गंगनहर 12 अक्टूबर की रात बंद हो जाएगी. करीब 21 दिन तक इसमें सफाई कार्य होगा. फिर ये नहर 2 नवंबर को चालू होगी. गाजियाबाद के प्रताप विहार में गंगाजल प्लांट लगा हुआ है.
गाजियाबाद और नोएडा में आज रात 12 बजे से गंगाजल सप्लाई बाधित हो जाएगी. जिसके चलते लाखों लोगों तक पानी नहीं पहुंच पाएगा और लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. हरिद्वार से आ रही गंगनहर में आज से पानी सप्लाई बंद कर दी जाएगी. हालांकि गाजियाबाद और नोएडा दोनों जगह ही लोकल अथॉरिटी ने यह दावा किया है कि वह आपूर्ति को बाधित नहीं होने देंगे और ट्यूबवेल को पूरी क्षमता के साथ चलाकर मांग को पूरा करेंगे.
गंगनहर 12 अक्टूबर की रात बंद हो जाएगी. करीब 21 दिन तक इसमें सफाई कार्य होगा. फिर ये नहर 2 नवंबर को चालू होगी. गाजियाबाद के प्रताप विहार में गंगाजल प्लांट लगा हुआ है. यहां से 100 क्यूसेक पानी नोएडा और 50 क्यूसेक पानी गाजियाबाद के विभिन्न हिस्सों को पाइप लाइन के लिए सप्लाई किया जाता है. नहर बंद रहने के दौरान इस पानी की सप्लाई नहीं होगी. नहर सफाई हर साल की एक रूटीन प्रक्रिया है. इसमें नहर से जुड़ी सभी मशीनों, रेगुलेटरों को साफ किया जाता है, ताकि पानी का प्रवाह बना रहे.
गाजियाबाद के 50 क्यूसेक में 15 क्यूसेक इंदिरापुरम, 5 क्यूसेक सिद्धार्थ विहार, 23 क्यूसेक वसुंधरा जोन और 7 क्यूसेक पानी इंदिरापुरम के इलाकों में सप्लाई होता है. गाजियाबाद में नगर निगम के 125 और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के 26 नलकूप हैं. इनसे पानी की सप्लाई दिन में एक बार की जाएगी. इसके अलावा दोनों अथॉरिटी के पास कुछ टैंकर हैं, उन्हें भी पानी सप्लाई में लगाया जाएगा.
वहीं नोएडा में 400 एमएलडी की जरूरत पूरी करने के लिए 240 एमएलडी गंगाजल उपयोग होता है. सामान्य दिनों में करीब 200 एमएलडी गंगाजल मिल जाता है. ऐसे में 200 एमएलडी की पूर्ति भूजल से की जाती है. पूरी क्षमता से ट्यूबवेल चलाने के बाद भी गंगाजल आपूर्ति नहीं होने से करीब 60 एमएलडी पानी की किल्लत पैदा होगी. नोएडा प्राधिकरण ने इसके लिए बाकायदा नंबर भी जारी किए हैं जिन पर कॉल करके लोग टैंकर मंगवा सकते हैं.
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