March 19, 2025

Explainer: सुख और खुशी के साथ बीतेंगे दिन, महीने और साल, बस जान लें खुश रहने की कुंजी क्या है, लाइफस्टाइल में जोड़ें ये सिंपल हैबिट्स​

Happiness Day 2025: कुछ सिंपल आदतों को अपनी लाइफस्टाइल (Lifestyle) में शामिल कर सकते हैं. ये हैबिट्स न सिर्फ आपके मूड (Happy Mood) को बेहतर करेंगी, बल्कि ओवरऑल हेल्थ और रिलेशनशिप्स पर भी पॉजिटिव असर डालेंगी.

Happiness Day 2025: कुछ सिंपल आदतों को अपनी लाइफस्टाइल (Lifestyle) में शामिल कर सकते हैं. ये हैबिट्स न सिर्फ आपके मूड (Happy Mood) को बेहतर करेंगी, बल्कि ओवरऑल हेल्थ और रिलेशनशिप्स पर भी पॉजिटिव असर डालेंगी.

Happiness day 2025: खुशहाल जिंदगी सिर्फ किस्मत या हालात पर निर्भर नहीं करती, बल्कि इसमें आपकी डेली हैबिट्स का भी बड़ा रोल होता है. अगर आप खुद को ज्यादा एनर्जेटिक, पॉजिटिव और सेटिस्फाइड महसूस करना चाहते हैं, तो कुछ सिंपल आदतों को अपनी लाइफस्टाइल में शामिल कर सकते हैं. ये हैबिट्स न सिर्फ आपके मूड को बेहतर करेंगी, बल्कि ओवरऑल हेल्थ और रिलेशनशिप्स पर भी पॉजिटिव असर डालेंगी.

खुश रहने के लिए अपनाएं ये आदतें (Adopt these habits to be happy)

1. मुस्कुराइए, क्योंकि इससे ब्रेन खुश होता है : जब हम खुश होते हैं, तो मुस्कुराते हैं, लेकिन साइंस कहती है कि ये दोनों चीजें एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं. जब आप स्माइल करते हैं, तो ब्रेन में डोपामिन रिलीज होता है, जिससे आपको खुशी का अहसास होता है. इसका मतलब यह नहीं कि आपको जबरदस्ती स्माइल करनी चाहिए, लेकिन जब भी थोड़ा लो फील करें, तो आईने में देखकर मुस्कुराइए और फर्क महसूस करें.

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2. एक्सरसाइज से बढ़ाएं एनर्जी और पॉजिटिविटी :फिजिकल एक्टिविटी सिर्फ फिटनेस के लिए ही नहीं, बल्कि आपके मेंटल हेल्थ के लिए भी जरूरी है. रेगुलर एक्सरसाइज स्ट्रेस कम करने, एंग्जायटी और डिप्रेशन को कंट्रोल करने में मदद कर सकती है. शुरुआत करने के लिए ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं, आप रोज़ाना थोड़ी देर वॉक पर जा सकते हैं, योगा ट्राई कर सकते हैं या फिर सिर्फ 5 मिनट स्ट्रेचिंग करके दिन की शुरुआत कर सकते हैं.

3. नींद पूरी लें, नहीं तो मूड रहेगा ऑफ :अगर आपको दिन में आलस महसूस होता है या ध्यान लगाने में दिक्कत होती है, तो हो सकता है कि आपकी बॉडी को ज्यादा रेस्ट की जरूरत हो. हेल्दी ब्रेन फंक्शन और इमोशनल वेल-बीइंग के लिए कम से कम 7 घंटे की नींद जरूरी है. अच्छी नींद के लिए सोने और जागने का एक फिक्स टाइम रखें, सोने से पहले फोन और लैपटॉप से दूरी बनाएं और कमरे का माहौल कंफर्टेबल बनाएं.

