अमर प्रेम फिल्म का एक बेहद खूबसूरत गाना है. बोल हैं चिंगारी कोई भड़के…. तो सावन उसे बुझाए… इस गाने के फिल्माइजेशन को देखकर और एक्टर एक्ट्रेस के एक्सप्रेशन को देखकर लगता है कि गाना कितना खूबसूरत है.
अमर प्रेम फिल्म का एक बेहद खूबसूरत गाना है. बोल हैं चिंगारी कोई भड़के…. तो सावन उसे बुझाए… इस गाने के फिल्माइजेशन को देखकर और एक्टर एक्ट्रेस के एक्सप्रेशन को देखकर लगता है कि गाना कितना खूबसूरत है. बंगाली धोती कुर्ता में राजेश खन्ना और साड़ी में सजी धजी शर्मीला टैगोर, हिचकोले खाती बोट पर सवार हैं. हुगली नदी का चौड़ा खूबसूरत पाट नजर आ रहा है. और आसपास झिलमिलाती लाइटें दिल जीत लेती हैं. एक बार गाना स्क्रीन पर आता है तो फिर नजरें हटाने का मन नहीं करता. गाना सुनकर कानों में रस घुल जाता है और देखकर आंखें तरोताजा हो जाती हैं. लेकिन आप यकीन नहीं करेंगे कि सुंदर नजारों से लबरेज ये गाना गंदे जमे हुए पानी में शूट हुआ था.
इस तरह हुई थी शूटिंग
सॉन्ग में जितनी बार लॉन्ग शॉट आता है. गाना उतना ही खूबसूरत लगने लगता है. हुगली नदी पर बना बड़ा सा हावड़ा ब्रिज, उसके पास तैरती हुई नाव. नाव पर रूमानी अंदाज में बैठे शर्मिला टैगोर और राजेश खन्ना. गाना देखकर लगता है कि क्लोज शॉट भी शायद इसी तरह शूट किए गए होंगे. जबकि हकीकत ये नहीं है. गाने के क्लोज शॉट और मिड शॉट शूट हुए हैं स्टूडियो में तैयार सेट पर. अमर प्रेम की एक्ट्रेस शर्मीला टैगोर ने खुद कपिल शर्मा के शो में ये एक्सपीरियंस शेयर किया था. उन्होंने बताया कि लाइटिंग कंट्रोल करने के लिए सेट पर गाने के शॉट्स शूट हुए थे. नदी का इफेक्ट देने के लिए स्टूडियो में पानी भरा गया था. जिसमें नाव भी हिचकोले खा सके. रोज इसी बोट पर गाने की शूटिंग होती थी.
गंदा हो गया था पानी
शर्मील टैगोर ने बताया कि गाने शूटिंग करीब छह सात दिनों तक चलती रही. तब तक जो पानी था वो एक ही जगह भरा रहा. जमे रहने के लिए पानी में चिकनाई आ गई थी और बदबू भी आने लगी थी. लेकिन गाने को यादगार और रूमानी बनाने के लिए राजेश खन्ना और शर्मीला टैगोर ने उस बदबू के बीच भी पूरी शिद्दत से एक्टिंग की और गाना पूरा किया. इतने सालों बाद भी गाना कानों को सुकून देता है. जिसे सुनकर और देखकर ये अंदाजा ही नहीं लगाया जा सकता कि ये किस अंदाज में शूट हुआ होगा.
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