Serial Killer Love Story: जब दो सिरकटी लाशों ने 50 दिनों तक पुलिस की नींद हराम कर दीं…

Karnataka Love, Sex and Serial Murder: कर्नाटक की पुलिस 50 दिनों तक जिन दो सिरकटे शवों को लेकर परेशान थी, उसकी हकीकत सामने आई तो सब हैरान हो गए। आमतौर पर बेवफाई में की गई हत्याएं सुर्खियां बटोर रही हैं लेकिन बेंगलुरू में दो-दो महिलाओं की हत्याओं का पर्दाफाश जब पुलिस ने किया तो कहानी कुछ और ही निकली। प्यार और वफा के लिए एक व्यक्ति निर्मम हत्याओं को अंजाम दिया। सुकून देने वाली बात यह कि पुलिस सक्रिय नहीं हुई होती तो कई और महिलाओं की बर्बर तरीके से हत्या हो गई रहती। फिलहाल, पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट कर लिया है। आरोपी और उसकी पत्नी इन दिनों जेल में हैं।

कैसे पुलिस को सीरियल किलिंग के बारे में पता चला?

कर्नाटक के माड्या जिले में नहर के पास बीते 8 जून को पुलिस को दो महिलाओं के कटे हुए शव मिले थे। शवों का ऊपरी हिस्सा कटा हुआ था। कूल्हे से शरीर का अन्य भाग भी कटा हुआ था। दोनों शवों को अलग-अलग जगहों पर नहर किनारे फेंका गया था। शव का निचला हिस्सा बोरे में भरा गया था। पुलिस ने के. बेट्टनहल्ली के पास बेबी लेक नहर में एक कटा हुआ शव बरामद किया गया। दूसरा शव अरकेरे गांव के पास सीडीएस नहर में पाया गया। दो अलग अलग थाना क्षेत्रों, पांडवपुरा शहर और अरकेरे पुलिस स्टेशन में मिले शवों को देखकर पुलिस को हत्यारे में साम्यता नजर आई। हालांकि, कोई सुराग नहीं मिला। न ही पुलिस को इन महिलाओं की पहचान हो पा रही थी।

सबसे पहले शवों की पहचान आवश्यक थी…

क्षत-विक्षत शवों की पहचान एक मुश्किल भरा काम था। पुलिस को समझ में नहीं आ रहा था कि जांच कहां से शुरू करें। न शवों की पहचान हो पा रही थी न ही हत्यारों का भी सुराग लग रहा था। हत्या क्यों की गई यह तो बहुत दूरी की बात थी। जांच जस की तस अपने जगह पर थी। मांड्या पुलिस ने एक तरकीब सोची। पुलिस ने हत्याओं के बारे में कोई सुराग देने वाले को 1 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की। पुलिस टीम ने क्षत-विक्षत शवों के बारे में आसपास के इलाकों में 10,000 पर्चे बांटे ताकि मृतक महिलाओं की पहचान हो तो जांच आगे बढ़े।

11 टीमें लगाई गई मामले को सुलझाने के लिए…

पुलिस के लिए यह मामला बेहद पेचीदा साबित हो रहा था। मामले को सुलझाने के लिए 9 स्पेशल टीम्स और 2 टेक्निकल टीमें बनाई गई। पुलिस ने पूरे राज्य और पड़ोसी राज्यों के पुलिस थानों से एक रिपोर्ट एकत्र की जिसमें महिलाओं की गुमशुदगी दर्ज हो। पुलिस ने कर्नाटक समेत कई राज्यों से गायब हुई करीब 1116 महिलाओं की लिस्टिंग की। फिर इनमें एक-एक का सत्यापन शुरू किया।

चामराजनगर ने पुलिस को दी राहत

दोहरे हत्याकांड के खुलासा के लिए पसीना बहा रही पुलिस को चामराजनगर में जांच के लिए पहुंचने पर थोड़ी राहत मिली। यहां थाने में गीता नामक महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट ने पुलिस की एक तलाश पूरी कर दी। दरअसल, पुलिस को मिले दोनों शवों में एक शव गीता की थी जिसका शरीर आधा काटा गया था। गीता के शव की पहचान के बाद पुलिस की जांच में तेजी आई।

दोनों शवों की हुई पहचान

गीता की गुमशुदगी रिपोर्ट से मिलान के बाद पुलिस ने दोनों शवों की पहचान कराई। पुलिस ने जांच के बाद यह बताया कि दोनों शवों में एक शव चित्रदुर्गा जिले के होसदुर्गा की पार्वती की तो दूसरा शव चामराजनगर की गीता उर्फ पुट्टी की है। पुलिस के अनुसार, 30 मई को पार्वती और 3 जून को गीता की हत्या की गई थी।

कॉल ट्रैक कर हत्यारों तक पहुंची पुलिस

पुलिस ने गीता के फोन कॉल को ट्रैक किया। कॉल ट्रैक करने के बाद पुलिस हत्यारों तक पहुंचने में कामयाब रही। पुलिस ने रामनगर जिला के कुदुर शहर के कोडिहल्ली कॉलोनी के सिद्धलिंगप्पा और मांड्या जिले के पांडवपुरा शहर के पास स्थित हरवु गांव की रहने वाली उसकी प्रेमिका चंद्रकला को अरेस्ट किया।

पूछताछ में दोनों ने स्वीकार की हत्या की बात

पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया कि उन्होंने दो हत्याएं की थी। आरोपियों ने स्वीकार किया कि बेंगलुरु में कुमुदा नाम की एक और महिला की हत्या की थी। उन्होंने बताया कि वे कुमुदा के शव को बाइक पर ले गए और कहीं फेंक दिया। आरोपियों ने स्वीकार किया कि हत्या करने के बाद उनके शवों को दो टुकड़ों में काट दिया गया था। बाइक पर शव को ले जाना मुश्किल था तो बोरे में भरकर शवों को अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया गया।

क्यों की थी हत्याएं?

हत्याओं की वजह आरोपी सिद्धलिंगप्पा ने बताया कि जिन महिलाओं की उन लोगों ने हत्या की थी कि वह उसकी प्रेमिका चंद्रकला को वेश्यावृत्ति में धकेली थीं। इसमें कई महिलाएं शामिल थीं। सिद्धलिंगप्पा ने बताया कि उसकी लिस्ट में कम से कम पांच महिलाएं थीं। लेकिन वह सावधानीपूर्वक हत्याएं कर रहे थे ताकि किसी को पता नहीं चल सके। पुलिस ने बताया कि 35 वर्षीय टी सिद्धलिंगप्पा ने यह हत्याएं अपनी प्रेमिका के लिए की थी क्योंकि उन महिलाओं ने उसे वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर किया था। सिद्धलिंगप्पा ने उन्हें बेहद क्रूर तरीके से मारने की साजिश रची। फिलहाल, दोनों जेल में हैं।