November 25, 2024
जानें कौन हैं नाव्या हरिदास, जिनको बीजेपी ने वायनाड में प्रियंका गांधी के खिलाफ उतारा

जानें कौन हैं नाव्या हरिदास, जिनको बीजेपी ने वायनाड में प्रियंका गांधी के खिलाफ उतारा​

नाव्या हरिदास (Navya Haridas) भाजपा महिला मोर्चा की राज्य महासचिव हैं. वह कोझिकोड निगम में दो बार पार्षद रह चुकी हैं और निगम में भाजपा संसदीय दल की नेता हैं.

नाव्या हरिदास (Navya Haridas) भाजपा महिला मोर्चा की राज्य महासचिव हैं. वह कोझिकोड निगम में दो बार पार्षद रह चुकी हैं और निगम में भाजपा संसदीय दल की नेता हैं.

महाराष्‍ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों के साथ ही दो लोकसभा सीटों पर भी उपचुनाव होना है. इनमें से एक केरल की वायनाड सीट है. इस हॉट सीट पर भाजपा ने नाव्या ह‍रिदास (Navya Haridas) को मैदान में उतारा है. नाव्या कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में वायनाड सीट पर जीत हास‍िल की थी. हालांकि इसके बाद उसे छोड़ने और उत्तर प्रदेश में रायबरेली सीट को बरकरार रखने के बाद यह खाली हुई थी.

नाव्या हरिदास भाजपा महिला मोर्चा की राज्य महासचिव हैं. वह कोझिकोड निगम में दो बार पार्षद रह चुकी हैं और निगम में भाजपा संसदीय दल की नेता हैं.

पेश से मैकेनिकल इंजीनियर हैं नाव्‍या

नाव्या हरिदास 2021 में पिछले विधानसभा चुनाव में कोडोकोड दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के बैनर तले चुनावी मैदान में उतरी थीं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.

नाव्या हरिदास पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर रही हैं. उन्होंने साल 2007 में केएमसीटी इंजीनियरिंग कॉलेज, कालीकट विश्वविद्यालय से बीटेक की डिग्री प्राप्त की है.

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के अनुसार, नाव्या पर कोई आपराधिक मामला नहीं है और उनके पास 1,29,56,264 रुपये की संपत्ति है. एडीआर के अनुसार, उन पर 1,64,978 रुपये की कुल देनदारी भी है.

पहली बार चुनावी मैदान में प्रियंका गांधी

केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में प्रियंका गांधी के नाम की आधिकारिक घोषणा हो चुकी है. प्रियंका गांधी वाड्रा 1999 से सक्रिय राजनीति में हैं, लेकिन वह खुद पहली बार चुनावी मैदान में उतर रही हैं. शुरुआत में उन्होंने अमेठी में अपनी मां सोनिया गांधी के लिए प्रचार किया था.

उनके भाई राहुल गांधी का वायनाड से गहरा भावनात्मक जुड़ाव है, जहां उन्होंने 2019 के चुनावों के दौरान अपने गढ़ अमेठी में भाजपा नेता स्मृति ईरानी से हारने के बाद जीत हासिल की थी. इसके बाद वायनाड गांधी परिवार के लिए एक महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र बन गया.

वायनाड लोकसभा सीट पर नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर है. उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर है.

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