4. खान-पान का असर मूड पर भी पड़ता है :जो कुछ भी हम खाते हैं, उसका असर हमारी बॉडी के साथ-साथ हमारे मूड पर भी पड़ता है. कार्बोहाइड्रेट से सेरोटोनिन रिलीज होता है, जो हमें रिलैक्स महसूस कराता है. प्रोटीन से डोपामिन और नॉरएपिनेफ्रिन रिलीज होते हैं, जिससे एनर्जी और कॉन्संट्रेशन बढ़ता है. ओमेगा-3 फैटी एसिड ब्रेन हेल्थ के लिए फायदेमंद होते हैं. इसलिए कोशिश करें कि डाइट में ज्यादा प्रोसेस्ड और डीप-फ्राइड फूड शामिल न करें.

5. ग्रैटिट्यूड अपनाएं, खुशी खुद आएगी :शुक्रगुजार होना सिर्फ एक अच्छी आदत नहीं, बल्कि इसका सीधा कनेक्शन आपकी खुशी से भी है. हर दिन अपने लाइफ के किसी एक अच्छे पल को याद करें और उसके लिए खुद को थैंकफुल फील करें. यह कोई बड़ी चीज हो सकती है, जैसे कि कोई प्रोमोशन या फिर कोई छोटी चीज, जैसे किसी दोस्त का आपके लिए कॉफी लाना. छोटी-छोटी चीजों में खुशियां ढूंढना सीखें.

6. दूसरों की तारीफ करें, खुद भी खुश रहेंगे :रिसर्च कहती है कि दूसरों की तारीफ करना भी हमारी खुद की खुशी को बढ़ा सकता है. जब भी किसी की कोई अच्छी बात नोटिस करें, तो उसे कॉम्प्लिमेंट दें. यह एक सिंपल तरीका है किसी का दिन बेहतर बनाने और खुद को भी अच्छा महसूस कराने का.

7. गहरी सांस लें, टेंशन दूर करें :जब भी ज्यादा स्ट्रेस फील हो, तो एक मिनट के लिए रुकें और धीरे-धीरे गहरी सांस लें. इससे बॉडी रिलैक्स होती है और ब्रेन को शांत करने में मदद मिलती है. आप किसी खूबसूरत याद को भी सोच सकते हैं, इससे आपके माइंड को पॉजिटिव एनर्जी मिलेगी.

8. बुरा वक्त भी स्वीकार करें :हर दिन खुश रहना जरूरी नहीं, और यह नैचुरल भी नहीं. अगर कुछ गलत हुआ है या मूड खराब है, तो उसे एक्सेप्ट करें और सोचें कि इससे बाहर कैसे निकला जाए. चाहे वो किसी दोस्त से बात करना हो, वॉक पर जाना हो या कोई अच्छी किताब पढ़नी हो, खुद को संभालने का तरीका ढूंढें.

9. जर्नल लिखें, अपने इमोशन्स को समझें :अपने थॉट्स को लिखना एक अच्छा तरीका हो सकता है अपनी फीलिंग्स को एक्सप्रेस करने और चीजों को क्लियर करने का. अगर कुछ ज्यादा परेशान कर रहा है, तो उसे पेपर पर उतारें. इससे आपका माइंड लाइट महसूस करेगा.

10. सोशल मीडिया से ब्रेक लें :हर हफ्ते कुछ देर के लिए फोन और सोशल मीडिया से दूर रहें. रिसर्च बताती है कि ज्यादा स्क्रीन टाइम ब्रेन पर नेगेटिव असर डाल सकता है. अपनी मेंटल पीस को बनाए रखने के लिए हर हफ्ते कुछ घंटे बिना किसी डिजिटल डिस्ट्रैक्शन के बिताएं.

11. दूसरों से तुलना न करें :सोशल मीडिया पर दूसरों की लाइफ देखकर खुद की तुलना करने से बचें. इससे सिर्फ स्ट्रेस और इनसिक्योरिटी बढ़ती है. खुद को रियलाइज कराएं कि हर किसी की जर्नी अलग होती है और आप अपनी लाइफ में जहां हैं, वही बेस्ट है.

