यह डिसऑर्डर दस लाख में से एक को प्रभावित करता है. यह बीमारी बचपन में ही 50 प्रतिशत मामलों में घातक होती है. इसका इलाज एडवांस जीन-संपादन तकनीक का उपयोग करके किया गया. यह डिसऑर्डर दस लाख में से एक को प्रभावित करता है. यह बीमारी बचपन में ही 50 प्रतिशत मामलों में घातक होती है. इसका इलाज एडवांस जीन-संपादन तकनीक का उपयोग करके किया गया. NDTV India – Latest
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