आयुर्वेदानुसार इस काल में सूर्य और वायु की प्रकृति प्रबल होती है जो शरीर से और धरती से शीतल गुणों को सोख लेती है. चरक संहिता में इसकी व्याख्या है. आयुर्वेदानुसार इस काल में सूर्य और वायु की प्रकृति प्रबल होती है जो शरीर से और धरती से शीतल गुणों को सोख लेती है. चरक संहिता में इसकी व्याख्या है. NDTV India – Latest
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