वीकली हैबिट्स, जो आपको और खुशहाल बना सकती हैं

1. अपने आसपास की जगह को क्लीन और ऑर्गेनाइज करें :घर और ऑफिस की जगह को क्लीन और डिक्लटर करने से माइंड फ्रेश फील करता है और स्ट्रेस कम होता है. हफ्ते में सिर्फ 20 मिनट देकर अपने स्पेस को ऑर्गेनाइज करें.

2. दोस्तों और परिवार के साथ टाइम बिताएं :अच्छे रिश्ते हमारी खुशी बढ़ाने में बड़ा रोल निभाते हैं. हफ्ते में कम से कम एक बार अपने किसी करीबी से मिलें या कॉल पर बात करें.

3 अपने अगले हफ्ते की प्लानिंग करें :अगर आपको अक्सर लगता है कि टाइम आपके हाथ से निकल रहा है, तो हफ्ते में एक बार अपने अपकमिंग वर्क और टास्क को प्लान करें. इससे माइंड शांत रहेगा और आप ज्यादा प्रोडक्टिव महसूस करेंगे.

4- सोशल मीडिया से ब्रेक लें :फोन और सोशल मीडिया का ओवरयूज ब्रेन पर नेगेटिव असर डाल सकता है. हफ्ते में कुछ घंटे पूरी तरह अनप्लग होकर बिताएं और इस समय में खुद से जुड़ने की कोशिश करें.

5. नेचर के करीब जाएं :हर हफ्ते कम से कम 30 मिनट किसी ग्रीन स्पेस या पार्क में बिताएं. रिसर्च कहती है कि नेचर में समय बिताने से स्ट्रेस कम होता है और मेंटल हेल्थ बेहतर होती है.

6- मेडिटेशन को अपनी रूटीन में शामिल करें :मेडिटेशन के कई तरीके होते हैं, जिनमें मूवमेंट, फोकस और स्पिरिचुअलिटी का कॉम्बिनेशन शामिल हो सकता है. लेकिन इसे ज्यादा मुश्किल बनाने की जरूरत नहीं. सिर्फ 5 मिनट के लिए खुद के साथ बैठकर शांति से अपने विचारों को देखना भी मेडिटेशन का एक तरीका हो सकता है.

7. थेरेपी के ऑप्शन पर विचार करें :अगर ऐसा लगे कि चीजें आपके कंट्रोल से बाहर हो रही हैं, तो किसी मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल से बात करने पर भी विचार कर सकते हैं. थेरेपी सिर्फ उन लोगों के लिए नहीं होती जिन्हें कोई मेंटल हेल्थ डिजऑर्डर है, बल्कि यह हर किसी को बेहतर कॉपिंग स्किल्स डेवलप करने में मदद कर सकती है.

8 एक सेल्फ-केयर रूटीन बनाएं :सेल्फ-केयर का मतलब कुछ बड़ा करना नहीं है, बल्कि ऐसी छोटी-छोटी चीजें करना जो आपको अच्छा महसूस कराएं. जैसे हफ्ते के आखिरी दिन एक रिलैक्सिंग हॉट बाथ लेना, एक स्किनकेयर रूटीन अपनाना जो आपको अच्छा फील कराए, या फिर बस अपने सबसे कंफर्टेबल कपड़े पहनकर एक मूवी को बिना किसी डिस्ट्रैक्शन के पूरा देखना.

मंथली हैबिट्स, जो आपकी खुशी बढ़ा सकती हैं

1. दूसरों की मदद करें :अगर डेली लाइफ में छोटी-छोटी चीजें करके खुशी मिलती है, तो इसे थोड़ा और बढ़ाने के लिए महीने में एक बार किसी बड़े लेवल पर मदद करने की आदत डालें. यह किसी फूड बैंक में वॉलंटियर करने से लेकर किसी दोस्त के बच्चों को एक शाम के लिए संभालने तक कुछ भी हो सकता है.

