किताब में राष्ट्रीय पाठ्यचर्या 2005 को बार-बार संदर्भित किया गया है. लेखक मानते हैं कि यदि इस दस्तावेज़ में दिए सुझावों को ईमानदारी से लागू किया जाए, तो शिक्षा व्यवस्था में बदलाव संभव है. किताब में राष्ट्रीय पाठ्यचर्या 2005 को बार-बार संदर्भित किया गया है. लेखक मानते हैं कि यदि इस दस्तावेज़ में दिए सुझावों को ईमानदारी से लागू किया जाए, तो शिक्षा व्यवस्था में बदलाव संभव है. NDTV India – Latest
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