कांग्रेस सांसद शशि थरूर के मिजाज पिछले कुछ वक्त से थोड़े बदले-बदले से नजर आ रहे हैं. यही वजह है कि उनके कांग्रेस से दूर जाने और बीजेपी में शामिल होने की खबरें जोर पकड़ रही है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर पार्टी से नाराज़ बताए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि उन्होंने राहुल गांधी से पार्टी में अपनी भूमिका स्पष्ट करने को कहा है. केरल में अगले साल अप्रैल में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में आलाकमान से थरूर की नाराजगी चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए सिरदर्द बनती दिखाई दे रही है. जैसे ही शशि थरूर की कांग्रेस से नाराजगी की खबरें आने लगी, वैसे ही अफवाहों का बाजार भी गर्म हो गया. कई लोग उनकी नाराजगी को बगावत के नाम दे रहे हैं तो कई कह रहे हैं कि हो सकता है कि शशि थरूर अपनी राह कांग्रेस से अलग कर लें. हाल ही में एक न्यूज पॉडकास्ट में बीजेपी में शामिल होने की खबरों को शशि थरूर ने विराम लगा दिया है. लेकिन फिर भी कयासबाजी का ये दौर थमता नहीं दिख रहा.
बीजेपी में शामिल होने पर क्या बोले थरूर
इस बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में अपने राजनैतिक भविष्य, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की अटकलों के बारे में खुलकर बात की. पॉडकास्ट में शशि थरूर और कांग्रेस में पार्टी के भीतर मतभेदों के अलावा कई अन्य विषयों पर भी बात की. लिज मैथ्यू के होस्ट किए गए पॉडकास्ट में शशि थरूर ने कहा, “मैं हमेशा से एक क्लासिक उदारवादी रहा हूं. मैं सांप्रदायिकता का विरोध करता हूं और आर्थिक विकास के साथ-साथ सामाजिक न्याय में भी विश्वास करता हूं.” बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को शशि थरूर ने पूरी तरह खारिज कर दिया.
कांग्रेस की आंतरिक कलह पर कही ये बात
कांग्रेस में पार्टी के भीतर चल रही खींचतान के मुद्दे पर बोलते हुए तिरुवनंतपुरम के सांसद ने कहा, “मेरी अपनी पार्टी में कुछ लोग जरूर मेरा विरोध करते हैं, लेकिन मैं भारत और केरल के भविष्य के लिए अपनी बातें बोलता हूं.” उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि आलोचनाओं का सामना करने के बावजूद, वह कांग्रेस के प्रति वफादार हैं और जरूरत पड़ने पर पार्टी में बड़ी भूमिका निभाने को तैयार हैं. अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में बोलते हुए थरूर ने कोई निश्चित योजना बनाने से किनारा किया, लेकिन इस दौरान उन्होंने सार्वजनिक सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.
राजनीति को नहीं बनाया करियर
शशि थरूर ने जोर देकर कहा, “मैंने राजनीति में करियर के तौर पर प्रवेश नहीं किया है.” उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में अपनी भूमिका को उजागर किया, इससे पहले कि सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह सहित कांग्रेस नेताओं ने उन्हें चुनावी राजनीति में शामिल होने के लिए कहा. थरूर ने पहले ही घोषणा कर दी है कि यह उनका आखिरी संसदीय अभियान होगा, सीनियर कांग्रेस नेता ने कहा कि वह विभिन्न तरह से योगदान देने के लिए तैयार हैं. “अगर पार्टी मेरी ताकत का उपयोग करना चाहती है, तो मैं वहां रहूंगा. अगर नहीं, तो मेरे पास और भी बहुत विकल्प हैं.”
मैं सांप्रदायिकाता का विरोधी लेकिन…
वैचारिक मुद्दे पर बात करते हुए कांग्रेस सांसद थरूर ने कहा कि वह हमेशा से ही एक क्लासिक उदारवादी रहे हैं. उन्होंने कहा, “मैं सांप्रदायिकता का पुरजोर तरह से विरोध करता हूं और आर्थिक विकास के साथ-साथ सामाजिक न्याय में विश्वास करता हूं.” अपनी निजी जिंदगी के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि उनकी मां उन्हें दोबारा शादी करने के लिए जरूर कहती हैं, लेकिन मैं फिलहाल संतुष्ट हूं है. उन्होंने कहा, “भगवान ने मुझे अभी इसकी ज़रूरत महसूस नहीं कराई है.”
NDTV India – Latest
More Stories
बागबान फेम अमन वर्मा 9 साल बाद हो रहे पत्नी से अलग, वंदना लालवानी ने कोर्ट में लगाई तलाक की अर्जी
दूध, पनीर से ऊब गए हैं, तो कैल्शियम के लिए इन 5 चीजों का करें सेवन, प्रोटीन भी मिलेगा भरपूर
बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार, नीतीश-बीजेपी का क्या ये लालू यादव की काट का फॉर्मूला है?