2. खुद को डेट पर ले जाएं :अगर आपके पास बाहर जाने के लिए कोई साथी नहीं है, तो कोई बात नहीं. अकेले भी बाहर जाने में कोई बुराई नहीं. महीने में एक बार अपने फेवरेट रेस्टोरेंट में डिनर करें, कोई मूवी देखें, या फिर कोई ऐसी जगह जाएं जहाँ आप हमेशा जाना चाहते थे. खुद के साथ वक्त बिताने से आपको अपनी पसंद-नापसंद को बेहतर समझने और सुकून पाने में मदद मिलेगी.

3. पॉजिटिव थॉट्स की लिस्ट बनाएं :कई बार हम खाली समय में बेवजह सोशल मीडिया स्क्रॉल करने लगते हैं या किसी आने वाली टेंशन के बारे में सोचने लगते हैं. इससे बचने के लिए महीने की शुरुआत में ही उन अच्छी यादों या अपकमिंग एक्साइटिंग चीजों की एक लिस्ट बना लें, जिनसे आपको खुशी मिलती है. जब भी थोड़ा समय मिले, इस लिस्ट को देखें और पॉजिटिविटी फील करें.

ईयरली हैबिट्स, जो आपकी खुशी को और बढ़ा सकती हैं

1. खुद को रिफ्लेक्ट करने का समय दें :साल की शुरुआत हो या कोई और समय, खुद से यह सवाल पूछें कि आप कैसा महसूस कर रहे हैं. क्या आप पिछले साल की तुलना में ज्यादा खुश हैं? खुद पर जरूरत से ज्यादा सख्त न बनें, बल्कि अपनी जर्नी को सराहें. अगर आपको लगता है कि मूड में कोई खास बदलाव नहीं आया है, तो किसी एक्सपर्ट से बात करने पर विचार कर सकते हैं.

2. अपने गोल्स को रिवैल्यूएट करें :लाइफ में बदलाव आना नेचुरल है, इसलिए हर साल अपने गोल्स पर दोबारा नजर डालें. अगर कोई लक्ष्य अब आपकी लाइफस्टाइल या सोच के हिसाब से फिट नहीं बैठता, तो उसे छोड़ने में कोई बुराई नहीं. वही गोल्स रखें जो आपकी ग्रोथ और खुशी में मदद करें.

3. अपनी हेल्थ का ध्यान रखें :मेंटल और फिजिकल हेल्थ एक-दूसरे से जुड़े होते हैं. हर साल एक बार फुल बॉडी चेकअप कराएं, डेंटल और विजन टेस्ट करवाएं और किसी भी हेल्थ कंडीशन पर प्रोफेशनल से सलाह लें.

4. पुराने गिले-शिकवे छोड़ें :गिले-शिकवे और नाराजगियां दिल में रखने से स्ट्रेस बढ़ सकता है. अगर किसी के प्रति कोई शिकायत या नाराजगी है, तो खुद को ही हल्का करने के लिए उसे खत्म करने की कोशिश करें. जरूरी नहीं कि आप किसी से सुलह करें, लेकिन खुद को उन नेगेटिव इमोशन्स से फ्री जरूर करें.

5. एक ट्रिप प्लान करें :हर साल अपने लिए एक ट्रिप प्लान करें, चाहे वो आपके शहर के पास ही क्यों न हो. रिसर्च बताती है कि ट्रैवलिंग न सिर्फ स्ट्रेस कम करता है, बल्कि आपकी ओवरऑल हेल्थ और हैप्पीनेस को भी बूस्ट करता है. प्लानिंग के दौरान भी एक्साइटमेंट बना रहता है, जो मेंटल हेल्थ के लिए अच्छा होता है.

ये ईयरली हैबिट्स आपकी डेली, वीकली और मंथली आदतों को बैलेंस करने में मदद कर सकती हैं और आपको लंबे समय तक खुशहाल बनाए रख सकती हैं.

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