ‘We Hate Katrina Kaif’ क्लब कटरीना कैफ, अर्जुन कपूर और वरुण धवन की दोस्ती बॉलीवुड में दिलचस्प रही है। शुरुआत में अर्जुन और वरुण ने मजाक-मजाक में ‘We Hate Katrina Kaif’ क्लब बनाया, क्योंकि उन्हें लगता था कि कटरीना उनके साथ घुल-मिल नहीं रही थीं। बाद में दोनों ने अपनी गलतफहमी को दूर करते हुए ‘I Love Katrina Kaif’ क्लब शुरू किया। 4 बार रिजेक्ट होने के बाद नताशा दलाल से की शादी पर्सनल लाइफ में वरुण ने 24 जनवरी 2021 को अपने बचपन की दोस्त और लॉन्ग टाइम गर्लफ्रेंड नताशा दलाल से शादी की थी। वरुण और नताशा बचपन से ही क्लासमेट थे। वरुण ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें 12वीं क्लास में बास्केटबॉल खेलते हुए नताशा के प्रति पहली बार प्यार महसूस हुआ था। उन्होंने नताशा को 4 बार प्रपोज किया, पर हर बार उनका प्रपोजल रिजेक्ट कर दिया गया। हालांकि वरुण की सच्ची मोहब्बत और कोशिशें देखकर नताशा मान गईं। दोनों ने 2021 में शादी कर ली। दोनों जल्द ही पेरेंट्स बनने वाले हैं। ———— बॉलीवुड की यह खबर भी पढ़ें.. मनोज बाजपेयी @56, लव मैरिज के दो महीने बाद तलाक:पत्नी के साथ छोड़ने पर पहुंचा सदमा, करने वाले थे सुसाइड; दोस्तों ने बचाई जान बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के एक गांव बेलवा से निकलकर दिल्ली के रास्ते मुंबई पहुंचने और फिर मुंबई में टिके रहने की मनोज बाजपेयी की कहानी अपने आप में किसी फिल्म से कम नहीं है। पूरी खबर पढ़ें..बॉलीवुड | दैनिक भास्कर
More Stories
पाकिस्तानी एक्टर फवाद की फिल्म ‘अबीर गुलाल’ के गाने हटे:वाणी कपूर का सोशल मीडिया पर विरोध; टल सकती है फिल्म की रिलीज डेट
पहलगाम हमले पर करण वीर मेहरा ने सुनाई कविता:गुस्से से आगबबूला हुए लोग, बोले- क्या यहां कोई ऑडिशन चल रहा है?
‘8 रुपये में कॉलेज जाती थीं, खाली पेट रहती थीं’:नुसरत भरूचा बोलीं- बचपन से फाइनेंशियल स्ट्रगल देखा, पैसे बचाने की आदतें बरकरार हैं